दिल्ली: दिल्लीवाले जहरीली हवा में जीने को मजबूर हैं। दिल्ली में प्रदूषण इतना ज्यादा है कि लोग हर रोज 16 सिगरेट के बराबर प्रदूषित हवा अपने अंदर ले रहे हैं। एक तरफ ग्रेप -4 लागू है और दूसरी तरफ पटपड़गंज में भाजपा विधायक के कार्यालय में निर्माण कार्य चल रहा है। एमसीडी के नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग ने निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा वाले ही अपनी सरकार के आदेश नहीं मान रहे।उन्होंने कहा कि मंगलवार को एक्यूआई 400 के पार रहा। ऐसे में सिर्फ वाहनों पर सख्ती करने से दिल्ली का प्रदूषण कम नहीं होगा, बल्कि सरकार को ठोस कदम भी उठाने होंगे। अब दिल्ली में भाजपा की चार इंजन की सरकार भी है। उसे तो अब प्रदूषण को लेकर ठोस कदम उठाने चाहिए।
लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 'अबकी बार 400 पार' का नारा दिया था। भाजपा लोकसभा चुनाव में तो 400 सीटें पार नहीं कर पाई, लेकिन दिल्ली के अंदर उन्होंने यह सिद्ध करके दिखा दिया है कि 'अबकी बार एक्यूआई 400 पार'। हालात इतने बुरे हैं कि आज औसतन चार में से तीन लोग बीमार हैं। दिल्ली के अंदर न चाहते हुए भी इंसान को दिन में 16 सिगरेट के बराबर धुआं अंदर लेना पड़ रहा है।
आज दिल्ली में भाजपा की चार इंजन की सरकार है। एमसीडी में भाजपा है, दिल्ली सरकार, एलजी सहित केंद्र सरकार भी उन्हीं की है। इसके बावजूद आज भाजपा के पास एक भी ऐसा उपाय नहीं है जिससे वह प्रदूषण से दिल्ली की जनता को बचा सके। दिल्ली की जनता इस प्रदूषण में जीने को मजबूर है। बुजुर्गों को सांस लेने में दिक्कत आ रही है, बच्चे बीमार हो रहे हैं और लोगों को बुखार व खांसी जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
हाल ही में ग्रैप-4 लागू किया गया, जिसके तहत निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध है। लेकिन हैरानी की बात यह है कि पटपड़गंज में भाजपा विधायक के कार्यालय के अंदर ही निर्माण कार्य चल रहा है। जब भाजपा के विधायक ही ग्रैप-4 के नियमों को नहीं मानते, तो फिर बाकी क्या रह गया? भाजपा ने दिल्ली की जनता को मरने के लिए छोड़ दिया है।
उन्होंने कहा कि जगह-जगह स्थानीय क्षेत्रों में निर्माण कार्य चल रहे हैं। आज एमसीडी भाजपा के पास है और वह कार्रवाई कर सकती है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। सरकारी और निजी दोनों प्रकार के निर्माण कार्य चल रहे हैं, लेकिन एमसीडी और लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) इस पर कोई कदम नहीं उठा रहे। वे केवल वाहनों से होने वाले प्रदूषण की रोकथाम की बात करके जनता को परेशान कर रहे हैं। जब एक्यूआई 400 के पार है, तो सिर्फ वाहनों पर लगाम लगाने से क्या होगा? क्या दिल्ली सरकार, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा के पास कोई ऐसा ठोस कदम है जो जनता को राहत दे सके?
कृत्रिम बारिश (क्लाउड सीडिंग) के दावों पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा मंत्री सिरसा जी दावा कर रहे थे कि कृत्रिम बारिश को लेकर सरकार का पहला प्रयास कामयाब रहा, लेकिन लोग बारिश का इंतजार करते रह गए और बारिश कहीं नहीं हुई। प्रदूषण रोकने के उपाय कहीं दिखाई नहीं दिए। एक्यूआई निगरानी केंद्रों के आगे पानी डालकर एक्यूआई का स्तर छुपाने और कम करने की कोशिश की गई। जब रेखा गुप्ता से इस बारे में पूछा गया, तो उन्होंने इसे हॉटस्पॉट बताकर पल्ला झाड़ लिया और माना कि निगरानी केंद्रों के आगे पानी डालकर एक्यूआई का स्तर गिराया गया।
एमसीडी कार्यालय की 22वीं मंजिल से पानी फेंका जा रहा है, जो समझ से परे है। भाजपा हर मोर्चे पर प्रदूषण को नियंत्रित करने और दिल्ली की जनता को बचाने में विफल रही है। भाजपा के चारों इंजन फेल हो चुके हैं। यह पहली ऐसी सरकार है जिसके पास न तो जलभराव के लिए कोई उपाय थे, न बाढ़ के लिए, न यमुना को साफ करने के लिए और न ही अब प्रदूषण के लिए कोई उपाय है। 10 महीने के भीतर इतनी विफल सरकार मैंने कभी नहीं देखी।

पूर्व भाजपा विधायक सुरेश राठौर की पत्नी के वीडियो को मीडिया के सामने सार्वजनिक कर उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने अंकिता भंडारी हत्याकांड की सीबीआई जाँच की माँग की । उनका मानना है कि निष्पक्ष जाँच के लिए जरूरी है कि यह जाँच सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड या वर्तमान जज की देखरेख में होनी चाहिए । उन्होंने सरकार को अल्टीमेटम दिया है कि यदि आगामी 4 जनवरी तक कोई कार्यवाही नहीं होती तो उनकी पार्टी सरकार को घेरने के लिए गढ़वाल मंडल में विशाल जन आंदोलन छेड़ेगी ।
वीडियो में अंकिता भंडारी हत्याकांड में गट्टू का खुलासा किया गया है और गट्टू नाम को भाजपा के किसी प्रभावशाली नेता जिसका वर्चस्व उत्तराखंड में भी है के साथ जोड़ा गया है । प्रदेश कमेटी के अध्यक्ष ने इस हत्या कांड को लेकर कई सवाल उठाये हैं मसलन होटल के जिस कमरे में बॉडी मिली उसे बुलडोजर से तोड़ने एवं बिस्तर को जलाने की क्या जल्दी थी ? एक अरसा बीतने के बावजूद धामी सरकार आख़िर कर क्या रही है ? उनका आरोप है कि मामले में एसआईटी का गठन तो हुआ लेकिन इसका उपयोग अहम गवाहों को धमकाने के लिए किया गया । मामले कि संवेदनशीलता के मद्देनजर मामले पर संज्ञान लेकर उचित कार्यवाही जरूरी है । हकीकत का खुलासा तो निष्पक्ष जाँच के बाद ही हो पायेगा ।

दिल्ली: मारुति सुजुकी की नई विक्टोरिस को साल 2026 का ICOTY (इंडियन कार ऑफ द ईयर) अवार्ड मिला। इस उपलब्धि पर टीआर साहनी मोटर्स के दिल्ली स्थित नेहरू प्लेस शोरूम में केक काटकर उत्सव मनाया गया। इस कार्यक्रम में दक्षिणी दिल्ली के डिप्टी पुलिस कमिश्नर हेमंत तिवारी, टीआर साहनी मोटर्स के डायरेक्टर राहुल साहनी, वाइस प्रेसिडेंट सेल्स सरोज कुमार झा, नेहरू प्लेस ब्रांच के जीएम विवेक त्यागी समेत दिल्ली पुलिस के तमाम पुलिसकर्मी और टीआर साहनी मोटर्स के तमाम अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे। सरोज कुमार झा ने बताया कि विक्टोरिस में 6 एयरबैग्स, ऑल-व्हील डिस्क ब्रेक्स, इलेक्ट्रॉनिक पार्किंग ब्रेक, 360° कैमरा, 8-वे एडजस्टेबल वेंटिलेटेड सीट्स, सनरूफ, 60W फास्ट चार्जिंग, ऑटो अलेक्सा वॉइस असिस्टेंट, सुजुकी कनेक्ट और 8-स्पीकर सराउंड साउंड सिस्टम जैसी प्रीमियम खूबियां हैं। वहीं, टीआर साहनी मोटर्स के डायरेक्टर राहुल साहनी ने सभी मेहमानों और ग्राहकों का आभार व्यक्त किया।
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दिल्ली: अनाधिकृत कॉलोनियों में सीवर लाइन बिछाने की जगह सरकार यमुना स्वच्छता अभियान के तहत इन कॉलोनियों में सेप्टिक टेंको की सफाई 300 सेप्टेज सफाई मशीनों की तैनाती करने की बात क्यों कर रही है। भाजपा दिल्ली वालों को गुमराह करने के लिए अनाधिकृत कॉलोनियों में अनुपचारित कचरे से निपटने के लिए मुफ्त 300 सेप्टेज सफाई मशीनों को तैनात करने की बात कर रही है। पिछले 10 महीनों में सरकार ने यमुना सफाई पर घोषणाओं के अलावा कुछ नही किया और अब सेप्टिक टैंकों की सफाई को यमुना स्वच्छता अभियान से जोड़कर सरकार दिल्ली वालों की सहानुभूति लेने की कोशिश कर रही है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष ने साधा निशाना, कहा कि भाजपा सरकार सेप्टिक टैंकों की सफाई पर करोड़ों रुपये बर्बाद करने की जगह सीवर लाईन बिछाकर जल निकासी और अपशिष्ट की समस्या का स्थायी हल निकाले।
यमुना सफाई के लिए दिल्ली जल बोर्ड को औखला के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की 124 एमजीडी क्षमता बढ़ाने के लिए जो उद्घाटन किया था, उस पर काम करना चाहिए। सीवर लाईन की कमी वाले क्षेत्रों नजफगढ़, टीकरी कलां में कचरे का स्थानीय स्तर पर उपचार करने और परिवहन संबधी समस्याओं को कम करने के लिए छोटे संयंत्रों का निर्माण करें तथा इंटर सेप्टर सीवर परियोजना के तहत यमुना में प्रवेश करने से पहले कच्चे सीवेज को रोकन के लिए प्रमुख नालों नजफगढ़, सप्लीमेंट्री, शाहदरा के साथ सीवर बिछाने का काम करें।
उन्होंने कहा कि दिल्ली जल बोर्ड पुरानी जर्जर सीवर लाईनों और उनमें होने वाली रुकावटों को तुरंत दुरुस्त करने, सीवेज से वंचित क्षेत्रों, और अनाधिकृत बस्तियों को सीवेज नेटवर्क से जोड़ने पर काम करने पर ध्यान दे। उन्होंने कहा कि दिल्ली में बढ़ती आबादी को देखते हुए सीवेज क्षमता को बढ़ाने, सीवेज उपचार क्षमता पर बढ़ाने पर काम करना चाहिए। सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता और संख्या बढ़ाने से यमुना की सफाई पर ध्यान दिया जा सकता है ।
दिल्ली: नगर निगम द्वारा दिल्ली के आम नागरिकों जिन पर सम्पति कर का बड़ा बकाया एकत्र हो गया था उनके हित में इस वर्ष एक सम्पति कर निबटान योजना (प्रोपर्टी टैक्स सुनियो एमनेस्टी स्कीम 2025) लांच की जिसका लाभ उठा कर दिल्ली में हजारों आम नागरिकों ने अपने बकाया सम्पति कर का समाधान किया है। इससे दिल्ली नगर निगम की सम्पति कर के रूप में एकत्र राशि में भी बड़ा उछाल आया है।
दिल्ली भाजपा के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने इस संदर्भ में दिल्ली के महापौर सरदार राजा इकबाल सिंह एवं आयुक्त श्री अश्वनी कुमार को पत्र लिखकर अनुरोध किया है की इस प्रोपर्टी टैक्स हेतू लाई गई सुनियो एमनेस्टी स्कीम 2025 से जनता एवं दिल्ली नगर निगम दोनों को लाभ मिल रहा है पर अभी भी हजारों ऐसे सम्पति कर दाता हैं जो आर्थिक आभाव अथवा जानकारी आभाव में इसका लाभ नही उठा पायें हैं।
अतः जनहित एवं अपने निगम के आर्थिक हित में दिल्ली नगर निगम इस प्रापर्टी टैक्स की सुनियो एमनेस्टी स्कीम 2025 को 28 फरवरी 2026 तक बढ़ाये।
दिल्ली: बॉलीवुड के चर्चित सितारे कार्तिक आर्यन और अनन्या पांडे अपनी आगामी फिल्म “तू मेरी, मैं तेरा — मैं तेरा, तू मेरी” के प्रमोशनल सिलसिले में राजधानी दिल्ली पहुंचे। इस अवसर पर दोनों कलाकारों ने इंपीरियल होटल, नई दिल्ली में मीडिया से बातचीत की और फिल्म से जुड़े कई रोचक पहलुओं को साझा किया। प्रेस इंटरेक्शन के दौरान कार्तिक आर्यन और अनन्या पांडे ने फिल्म की कहानी, अपने-अपने किरदारों और शूटिंग के अनुभवों पर खुलकर बात की। दोनों कलाकारों की ऑन-स्क्रीन केमिस्ट्री को लेकर दर्शकों में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है।
कार्तिक आर्यन ने कहा कि यह फिल्म एक नई तरह की रोमांटिक कहानी पेश करेगी, जो आज की पीढ़ी से गहराई से जुड़ती है। वहीं अनन्या पांडे ने फिल्म को अपने करियर का एक खास प्रोजेक्ट बताते हुए कहा कि दर्शकों को इसमें भावनाओं, प्यार और मनोरंजन का भरपूर मेल देखने को मिलेगा।
कार्यक्रम के दौरान दोनों सितारों ने फोटोग्राफर्स के लिए पोज़ दिए और फैन्स के उत्साह का भी जवाब दिया। फिल्म “तू मेरी, मैं तेरा — मैं तेरा, तू मेरी” को लेकर राजधानी में आयोजित यह कार्यक्रम चर्चा का केंद्र बना रहा और सोशल मीडिया पर भी इसकी झलकियां तेजी से वायरल हो रही हैं।
मुंबई: महाराष्ट्र के 129 शहरों में नगराध्यक्ष और अध्यक्ष पद पर जीत हासिल कर भारतीय जनता पार्टी ने फिर एक बार नया कीर्तिमान स्थापित किया है । 75 प्रतिशत नगरपालिकाओं में भारतीय जनता पार्टी, शिवसेना और राष्ट्रवादी महायुति के नगराध्यक्ष बने हैं। जहां पूरे राज्य में 48 प्रतिशत नगरसेवक भारतीय जनता पार्टी के चुनाव चिन्ह पर निर्वाचित हुए हैं। लगभग 3500 में से 3300 नगरसेवक भारतीय जनता पार्टी के चुनकर आए हैं, जो महाराष्ट्र के राजनीतिक इतिहास में एक रिकॉर्ड है। स्वयं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडनवीस की जनता ने एक बार फिर पार्टी और महायुति पर पूर्ण विश्वास के लिए आभार प्रकट करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरकर सामने आई है।
इस जनादेश के माध्यम से जनता ने महाराष्ट्र सरकार के कार्यों और विकास के उस एजेंडे पर अपनी मुहर लगाई है, जिसे महायुति ने जनता के समक्ष रखा था। विशेष रूप से यह कहना आवश्यक है कि आदरणीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में पूरे देश में जो विकास की सकारात्मक भावना बनी है, उसका सबसे अधिक लाभ महाराष्ट्र को मिला है और जनता ने उसी सकारात्मकता को स्वीकार किया है।

दिल्ली: तरुण मित्र परिषद के स्वर्ण जयंती वर्ष समारोह के अवसर पर आज प्यारेलाल भवन, आई.टी.ओ., नई दिल्ली में एक प्रेरणादायक, गरिमामय एवं सेवा-भाव से परिपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर दिल्ली के माननीय महापौर श्री राजा इकबाल सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। परिषद के संस्थापक एवं वर्तमान अध्यक्ष अशोक कुमार जैन ने परिषद की पाँच दशकों से अधिक की समाजसेवी यात्रा पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि निस्वार्थ सेवा, दृढ़ संकल्प और सामूहिक प्रयास ही तरुण मित्र परिषद की निरंतर प्रगति और प्रभाव का मूल आधार रहे हैं।
परिषद के महासचिव एवं निगम पार्षद मनोज कुमार जैन ने जानकारी साँझा करते हुये बताया कि स्वर्ण जयंती वर्ष के अंतर्गत 500 से अधिक जरूरतमंद विद्यार्थियों को स्कॉलरशिप, सहायक पाठ्य-पुस्तकें, स्टेशनरी सामग्री एवं ट्रैक सूट प्रदान किए गए। इस वर्ष परिषद ने एक नई और सराहनीय पहल करते हुए प्रत्येक विद्यार्थी को ₹50,000 की मेडिकल इंश्योरेंस पॉलिसी उपहार स्वरूप प्रदान की, जिससे बच्चों के स्वास्थ्य और भविष्य की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। इसके अतिरिक्त दिव्यांगजनों को व्हीलचेयर, कृत्रिम अंग एवं पोलियो कैलिपर्स, तथा जरूरतमंद महिलाओं को बैटरी संचालित इलेक्ट्रिक सिलाई मशीनें प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया गया।
दिल्ली किके महापौर राजा इकबाल सिंह ने तरुण मित्र परिषद के सेवा कार्यों की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि समाजसेवी संस्थाओं के सक्रिय सहयोग के बिना किसी भी सरकारी प्रयास की पूर्णता संभव नहीं है। उन्होंने बच्चों, महिलाओं और दिव्याँग जनों के कल्याण हेतु परिषद द्वारा किए जा रहे प्रयासों के लिए हार्दिक बधाई एवं आभार व्यक्त किया तथा भविष्य में भी सहयोग का आश्वासन दिया। मनोज मैदिरत्ता संस्थापक जीवन पब्लिशिंग हाउस, अल्का राघव निगम पार्षद,परिषद की संरक्षिका सुधा गुप्ता तथा धर्मपाल–सत्यपाल चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रतिनिधि ने समारोह में शिरकत की ।

दिल्ली: प्राइवेट स्कूल अभिभावकों से अतिरिक्त फंड लेकर नर्सरी में एडमिशन की प्रक्रिया को नजरअंदाज करके पिछले दरवाजे से कुछ सीटों की बुकिंग करके आर्थिक रुप से कमजोर और जरूरतमंद अभिभावकों के बच्चों को उनके मौके से दूर करने की कोशिश का आरोप लगाते हुए दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने मांग की है कि नर्सरी एडमिशन में बिना प्रक्रिया के बुकिंग की शिक्षा निदेशालय जांच करवाएं ताकि एडमिशन प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी और निष्पक्ष हो सके ।
उन्होंने कहा कि कुछ प्राईवेट स्कूल भारी डोनेशन या पहले से फीस जमा कराने की मांग करते है, जिसके कारण आर्थिक रुप से कमजोर परिवारों पर अधिक बौझ पड़ता है, जिसका अभिभावक विरोध कर रहे है। पहले से बुकिंग की आड़ में सीटों की कालाबाजारी या कुछ खास लोगों के लिए अतिरिक्त सीटें आरक्षित करने की आंशका विरोध का मुख्य कारण है।

दिल्ली: भदोई से बुनकरों के एक प्रतिनिधि मंडल ने लोकसभा के नेता विपक्ष राहुल गांधी ने मुलाकात कर लिया उनके मसलों पर संज्ञान लेकर दिया सहयोग का आश्वासन । कभी कार्पेट सिटी कहलाने वाला भदोही आज बदहाली का शिकार है। अमेरिका की भारत-विरोधी टैरिफ़ नीति से भदोही का कार्पेट व्यापार लगभग तबाह हो गया है। नतीजन निर्यात लगातार घट रहा है और कारोबार बांग्लादेश, पाकिस्तान और नेपाल जैसे देशों की ओर शिफ्ट हो रहा है। लाखों लोगों की रोजी-रोटी का साधन रही सदियों पुरानी यह कला, आज शोषण और सरकारी उपेक्षा का शिकार है। सदियों पुरानी यह कला, जो उनके व्यापार का आधार है, भारत की पहचान है और लाखों लोगों की रोज़ी-रोटी का साधन है, आज शोषण और सरकारी उपेक्षा का शिकार है। हालात इतने खराब हैं कि इन मेहनतकश परिवारों को सस्ती और सुलभ स्वास्थ्य सुविधाएँ तक उपलब्ध नहीं हैं।
लोकसभा में नेता विपक्ष के अनुसार आज ऐसी नीतियों की जरूरत है- जो बुनकरों के हुनर का सम्मान करे और इन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाए। इनकी कला को पहचान दिलाना उनकी जिम्मेदारी है, वह हर कीमत पर निभाएंगे। प्रतिनिधि मंडल ने हाथों से बनाई हुई एक सुंदर कालीन भेंट की, जिसमें उनके हुनर, मेहनत और सदियों पुरानी कला की झलक साफ़ दिखाई देती है ।
कोच्चि:16 दिसंबर को आयोजित एक भव्य समारोह में बहुप्रतीक्षित पैन-इंडियन फिल्म ‘वृषभा’ का ट्रेलर लॉन्च किया गया। यह कार्यक्रम मोहनलाल के प्रशंसकों के लिए किसी बड़े उत्सव से कम नहीं था। इसी के साथ फिल्म के प्रमोशनल अभियान की आधिकारिक शुरुआत हुई, जिसने क्रिसमस 2025 की सबसे बड़ी रिलीज़ में से एक के लिए माहौल तैयार कर दिया है।
इस मौके पर फिल्म के प्रमुख कलाकार मोहनलाल, समरजीत लंकेश, रागिनी द्विवेदी और नयन सारिका के साथ निर्देशक नंदा किशोर मौजूद रहे। वहीं निर्माता वरुण माथुर, अभिषेक एस. व्यास और संजय द्विवेदी (ग्रुप CEO एवं CFO, बालाजी टेलीफिल्म्स) की उपस्थिति ने इस आयोजन को और खास बना दिया।
साल 2025 मोहनलाल के लिए खास साबित हो रहा है। लगातार सफल फिल्मों, पुरस्कारों और वैश्विक पहचान के साथ ‘पावर ऑफ लालेट्टन’ का जादू कायम है। ‘वृषभा’ का ट्रेलर दो अलग-अलग समय-रेखाओं में बुनी एक भावनात्मक कहानी की झलक देता है, जो पिता और पुत्र के अटूट रिश्ते को केंद्र में रखती है।
फिल्म में मोहनलाल एक प्रभावशाली डबल रोल में नजर आएंगे। फ्लैशबैक में वह राजा विजयेंद्र वृषभा के रूप में दिखते हैं, जबकि वर्तमान समय में एक सफल बिजनेसमैन की भूमिका निभा रहे हैं, जो अपने पिछले जन्म की यादों से जूझ रहा है। उनका बेटा, जिसे समरजीत लंकेश ने निभाया है, इन रहस्यमयी स्मृतियों में उलझते हुए अपने पिता की रक्षा के लिए संघर्ष करता है। ट्रेलर में जबरदस्त एक्शन, गहरी भावनाएं और भव्य दृश्य दिखाए गए हैं। रागिनी द्विवेदी एक सशक्त और एक्शन से भरपूर अवतार में नजर आती हैं, वहीं नयन सारिका, अजय और गरुड़ा राम भी प्रभावशाली भूमिकाओं में दिखाई देते हैं।
निर्माता एकता आर. कपूर ने कहा कि ‘वृषभा’ हमारे लिए सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि एक भव्य सिनेमाई अनुभव है। मोहनलाल सर के साथ काम करना हमारे लिए गर्व की बात है। उनकी विरासत और स्क्रीन प्रेज़ेंस इस कहानी को एक नई ऊंचाई देती है। मुझे विश्वास है कि यह फिल्म दुनियाभर के दर्शकों, खासकर लालेट्टन फैंस, से गहराई से जुड़ेगी।
वहीं निर्देशक नंदा किशोर ने कहा कि यह कहानी समय की सीमाओं से परे दिलों को जोड़ती है। मोहनलाल सर के साथ काम करना हर निर्देशक का सपना होता है। उन्होंने पूरी निष्ठा और साहस के साथ हर दृश्य को निभाया है। यह फिल्म दर्शकों के दिलों को छूने वाली है।
फिल्म में संगीत सैम सी.एस., साउंड डिजाइन रेसुल पुकुट्टी, संवाद एसआरके, जनार्दन महार्शी और कार्तिक द्वारा लिखे गए हैं, जबकि एक्शन कोरियोग्राफी पीटर हेन, स्टंट सिल्वा, गणेश कुमार और निखिल ने की है।
बालाजी टेलीफिल्म्स और कनेक्ट मीडिया द्वारा प्रस्तुत, यह फिल्म मलयालम और तेलुगु में एक साथ शूट की गई है, जबकि हिंदी और कन्नड़ में भी रिलीज़ होगी।‘वृषभा’ एक भव्य पैन-इंडियन फिल्म के रूप में इस क्रिसमस सिनेमाघरों में भावनाओं, एक्शन और पिता–पुत्र के अटूट रिश्ते का शानदार उत्सव लेकर आ रही है।
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स्पॉटलाइट द्वारा आयोजित प्रतिष्ठित इंटर-स्कूल एलुमनी गोल्फ टूर्नामेंट में ला मार्टिनियर, लखनऊ ने शानदार प्रदर्शन करते हुए खिताब अपने नाम किया। यह बहुप्रतीक्षित टूर्नामेंट 12 दिसंबर 2025 को जेपी ग्रीन्स गोल्फ कोर्स, ग्रेटर नोएडा में आयोजित किया गया, जिसमें देश के प्रतिष्ठित बोर्डिंग स्कूलों के पूर्व छात्र बड़ी संख्या में शामिल हुए।
इस टूर्नामेंट में नौ प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों—शेरवुड कॉलेज, नैनीताल; मेयो कॉलेज, अजमेर; द लॉरेंस स्कूल, सनावर; मोतीलाल नेहरू स्कूल ऑफ स्पोर्ट्स, सोनीपत; द सिंधिया स्कूल, ग्वालियर; बिशप कॉटन स्कूल, शिमला; सेंट जोसेफ्स स्कूल, नैनीताल; ला मार्टिनियर, लखनऊ तथा वेल्हम बॉयज़ स्कूल, देहरादून—के एलुमनी ने भाग लिया। कुल 108 गोल्फरों की भागीदारी के साथ यह आयोजन एनसीआर के सबसे बड़े और जीवंत एलुमनी खेल आयोजनों में शामिल रहा।
कड़े मुकाबले के बाद ला मार्टिनियर, लखनऊ ने ओवरऑल टीम चैंपियनशिप अपने नाम की, जबकि द सिंधिया स्कूल, ग्वालियर उपविजेता रहा। मेयो कॉलेज, अजमेर ने तीसरा स्थान हासिल किया और शेरवुड कॉलेज, नैनीताल चौथे स्थान पर रहा।
व्यक्तिगत श्रेणियों में ला मार्टिनियर, लखनऊ के भरत थापर ने ओवरऑल ग्रॉस खिताब जीता, जबकि मानव प्रकाश ने नेट विनर का पुरस्कार अपने नाम किया। इन उपलब्धियों ने टूर्नामेंट में ला मार्टिनियर की मजबूत दावेदारी को और भी सुदृढ़ किया।
प्रतिभागियों ने टूर्नामेंट के बेहतरीन आयोजन की भरपूर सराहना की। आयोजनकर्ता राजीव वर्मा (स्पॉटलाइट) तथा ध्रुवपाल सिंह (जेपी) की टीम को उत्कृष्ट कोर्स मैनेजमेंट, शानदार आतिथ्य और समग्र व्यवस्था के लिए विशेष रूप से सराहा गया। आयोजन का समापन सजीव संगीत, मनोरंजन, उम्दा रात्रिभोज और प्रीमियम पेय के साथ हुआ, जिसने खेल, उत्सव और एलुमनी सौहार्द का अनूठा संगम प्रस्तुत किया।
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दिल्ली: दक्षिण पूर्वी दिल्ली के अंतर्गत शाहीन बाग पुलिस स्टेशन द्वारा गठित टीम ने अन्य राज्यों की पुलिस के सहयोग से 7 राज्यों में लोकल पुलिस की सहयोग से दबिश कर 10 अभियुक्तों गिरफ्तार कर एक ऐसे गिरोह का भांडा फोड़ा जो वीडियो कॉल के माध्यम से आपराधिक मामलों में लिप्त होने का झाँसा देकर दबाव जबरन वसूली करता था । इनके खिलाफ नेशनल क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल में 61 मामले दर्ज हैं एवं इनके द्वारा की गई जबरन वसूली का आंकलन 50 करोड़ के लगभग है ।
गिरफ्तार 10 में से 6 अभियुक्त इन आपराधिक गतिविधियों में डायरेक्टली इन्वॉल्व थे एवं 4 के खाते मनी ट्रांसफर के लिए इस्तेमाल किये गए। इन 6 अभियुक्तों के नाम थे धर्मेंद्र चौहान, सोमवीर सैनी, मोहम्मद अतिशमूल हक, संतोष कुमार कंडाई, मोहम्मद बुगारी और मोहम्मद शाहिद । मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी केरल, दिल्ली एवं मुंबई से हुई एवं इनके कब्जे से 10 मोबाइल सिम, 2 डेबिट कार्ड, 1 बेलिनो कार एवं डिजिटल साक्ष्य बरामद हुए । इन्हें शाहीन बाग निवासी तनवीर अहमद की शिकायत पर गिरफ्तार किया गया उनका शिकायत थी कि कुछ अज्ञात लोगों ने व्हाट्स ऐप पर ख़ुद को पुलिस अधिकारी प्रोजेक्ट करके उनके बैंक अकाउंट आपराधिक गतिविधियों के लिए झूठा दबाव बनाकर 99.8 हजार रुपये ऐंठ लिए ।
अभियुक्त फिलहाल हिरासत में हैं एवं मामले पर तहक़ीक़ात जारी है ।

दिल्ली: राजधानी जहां दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बन गया है। एक तरफ दिल्ली के 40 एक्यूआई स्टेशनों में से 39 पर एक्यूआई 401 से अधिक रेड जोन में रहा और प्रदूषण नॉन स्टाप बढ़ रहा है, लेकिन दिल्ली में भाजपा की सरकार दिल्ली की सांसों को बचाने की बजाय प्रदूषण का तुलनात्मक आंकलन करके कह रही है कि 2024 की तुलना में अब तक कम प्रदूषित रहा 2025। भाजपा सरकार को लोगों के स्वास्थ्य की जगह अपने रिपोर्ट कार्ड की चिंता है,जबकि कल यानी के 14 दिसंबर साल का सबसे अधिक एक्यूआई दर्ज हुआ है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने दिल्ली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि दुनिया भर में हवा की गुणवत्ता का आंकलन करने वाली वेबसाईटों पर दिल्ली का औसत एक्यूआई 615 रहा। जबकि कई इलाकां में एक्यूआई 600 से 1000 के बीच दर्ज किया गया। अंतराष्ट्रीय आंकलन अनुसार दीप विहार स्टेशन वन का एक्यूआई 985, मनसा राम पार्क में 840, किराड़ी एक्सटेंशन में 838, मुखर्जी नगर में 772, आनन्द पर्वत में 643 एक्यूआई दर्ज हुआ। उन्होंने कहा कि अगर दिल्ली सरकार के हवा गुणवत्ता आंकलन स्टेशनों की बात करें तब भी दिल्ली का औसत एक्यूआई बेहद खतरनाक स्तर 461 पर है जबकि वजीराबाद में 500 एक्यूआई, मुंडका, रोहिणी, अशोक विहार में 499 एक्यूआई, विवेक विहार में 497, आनन्द विहार में 492, नेहरु विहार और दिलशाद गार्डन में 491 एक्यूआई भाजपा सरकार प्रदूषण नियंत्रण की नाकामियों को उजागर करते है।
राजधानी के गंभीर प्रदूषण स्तर के कारण जहां खुले में सांस लेना मुश्किल हो गया है, आंखों में जलन, गले में खराश, सांस फूलने, फेंफड़ों से संबधित अस्थमा, खांसी, टीबी और फेंफड़ों में कैंसर, हृदयघात का खतरा, लीवर की परेशानी, सर दर्द, तनाव, स्कीन एलर्जी, पेट की आंतों सूजन और मानसिकता दवाब की शिकायते तक दर्ज होने का दावा अस्पतालां में डाक्टर और प्रदूषण विशेषज्ञ तक कर रहे है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने लोगों से झूठे वादे करके सत्ता में आने के बाद अब संकट के समय अपनी जिम्मेदारियों से भाग रही है। सरकार दिल्ली में प्रदूषण नियंत्रण के लिए सभी हथियारों का इस्तेमाल कर चुकी है और हर दिन नई घोषणा करके सिर्फ दिल्ली वालों को प्रदूषण से बचाने की जगह उन्हें भ्रमित करने का काम कर रही है।
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दिल्ली: नितिन नबीन सिन्हा बने भाजपा के नये राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष । यह नियुक्ति पार्टी की संसदीय समिति द्वारा सर्व सम्मति से की गई है । कायस्थ समुदाय से नितिन नबीन वर्तमान में बिहार सरकार में सड़क निर्माण मंत्री हैं एवं बांकीपुर विधान सभा क्षेत्र से 4 बार विधायक चुनकर आए हैं । उपलब्ध जानकारी के अनुसार उन्होंने 2020 में हुए विधान सभा चुनावों में 84000 वोटों से जीत हासिल की । हाल ही में हुए विधान सभा चुनावों में वह अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा के बेटे लव सिन्हा को भरी वोटों से हराकर विधायक बने ।
वह बीजेवाईएम के राष्ट्रीय महा सचिव भी रहे हैं । वह भाजपा के दिग्गज नेता नवीन किशोर सिन्हा के बेटे हैं एवं राजनीतिज्ञ होने के साथ अच्छे सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं । वह जगत प्रकाश नड्डा की जगह भाजपा के शीर्षस्थ प्रभारी का कार्यभार संभालेंगे ।

दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने घोषणा की है कि शिलांग के सिखों की लड़ाई में दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी पूरी मजबूती से उनके साथ खड़ी है और मेघालय हाई कोर्ट में चल रहे मामले शिलांग के सिखों के लिए न्याय दिलाने हेतु ज़रूरत पड़ी तो सुप्रीम कोर्ट भी जाएंगे: दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी यदि न्याय नहीं मिला तो वह सुप्रीम कोर्ट तक भी जाएगी।
गुरुद्वारा गुरु नानक दरबार, शिलांग में श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के 350वें शहीदी दिवस पर आयोजित विशाल समागम को संबोधित करते हुए कमेटी के जनरल सेक्रेटरी सरदार जगदीप सिंह काहलों ने, अपने और कमेटी अध्यक्ष सरदार हरमीत सिंह कालका की ओर से कहा कि उन्हें यह देखकर बहुत खुशी हो रही है कि शिलांग में सिखी का प्रचार हो रहा है और हमारे युवाओं ने खंडे बाटे का पाहुल लेकर दस्तारें सजा ली हैं।
उन्होंने कहा कि आज न केवल हमारे देश से, बल्कि देश-विदेश से भी सिख समुदाय के सदस्य शिलांग के सिख समुदाय के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि हम शिलांग के सिख समुदाय के मामले की पैरवी जहां अदालतों में कर रहे हैं, वहीं सरकारों के समक्ष भी इस मुद्दे को उठा रहे हैं। उन्होंने बताया कि हम मेघालय हाई कोर्ट में केस लड़ रहे हैं और आवश्यकता पड़ने पर सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंच करेंगे।
उन्होंने कहा कि देश और उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में जिस तरह सिखी का प्रचार हो रहा है, उसे देखकर उन्हें बहुत खुशी हो रही है। उन्होंने कहा कि यहां रहने वाले सिख समुदाय के सदस्यों को यहीं अपने-अपने व्यवसायों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और यहीं टिके रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश के इस हिस्से में नगर कीर्तन का आयोजन होना एक बहुत बड़ी उपलब्धि है, जिसकी जितनी भी सराहना की जाए, कम है।
'शोले' भारतीय सिनेमा की आइकॉनिक फिल्मों में शामिल । फ़िल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कामयाबी और कमाई के नए आयाम हासिल किये हैं । 1975 में बनी 'शोले' फिल्म ने एकबार फिर बड़े पर्दे पर धमाकेदार वापसी की है । इस बार 'शोले- द फाइनल कट' के नाम से री-रिलीज हुई इस फिल्म में बहुत कुछ ऐसा है, जो पिछली शोले में नहीं था। खासकर फिल्म के ऐसे कई सींस जिन्हें 1975 में इमरजेंसी के कारण सेंसर बोर्ड ने फिल्म से हटवाया या बदलवा दिया था इस बार फिल्म की री-रिलीज में बड़े पर्दे पर बहुत कुछ बदला हुआ होगा ।
मेरी नजर में इस फिल्म को एक बाद फिर देखने की एक बड़ी वजह इसका टेक्निकल पक्ष भी है। यह फिल्म बड़े पर्दे के लिए पहली बार 4K क्वालिटी में रिस्टोर की गई । याद रहे 50 साल पहले भी फिल्म कुछ सिनेमाघरों में 70mm रेशियो 2.2:1 में पेश की गई और अब इस फिल्म के ओरिजिनल नेगेटिव जो फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन के पास बरसों से सुरक्षित रखे गए थे उन पर करीब ढाई साल तक काम करने के बाद अब मैग्नेटिक ट्रैक से बेहतर ऑडियो Dolby 5.1 में रिलीज किया गया है इस बार फिल्म में बहुत कुछ बदला हुआ और नया है सिर्फ इतना ही नहीं है। इस बार पर्दे पर आप ओरिजनल क्लाइमैक्स देखेंगे है जो राइटर सलीम-जावेद ने लिखा था, धर्मेंद्र, संजीव कुमार, अमिताभ बच्चन , अमजद खान ,
जया बच्चन, हेमा मालिनी,l स्टारर 'शोले' इमरजेंसी के दौर में रिलीज हुई थी। सेंसर बोर्ड ने फिल्म निर्माता को ओरिजिनल एंडिंग बदलने के लिए मजबूर किया था। ना चाहते हुए भी रमेश सिप्पी को क्लाइमैक्स सीन फिर से शूट करना पड़ा था। दरअसल, ओरिजनल क्लाइमेक्स में, ठाकुर (संजीव कुमार) को गब्बर सिंह (अमजद खान) को मारते हुए दिखाया गया था। वो भी अपने कील वाले जूतों से मसलकर। लेकिन सेंसर बोर्ड के दबाव में तब इसे बदला गया। पिछली 'शोले' के इस सीन उसी वक्त पुलिस आ जाती है और गब्बर अरेस्ट हो जाता है।इस फिल्म के पहले शूट हुए क्लाइमैक्स में गब्बर की मौत का सीन और इमाम साहब के बेटे अहमद की हत्या का सीन काफी लंबा था। तब सेंसर बोर्ड ने इन सीन्स पर कैंची चला दी थी। सेंसर बोर्ड का तर्क था ठाकुर द्वारा गब्बर सिंह को नुकीले जूतों से मारना और अमजद की हत्या के दृश्य बहुत हिंसक है।
इस फिल्म की री-रिलीज में कई नए दृश्य जोड़े तो ऐसे में फिल्म को एक बार फिर सेंसर सर्टिफिकेशन की प्रक्रिया से गुजरना पड़ा। पिछले महीने सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन ने फिल्म को बिना किसी कट के इसे ‘U’ सर्टिफिकेट के साथ पास किया। यह फिल्म अब 209.05 मिनट की है। अब रिलीज़ हुई इस फिल्म की अवधि 3 घंटे, 29 मिनट और 5 सेकंड यानी करीब साढ़े तीन घंटे की हो गई है । 50 साल पहले जब फिल्म रिलीज हुई फिल्म हुई थी तो इसकी अवधि 190 मिनट, यानी लगभग 3 घंटे 10 मिनट की थी।
वहीं फिल्म के एक दृश्य में वीरू जब बसंती को रिवाल्वर चलाना सीखाता है तो यहां जय के एक डायलॉग के 'जेम्स बॉन्ड' रेफरेंस को बदलकर 'तात्या टोपे' किया गया है।अब इस ऐतिहासिक सुपर हिट एवरग्रीन फिल्म को बिग स्क्रीन पर फिर से देखने का सुनहरी मौका है। फिल्म को 4 के पिक्चर क्वालिटी, डॉल्बी 5.1 साउंड, ओरिजनल क्लाइमैक्स, और कुछ ऐसे खास दृश्य जिन्हें फिल्म की अधिक लंबाई होने की वजह से मेकर ने काटा या फिर सेंसर बोर्ड ने इन पर ऐतराज किया तो उन्हें चेंज करना पड़ा अब इन्हीं सीन्स के साथ इस फिल्म देखना मेरी नजर में एक अलग अनुभव होगा। इन सब से परे, फिल्म में धर्मेंद्र हैं। बॉलीवुडके ही-मैन को पुराने रूप में सिनेमाघरों में एकबार फिर संजोने का ऐसा मौका है जो आपकी आँखें नम कर कर सकता है, और फिल्म की मेकिंग कंपनी इस बार फिल्म को मुंबई में ग्रैंड प्रीमियर में जय और वीरू की मौजूदगी के साथ रिलीज करना चाहती थी, बिग बी ने बहुत पहले ही हामी भर दी थी, इस बारे में सिप्पी फैमिली ने फिल्म की रिलीज डेट से करीब डेढ़ महीने पहले धर्मेंद्र से भी बात कर ली थी और धर्म पा जी झट हां कर दी थी, लेकिन नियति को शायद यह मंजूर नहीं था , यही वजह रही कि 50 साल बाद फिर से रिलीज हो रही इस फिल्म का यह आयोजन कैंसल करना पड़ा तो भरे मन से मेकर कम्पनी ने फिल्म की शुरुआत में धर्म पा जी को श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद फिल्म की शुरुआत के बाद फिल्म शुरू की। अगर आपने बरसो पहले इस फिल्म को एक नहीं कई बार देखा है तो भी इस बार फिल्म को एक चमकते और टोटली बदलाव और करीब बीस मिनट की बढ़ी हुई अवधि के साथ इस बार फिर देखे और अगर सिनेमा के 70 एम एम के बिग स्क्रीन पर इस ग्रेट फिल्म को नहीं देखा तो इस बार किसी भी सूरत में मिस न करे।

दिल्ली: डॉ. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर, जनपथ में आयोजित श्री धर्मेंद्र जी की प्रेयर मीटिंग में राजनीतिक, सामाजिक और फिल्म जगत के प्रमुख हस्तियों ने पहुंचे और दिग्गज अभिनेता के प्रति अपनी गहरी श्रद्धांजलि अर्पित की। मीटिंग की मेजबानी हेमा मालिनी, ईशा व भरत तख्तानी, अहाना व वैभव ने की। धर्मेंद्र जी की लोकप्रियता और देशभर में उनके प्रति अपार स्नेह का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों के कई सांसदों और नेताओं ने प्रेयर मीटिंग में उपस्थिति दर्ज कराई।
इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा, केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, किरेन रिजिजू, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, तथा अन्य कई वरिष्ठ सांसद और नेता धर्मेंद्र जी को श्रद्धांजलि देने पहुंचे। फिल्म जगत से भी कई जानी-मानी हस्तियों ने उनकी याद में सिर झुकाया। जिनमें प्रमुख रूप से रंजीत, फिल्म निर्देशक अनिल शर्मा, और कई अन्य कलाकार एवं तकनीशियन शामिल रहे। समारोह के दौरान सभी नेताओं और फिल्मी हस्तियों ने धर्मेंद्र जी के सरल स्वभाव, विनम्रता और भारतीय सिनेमा पर उनके अमिट योगदान को याद किया।
धर्मेंद्र जी की याद में माहौल भावुक रहा और सभी ने उन्हें “लोगों के दिलों में बसने वाला सच्चा सुपरस्टार” बताया। प्रेयर मीटिंग में बड़ी संख्या में प्रशंसक भी उपस्थित रहे, जिन्होंने अपने प्रिय सितारे को नम आंखों से अंतिम विदाई दी।

दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य गुरमीत सिंह भाटिया ने बताया कि गुरु हरिकृष्ण पब्लिक स्कूल फतेह नगर की ब्रांच बंद नहीं हुई है बल्कि उसे शिफ्ट किया गया है, और इस मामले में कुछ लोगों द्वारा वीडियो पोस्ट करके किया जा रहा प्रचार गलत है।
आज यहाँ जारी एक बयान में गुरमीत सिंह भाटिया ने कहा कि उनका नाम लेकर उनसे जवाब देने की बात कही गई थी, इसलिए वे स्पष्ट करना चाहते हैं कि गुरु हरिकृष्ण पब्लिक स्कूल फतेह नगर की ब्रांच बंद नहीं हुई, बल्कि शिफ्ट हुई है। उन्होंने कहा कि दिसंबर महीने में आम तौर पर लोग बच्चों के छोटे क्लासों में एडमिशन करवाते हैं, और ऐसे समय में गलत वीडियो डालने से कौम का नुकसान होता है। उन्होंने कहा कि गुरु हरिकृष्ण पब्लिक स्कूल कौम की अमानत हैं और उनकी बेहतरी के लिए दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी की मौजूदा टीम पूरी मेहनत से काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि जहाँ तक कमेटी द्वारा किए जा रहे कामों का सवाल है, तो वे बताना चाहते हैं कि कमेटी की ओर से इस समय 50 रुपये में एमआरआई और सीटी स्कैन की सुविधा दी जा रही है और मुफ्त डायलिसिस की सुविधा भी उपलब्ध है। इसके अलावा कमेटी कर्मचारियों के लिए फ्लैट और हॉस्टल बना रही है तथा और भी कई कार्य किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग कभी सरदार मंजिंदर सिंह सिरसा, कभी सरदार हरमीत सिंह कालका और कभी सरदार जगदीप सिंह काहलों के बारे में भ्रामक वीडियो पोस्ट करते हैं। वे बताना चाहते हैं कि कमेटी की ओर से गुरु तेग बहादुर साहिब जी का 350वां शहीदी दिवस बहुत ही यादगार तरीके से मनाया गया और इसी तरह अन्य दिवस भी मनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा टीम पूरी लगन से कौम की सेवा कर रही है।

दिल्ली: मंगलवार को हुई स्थायी समिति की बैठक में यह मुद्दा उठाते हुए पार्षद प्रवीन राजपूत ने कहा कि फायर एनओसी एक बहुत गंभीर मुद्दा हैं। सत्ता पक्ष यह भूल जाता है कि निगम में पिछले 15 साल से भाजपा की ही सरकार है। भाजपा आज जो चिंताएं जता रही हैं, वही समस्याएं पहले भी थीं, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने कहा कि अवैध गतिविधियों की निगरानी में भारी कमी आई है। दिल्ली में कई गैरकानूनी गतिविधियाँ चल रही हैं। विशेषकर रेस्टोरेंट, हॉस्पिटल और मॉल्स के बेसमेंट में चल रहे हैं। जबकि बेसमेंट में लैब, शोरूम, दुकान नहीं चल सकती है। सिर्फ गोदाम की अनुमति है। लेकिन हकीकत यह है कि दिल्ली के कई अस्पतालों और मॉल्स के बेसमेंट पूरी तरह से शोरूम, लैब और मार्केट की तरह चल रहे हैं। अगर वहां कोई दुर्घटना हो जाए, तो बाहर निकलना असंभव है।
उन्होंने मांग की कि फायर एनओसी की जांच के लिए एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया जाए। इसमें स्टैंडिंग कमेटी के सदस्य, विभागीय अधिकारी, और स्वयं समिति की चेयरमैन भी शामिल हों। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा नियमित औचक निरीक्षण अनिवार्य होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि दिल्ली के लगभग 70-80 फीसद रेस्टोरेंट 90 मीटर के नियम से बचने के लिए 89.5 मीटर दिखाते हैं ताकि फायर एनओसी न लेनी पड़े। ये जनता की जान से सीधा खिलवाड़ है। इसके अलावा, कई रेस्टोरेंट टेरिस पर अवैध स्ट्रक्चर बनाकर चला रहे हैं। गोवा की दुर्घटना भी ऐसे ही अवैध लकड़ी के स्ट्रक्चर के कारण हुई। सीटिंग कैपेसिटी से ज्यादा सीटें लगाकर लाइसेंस का दुरुपयोग किया जा रहा है। लाइसेंस एक्सपायर होने के बाद भी विभाग की मिलीभगत से रेस्टोरेंट चलते रहते हैं।
बिना एनओसी से चल रहे होटल, क्लब, रेस्तरां को लेकर मंगलवार को मेयर राजा इकबाल सिंह और निगमायुक्त अश्विनी कुमार को पत्र लिखा है। इस पत्र के जरिए उन्होंने मांग की है कि दिल्ली भर में फायर एनओसी का तत्काल ऑडिट किया जाए, बिना एनओसी के चल रहे प्रतिष्ठानों पर तुरंत कार्रवाई की जाए, 15 दिन में सेफ्टी-कंप्लायंस रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए, अवैध प्रतिष्ठानों पर सीलिंग या जुर्माने की कार्रवाई हो और एमसीडी और डीएफएस लाइसेंसिंग की संयुक्त टास्क फोर्स बनाएं।
एमसीडी में आम आदमी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग ने मंगलवार को मेयर राजा इकबाल सिंह और निगमायुक्त अश्विनी कुमार पत्र लिखकर गोवा के एक नाइट क्लब में हुए भीषण अग्निकांड से सबक लेने की नसीहत दी है। उन्होंने एमसीडी से मांग की है कि फायर एनओसी की ऑडिट कराई जाए और बिना एनओसी के चल रहे प्रतिष्ठानों पर सीलिंग या जुर्माने की कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि गोवा नाइट क्लब अग्निकांड निगम के लिए एक चेतावनी है। अगर कड़े कदम नहीं उठाए गए तो दिल्ली में भी गोवा जैसी घटना हो सकती है।
एमसीडी के नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि गोवा नाइट क्लब अग्निकांड निगम के लिए गंभीर चेतावनी है। दिल्ली में फायर एनओसी की स्थिति भयावह है। 1000 से ज्यादा होटल, क्लब, बार में से सिर्फ 90 के पास ही वैध एनओसी है। 132 बैंकेट हॉल बिना एनओसी के चल रहे हैं, जिस कारण दिल्ली की 2 करोड़ आबादी खतरे में है। अगर समय रहते कड़े कदम नहीं उठाए गए तो गोवा जैसी त्रासदी दिल्ली में किसी भी दिन दोहराई जा सकती है।