दिल्ली: कांग्रेस पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में पार्टी के कोषाध्यक्ष अजय माकन ने पार्टी के दिल्ली प्रभारी काजी मोहम्मद निजामुद्दीन एवं प्रदेश अध्यक्ष देवेन्द्र यादव की मौजूदगी में केजरीवाल और उनकी सरकार की कारगुजारियों पर जारी किया श्वेत पत्र जिसे नाम दिया गया है मौका मौका हर बार धोका ।
पत्रक के रूप में तैयार किए गए इस श्वेत पत्र में 12 पंक्तियों की कविता में केजरीवाल सरकार की 10 साल की कारगीराइयों का कच्चा चिट्ठा है । मसलन पेंशन का 1780 करोड़ का सेंक्शंड बजट के ना इस्तेमाल होने के कारण वरिष्ठ नागरिकों की पेंशन में 6 महीने का विलंब कारण केन्द्र एवं दिल्ली सरकार के बीच रस्सा कसी 2000 की पेंशन का 200 रुपया केंद्र से आता है और 1800 राज्य सरकार का कंट्रीब्यूशन होता है । तकनीकी कारणों के कारण केन्द्र द्वारा 200 रूपए के विलंब के कारण दिल्ली सरकार ने अपने हिस्से से भी पल्ला झाड़ लिया।
2023 में झुग्गी झोपड़ी तोड़े जाने के कारण 280000 लोग बेघर हुए । हाउसिंग एंड लैंड राइट आर्गेनाइजेशन के अनुसार मात्र 10% को ही रहने को घर मिले । दिल्ली में चिकित्सा सुविधाओं के लिए 10250 करोड़ की आवश्यकता है इस साल चिकित्सा के लिए 372 करोड़ का बजट है । इस हिसाब से मौजूदा प्रोजेक्ट जिनपर काम चल रहा है वो 30 साल में भी पूरे नहीं होंगे।
बिजली के बिल में 40% वृद्धि। दिल्ली की 500 किलोमीटर रोड खड्डों से भरी हुई है । केजरीवाल सरकार को 10 साल पूरे हो गए हैं लेकिन वायदे के अनुसार अभी तक जन लोकपाल बिल लागू नहीं हैं। महिला सुरक्षा की तो चर्चा ही व्यर्थ है । विज्ञापन का बजट 500 करोड़ जिससे कई घरों में गैस कनेक्शन दिए जा सकते थे । ऐसे बहुत से मसले हैं जिनका जिक्र इस श्वेत पत्र में संक्षिप्त रूप में किया गया है । पार्टी के नेताओं का मानना है कि जुमलेबाजी की जगह काम की राजनीति होनी चाहिए।