इस बार के बजट में किये गये फेर बदल कुछ इस प्रकार हैं। 7 लाख की आमदनी पर टैक्स नहीं । इससे 50 फी सदी करदाताओं को मिलेगी राहत । 3 से 6 लाख की आमदनी पर 5 फी सदी, 6 से 9 लाख की आमदनी पर 10 फी सदी, 9 से 12 लाख की आमदनी पर 15 फी सदी एवं 12 से 15 लाख की आमदनी पर 20 फी सदी करभार पड़ेगा । 15 लाख रूपये से अधिक आमदनी वालों को 30 फी सदी कर का भुगतान करना पड़ेगा । टैक्स पर 3 लाख रूपये की छूट एवं आयकर रिबेट को बढ़ाकर 7 लाख रूपये कर दिया गया है ।
सोना चांदी हुऐ महंगे खिलौने, टीवी, इलेक्ट्रिक व्हीकल एवं मोबाइल पार्ट होंगे सस्ते । सरकार ने घटा दी कस्टम ड्यूटी । अब घर बनाने का सपना होगा पूरा । प्रधान मंत्री आवास योजना के बजट में 66 फी सदी इजाफा । मिल सकेगा 50 साल तक का इंट्रस्ट फ्री लोन । रेलवे की भी होगी काया पलट ।
बजट को लेकर देश के राजनीतिक घटकों में मिली जुली प्रतिक्रियायें हैं । जहां बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने इस बजट को लो कल्याणकारी बताया वहीं कांग्रेस पार्टी ने इसे आर्थिक एवं सामाजिक रूप से हाशिये में पर गये मजदूर, आदिवासी एवं दलितों के लिऐ भद्दा मजाक बताया है। यदि वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन की मानी जाये तो देश 5 ट्रिलियन डालर की अर्थव्यस्था की और अग्रसर है । यह बजट डिजिटल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने वाला है
यदि बात आम आदमी पार्टी की हो तो उसका मानना है कि इस बजट में डीजल पेट्रोल एवं अन्य जरूरी चीजों पर लगने वाली जीएसटी की दर में कोई फेर बदल नहीं है । यह बजट सुपर रिच लोगों को फायदा एवं देश को 15 लाख करोड़ के कर्जे में डुबोने वाला बजट है ।