दिल्ली: बिंदापुर पुलिस स्टेशन द्वारा गठित एक टीम ने डॉलर के झांसे में अख़बार की गद्दियाँ देने वाले 3 अपराधियों को किया गिरफ्तार । ये ₹3,00,000 के बदले US डॉलर देने की जगह अखबार की गद्दियाँ देकर फरार हो गये । इन्हें तकनीकी सर्विलांस एवं 250 CCTV फुटेज की मदद से धर दबोचा ।
मामले का मुख्य आरोपी रोबिल शेख एक बांग्लादेशी नागरिक है एवं पहले भी इस तरह की गतिविधियों में संलिप्त था और जालसाजी के मामले में सजा काट चुका है । उसके अन्य दो साथियों के नाम हैं। अजरुद्दीन एवं पुनीत शर्मा अभियुक्तों के कब्जे से कीपैड फ़ोन, 10,000 नक़द, 45 US डॉलर व अख़बार की गद्दी भी बरामद हुई । अभियुक्त फ़िलहाल हिरासत में हैं एवं मामले पर तहकीकात जारी है ।
दिल्ली: शिरोमणि अकाली दल की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने पूर्व सांसद और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व चेयरमैन तरलोचन सिंह पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया है कि वे अपने राजनीतिक आकाओं को खुश करने के लिए सिख इतिहास को योजनाबद्ध तरीके से तोड़-मरोड़कर पेश कर रहे हैं — जिसमें यह “हैरान करने वाला” दावा भी शामिल है कि सम्माननीय पंच प्यारे केवल “पांच हिंदू” थे। तरलोचन सिंह के हालिया लेख पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि पंच प्यारों को हिंदू बताना न केवल ऐतिहासिक रूप से झूठा है बल्कि यह सिख पहचान पर सीधा हमला है।
“पंच प्यारों को पांच हिंदू कहकर, तरलोचन सिंह उस कथानक को आगे बढ़ा रहे हैं कि 1469 में गुरु नानक देव जी के प्रकाश से लेकर 1699 में खालसा की स्थापना तक, सिख असल में कभी भी एक अलग धर्म के रूप में अस्तित्व में नहीं थे।
यह कलम की कोई मासूम गलती नहीं है। यह सिख धर्म की विशिष्टता को कमजोर करने और बिगाड़ने की एक सोची-समझी कोशिश है ताकि यह उनके उन आकाओं की विचारधारा के अनुकूल हो सके, जिन्हें वे खुश करना चाहते हैं।उन्होंने आगे कहा कि यह हालिया विवाद तरलोचन सिंह के “पवित्र सिख इतिहास को झूठा साबित करने की लंबी और खतरनाक प्रवृत्ति” का हिस्सा है।“कई साल पहले भी, राजनीतिक आकाओं को प्रसन्न करने की इसी भावना में, तरलोचन सिंह ने गुरु नानक देव जी की ऐतिहासिक बगदाद यात्रा से इनकार किया था, और उस महत्वपूर्ण यात्रा तथा अब्राहमिक धर्मों के साथ संवाद के सम्मान में बनाए गए गुरुद्वारे के अस्तित्व पर भी सवाल उठाए थे,” सरना ने खुलासा किया।
ऐसी कार्रवाइयों को “पंथ के साथ विश्वासघात” बताते हुए, सरना ने सिख समुदाय को चेताया कि वे उन व्यक्तियों से सतर्क रहें जो अपने पदों का दुरुपयोग करके सिख इतिहास की बुनियादी सच्चाइयों को कमजोर करने की कोशिश करते हैं। यह कोई सामान्य राय नहीं बल्कि एक सोची-समझी और संगठित कोशिश है सिख चेतना को तोड़ने और इतिहास को उन लोगों के अनुकूल दोबारा लिखने की, जो सदा से हमें अपने कब्ज़े में लेने का प्रयास करते रहे हैं।
उन्होंने सिखों से अपील करते हुए कहा कि वे ऐतिहासिक सच्चाई और सामुदायिक गरिमा की कीमत पर खेली जा रही इन खतरनाक चालों” से सतर्क रहें और कहा कि पंच प्यारों की विरासत से लेकर गुरु नानक साहिब की यात्राओं तक, हमारा इतिहास बिकाऊ नहीं है, और जो लोग इसे राजनीतिक लाभ के लिए नीलाम करने की कोशिश करते हैं, उन्हें खुद को सिख कहने का कोई हक़ नहीं है।
दिल्ली: ज्योति नगर स्थित महाराजा अग्रसेन भवन में महात्मा हजारीलाल मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा नि:शुल्क स्वास्थ्य जाँच शिविर व रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया।बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिकों द्वारा इस शिविर में लाभ उठाये जाने के समाचार मिले हैं ।नेत्र जाँच शार्पसाइट आई हॉस्पिटल,दंत परीक्षण क्लोव डेंटल अन्य स्वास्थ्य परीक्षण बी.पी., आर.बी.एस., बी.एम.डी., पी.एफ.टी., कोलेस्ट्रॉल, खून की जाँच, यूरिक एसिड व कैल्शियम जाँच मैक्स अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा की गई। मौके पर ब्लड डोनेशन कैम्प का भी आयोजन किया गया ।
शिविर के मुख्य अतिथि थे उत्तर पूर्वी दिल्ली से भाजपा सांसद मनोज तिवारी एवं पद्मश्री जितेंद्र सिंह शंटी तथा रेल भवन नई दिल्ली के पूर्व प्रिंसिपल प्राइवेट सचिव आर.एस. शर्मा,भाजपा जिला नवीन शाहदरा अध्यक्ष मास्टर विनोद कुमार पांचाल, भाजपा उत्तर पूर्व दिल्ली जिला अध्यक्ष डॉ. यू.के. चौधरी, दिल्ली नगर निगम स्थायी समिति की अध्यक्ष श्रीमती सत्या शर्मा, शाहदरा उत्तरी जोन के चेयरमैन पुनीत शर्मा, पूर्व चेयरमैन सचिन शर्मा, पूर्व युवा जिला अध्यक्ष आशीष तिवारी एवं शाहदरा उत्तरी जोन के डिप्टी चेयरमैन मुकेश बंसल सहित आमोखास ने शिविर में शिरकत की ।
ट्रस्ट के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुज शर्मा के अनुसार पिछले आठ वर्षों से यह ट्रस्ट शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, पर्यावरण, महिला सुरक्षा, दिव्यांग सहायता तथा भ्रष्टाचार मुक्त भारत के संकल्प के साथ सतत सामाजिक कार्यों में सक्रिय है। मुख्य अतिथि ने इस प्रकार के शिविर को समाज में स्वास्थ्य और सेवा के प्रति जागरूकता बढ़ाने में मील का पत्थर बताया ।
दिल्ली: नेशनल मेडिकल फोरम और दिल्ली हॉस्पिटल फोरम के अध्यक्ष, संजीवन अस्पताल के चेयरमैन डॉ. प्रेम अग्रवाल ने राजधानी के अस्पतालों पर जबरन थोपे जा रहे अव्यवस्थित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट एसटीपी सिस्टम को लागू करने के सरकारी दबाव पर कड़ा विरोध प्रकट किया कहा कि यह प्रणाली पूरी तरह से गैर-ज़रूरी है, अगर इस प्रणाली को लागू किया जाता है तो अस्पताल प्रबंधन के अलावा डॉक्टरों और स्टाफ कर्मियों की सुरक्षा को भी गंभीर खतरा है।
उन्होंने बताया सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड द्वारा 2016 में लागू की गाइडलाइंस के अनुसार दिल्ली के निजी अस्पतालों में लागू केन्द्रीय एसटीपी सिस्टम सुरक्षित और पर्याप्त हैं, इससे ट्रीटमेंट के बाद अस्पतालों का जल रिसायकल होता है और यह सिस्टम पूरी तरह से सभी सुरक्षा नियमो पर भी खरा उतर सका है लेकिन ना जाने क्यों दिल्ली के सभी अस्पतालों को अपने-अपने यहां एसटीपी लगाने को मजबूर किया जा रहा है। यह प्रक्रिया कही भी सफल नहीं रही ,बल्कि इससे अस्पताल प्रशासन पर अतिरिक्त वित्तीय और तकनीकी बोझ पड़ने के साथ साथ आपातकालीन सेवाओं की गुणवत्ता भी प्रभावित हो सकती है।
फोरम के सभी सदस्यों के साथ अध्यक्ष डॉ. प्रेम अग्रवाल ने इस संबंध में उपराज्यपाल विनय सक्सेना महोदय से शीघ्र हस्तक्षेप करने के की मांग करते हुए कहा है प्रशासन उन अस्पतालों को एसटीपी लगवाने को बाध्य न करे जो पहले से ही केन्द्रीय सीवेज प्रणाली से जुड़े हुए हैं दिल्ली की सीवेज प्रणाली में सुधार करके अधिक मजबूत किया जाए जिससे दिल्ली के अस्पतालो पर बेवजह वित्तीय और तकनीकी दबाव न पड़े ।
दिल्ली: इस बार मानसून आने से पहले ही सरकार के दावे हुए फेल। दो दिन की बारिश ने ही किया दिल्ली हुई जल मगन । दिल्ली की बेहाली को लेकर म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के नेता विपक्ष अंकुश नारंग ने दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार एवं दिल्ली के मेयर राजा इकबाल सिंह को लिया कटघरे में। जलमगन दिल्ली के विभिन्न इलाकों जिनमें धौला कुआँ,नजबगढ़,मुस्तफाबाद,नारायणा,शाहदरा,बसअड्डा,सरिताविहार,मुंडका आदि शामिल है की तस्वीरें दिखाते हुए बताया कि 400 चिंहित पॉइंट पर नोडल ऑफिसरस की जवाबदेही सुनिश्चित किए जाने के बावजूद भी दिल्ली हुई बेहाल । ठीक इसी प्रकार का आश्वासन मेयर राजा इकबाल सिंह की तरफ से भी मिला था। पीडब्ल्यूडी का दावा था कि जून 2025 तक 82 फीसदी डिस्लीटिंग का काम पूरा हो गया था । एमसीडी ने भी अपनी ऑफिसियल रिपोर्ट में भी जिक्र किया था कि सभी प्रकार के नालों के डिस्लीटिंग का काम पूरा हो चुका है । इन सब प्रयासों के बावजूद दिल्ली स्वीमिंग पूल में तब्दील हो गई ।
शिक्षा विभाग द्वारा जारी प्रमोशन सूची पर टिप्पणी करते हुए नेता विपक्ष ने कहा कि निर्धारित मानदंडों को ताक में रखकर तैयार की गई है यह सूची । दलितों के हितों का हनन हुआ है । इस बाबत टीचर वेलफेयर एसोसिएशन ने इस बाबत एससी/एसटी कमीशन को खत लिख कर आपत्ति जताई गई है । सूची का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि केस नंबर् में रुचिका का नाम है जिनकी डेट ऑफ जॉइनिंग मार्च 1998 है उसके नीचे केस नंबर 18591 में सुनीता का नाम है उनकी डेट ऑफ जॉइनिंग फरवरी 1997 है ।

ग्राहकों के साथ अटूट रिश्ते और संतुष्टि की विरासत के लिए जाने जाने वाले देश के अग्रणी इलेक्ट्रॉनिक्स रिटेलर इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट ने 9 जुलाई को 50 लाख रुपये के नकद पुरस्कार बांटे। इसके लिए राजौरी गार्डन स्थित इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट के विशाल स्टोर पर पुरस्कार के समर सीज़न स्पेशल ड्रॉ का आयोजन किया गया। इस गर्मी के मौसम में समर ड्रॉ ऑफर के तहत 50 लाख रुपये के पुरस्कार के लिए अभिनेत्री कशिका कपूर और अभिनेत्री उल्का गुप्ता ने लकी विजेताओं के कूपन निकाले। दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में ये अपनी तरह का अनूठा ऑफर है।
इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट की 100 फीसद ग्राहक संतुष्टि प्राप्त करने की गहरी रुचि और प्रयास के तहत इस तरह के आयोजन ने दिल्ली-एनसीआर के लोगों का दिल जीत लिया है।
50 लाख रुपये के नकद पुरस्कार के तहत 5 विजेताओं को 10-10 लाख रुपये नकद दिए जाएंगे। इस लक्की ड्रा में कूपन संख्या – 25097172, 25256966, 25217496, 25005373, और 25244259 ने 10-10 लाख रुपये जीते।
इस अवसर पर अभिनेत्री कशिका कपूर और उल्का गुप्ता ने 50 लाख रुपये के नकद पुरस्कार विजेताओं को शुभकामनाएं दीं और ग्राहकों को इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट में खरीदारी करते रहने और रोमांचक पुरस्कार जीतते रहने के लिए प्रोत्साहित किया।
उल्लेखनीय है कि भारत के अग्रणी इलेक्ट्रॉनिक्स रिटेलर - बजाज इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट के तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में 200 से अधिक मेगा स्टोर हैं।
इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट स्टोर एलईडी टीवी, घरेलू और रसोई के उपकरणों, मोबाइल, लैपटॉप, गैजेट्स, एक्सेसरीज़ आदि की विस्तृत श्रृंखला के साथ आसान ईएमआई विकल्पों के साथ बेस्ट प्राइस पर खरीद का अद्भुत अनुभव देता है।
इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट के सीईओ करण बजाज ने कहा, "इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट ने दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में अपने लॉन्च के बहुत ही कम समय में यह सफलता हासिल की है।" उन्होंने आगे कहा, "बम्पर ड्रॉ एक ऐसा तरीका है जिसके द्वारा हम, इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट में अपने ग्राहकों के प्रति आभार व्यक्त करने का प्रयास करते हैं। हम कामना करते हैं कि ग्राहकों के साथ हमारा रिश्ता और भी गहरा हो।" हम 50 लाख रुपये के नकद पुरस्कार विजेताओं को हार्दिक बधाई देते हैं।
ज्ञातव्य है कि इलेक्ट्रॉनिक्स मार्ट में इलेक्ट्रॉनिक्स, घरेलू उपकरण, गैजेट्स और भी बहुत कुछ खरीदने के विकल्प हैं।

दिल्ली: बहुमूल्य सार्वजनिक भूमि, जो दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) के स्वामित्व में है, पर हाल ही में भू-माफिया द्वारा संगठित रूप से अवैध निर्माण एवं अतिक्रमण की घटनाएं सामने आई हैं। यह न केवल प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करता है, बल्कि राष्ट्रीय संपत्ति की सुरक्षा पर भी गंभीर प्रश्नचिन्ह लगाता है। इस संबंध में *विश्व हिन्दू परिषद, इंद्रप्रस्थ प्रांत के मंत्री सुरेन्द्र गुप्ता द्वारा एक पत्र लिखकर केंद्र सरकार, दिल्ली सरकार, और संबंधित विभागों का ध्यान इस गंभीर मुद्दे की ओर आकर्षित किया गया है। पत्र में उल्लेख किया गया है कि:
1. वार्ड नम्बर 193 न्यू कोंडली, ब्लॉक A-3, दिल्ली-110096* स्थित भूमि, जो DDA की स्वामित्व वाली है, पर एक संगठित समूह द्वारा अवैध निर्माण किया जा रहा है।
2. यह भूमि सार्वजनिक उपयोग के लिए आरक्षित है और इस पर किसी भी प्रकार का निजी निर्माण पूर्णतः अवैध है।
3. स्थानीय निवासियों द्वारा लगातार शिकायतें दर्ज की जा रही हैं, जिसमें इस अवैध गतिविधि को तत्काल रोकने की मांग की गई है।
पत्र में यह भी स्पष्ट किया है कि संबंधित अधिकारियों द्वारा समय पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, जिससे भू-माफिया को बढ़ावा मिला। यह स्थिति न केवल प्रशासनिक निष्क्रियता को दर्शाती है, बल्कि भविष्य में और भी गंभीर सामाजिक एवं कानूनी समस्याओं को जन्म दे सकती है। इंद्रप्रस्थ प्रांत के मंत्री ने ख़त के माध्यम से अपील की है कि
1. DDA की भूमि पर हो रहे अवैध निर्माण को तत्काल रोका जाए।
2. संबंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जाए और उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए।
3. दोषियों के विरुद्ध कानूनी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
4. भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने हेतु नीति एवं प्रक्रिया में सुधार किया जाए।
5. इस भूमि को पुनः सार्वजनिक उपयोग हेतु सुरक्षित किया जाये ।
दिल्ली: आईटीबी इंडिया की ओर से आगमी 2 से 4 सितंबर 2025 तक मुंबई के जियो वर्ल्ड कन्वेंशन सेंटर में अपने चौथे संस्करण के लिए नई थीम "अनुभव का व्यवसाय: लक्षित विकास के लिए क्यूरेटेड यात्रा" को लॉन्च किया गया। माइस शो इंडिया और ट्रैवल टेक इंडिया के साथ संयुक्त रूप से आयोजित यह कार्यक्रम भारतीय और दक्षिण एशियाई बाजारों के लिए अनुकूलित व्यक्तिगत, अनुभव-संचालित यात्रा के समाधानों पर प्रकाश डालने वाला एक शक्तिशाली बी2बी प्लेटफ़ॉर्म प्रदान करेगा। थीम लॉन्च नई दिल्ली के ली मेरिडियन होटल में मंगलवार को बेहद भव्य एवं आलीशान तरीके से किया गया।
इस आयोजन में 400 से अधिक प्रदर्शकों, 600 से अधिक योग्य खरीदारों और 8,000 से अधिक उपस्थित लोगों के साथ, आईटीबी इंडिया 2025 वेलनेस एस्केप और सिनेमाई यात्राओं से लेकर आध्यात्मिक और सांस्कृतिक अन्वेषण तक विशिष्ट यात्रा का अनुभव प्रस्तुत किया जायेगा। इसमें शामिल होने वाले प्रमुख प्रतिभागियों में भारत, इटली, जापान, मलेशिया (सरवाक), केन्या और श्रीलंका जैसे देशों के पर्यटन बोर्ड, प्रमुख होटल, डीएमसी, एयरलाइंस और ट्रैवल टेक प्रदाता शामिल होंगे।
इस मौके पर मेसे बर्लिन एशिया पैसिफ़िक के कार्यकारी निदेशक डैरेन सीह ने कहा, भारत और दक्षिण एशिया के अनुभव की प्रथम यात्रा बाज़ारों के रूप में विकसित हो रहे हैं। "आईटीबी इंडिया 2025" इस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए अत्याधुनिक और रणनीतिक साझेदारी के लिए उत्प्रेरक साबित होगा।
आईटीबी इंडिया 2025 में कई बेहतरीन विशेषताओं पर प्रकाश डाला जाएगा, जिन्हें क्यूरेटेड यात्रा के रुप में अपने विषय को जीवंत बनाने के लिए ख़ास तौर पर डिज़ाइन किया गया है। इसमें अनुभव के मुताबिक इमर्सिव शोकेस पेश किया जायेगा। यहां उपस्थित लोग स्थानीय व्यंजनों का भी स्वाद ले सकेंगे। यहां स्वास्थ्य उपचारों का पता लगा सकेंगे और इसके साथ आभासी वास्तविकता के माध्यम से गंतव्यों का अनुभव कर सकेंगे।
इस आयोजन में एडीटीओआई, एटीओएआई, एनआईएमए और टीआईए जैसे प्रमुख संघों द्वारा समर्थित क्रेता अभिजात वर्ग कार्यक्रम प्रदर्शकों और उच्च-गुणवत्ता वाले खरीदारों के बीच लक्षित मिलान की सुविधा प्रदान करेगा। इसमें भारतीय फिल्म पर्यटन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जिसमें पैनल चर्चाएँ, बी2बी बैठकें और सिनेमा से प्रेरित प्रोडक्शन हाउस के साथ साझेदारी के अवसर शामिल होंगे।
अर्ली बर्ड ऑफर: प्रदर्शक 15 जुलाई 2025 तक विशेष छूट का आनंद ले सकते हैं, वहीं व्यापारिक आगंतुक 25 जुलाई 2025 तक सुपर अर्ली बर्ड पर आधारित किफायती दरों का लाभ उठा सकते हैं।
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दिल्ली: संगठन सृजन अभियान के तहत प्रत्येक जिला कांग्रेस कमेटी में प्रशिक्षण शिविर संगठन को मजबूत बनाने और कार्यकर्ताओं को नए दिशा निर्देश देने के लिए आयोजित किए जा रहे हैं ताकि विभिन्न मुद्दों पर स्पष्ट रुख रखकर पार्टी के कार्यक्रमों और नीतियों को प्रचारित करके संगठन की जमीनी स्तर पर मजबूत पकड़ बनाई जा सके। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव के अनुसार इन प्रशिक्षण शिविरों के माध्यम से कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पार्टी के दृष्टिकोण और विजन सहित लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष श्री राहुल गांधी तथा कांग्रेस अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा वर्तमान माहौल के विभिन्न मुद्दों पर जारी पार्टी के संघर्ष से अवगत कराया जा रहा है। प्रशिक्षण शिविर में क्षेत्र की जनता जनता को वास्तविक स्थिति से परिचित कराया जा रहा है ताकि भाजपा सरकार की भ्रमित करने की जानकारी एवं झूठे प्रचार का प्रभावी मुकाबला सशक्त होकर किया जा सके। आज तिलक नगर जिला कांग्रेस कमेटी में आयोजित प्रशिक्षण शिविर का आयोजन जिला अध्यक्ष श्री धर्मपाल चंदेला द्वारा मेहक बैंक्वेट हॉल, प्लॉट नंबर 43, वेस्ट पंजाबी बाग, मेट्रो पिलर 145 के सामने, मुख्य रोहतक रोड पर किया गया। सभी जिलों में कांग्रेस प्रशिक्षण शिविर ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी द्वारा नियुक्त विशेषज्ञों और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सहयोग से संचालित किए जा रहा है, संगठन सृजन अभियान के तहत प्रशिक्षण शिविर का उदेश्य प्रत्येक ब्लॉक के अंतर्गत मंडल और सेक्टर के गठन करने के बाद पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूत बनाने का है। तिलक नगर जिला प्रशिक्षण शिविर में मुख्य रुप से अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के दिल्ली प्रभारी काजी निजामुद्दीन, पूर्व मंत्री डा नरेन्द्र नाथ, एआईसीसी के सचिव प्रभारी श्री सुखविन्द्र सिंह डैनी, कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन अनिल भारद्वाज, जिला अध्यक्ष धर्मपाल चंदेला, लोकसभा आर्ब्जवर श्री कमलकांत शर्मा, जिला आर्ब्जवर राजेश यादव, एआईसीसी के पूर्व के सचिव सी.पी. मित्तल, लीगल सेल चेयरमैन एडवोकेट सुनील कुमार और जे पी पंवार भी मौजूद थे।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष ने बाबरपुर जिला कांग्रेस कमेटी में पहले प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन किया। जिला प्रशिक्षण शिविर तीन सत्रों में आयोजित किए जा रहे है। जिसमें जिला कार्यकारिणी, ब्लॉक अध्यक्षों और मंडल अध्यक्षों ने भाग लिया। कांग्रेस के विजन, कांग्रेस के गौरवशाली इतिहास, बूथों, मंडलों, सेक्टरों, ब्लॉक अध्यक्षों, जिला पदाधिकारियों और पार्टी कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारियों पर विस्तृत चर्चा हुई, ताकि पार्टी के आदर्शो, कार्यक्रमों और नीतियों को जमीनी स्तर तक प्रचार प्रसार किया जा सके। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता जनता के कल्याण और विकास के कार्यां पर पार्टी लाईन पर काम करके भाजपा भाजपा द्वारा धर्म, जाति एवं समुदाय के आधार पर लोगों को बांटने के खिलाफ एकजुट होकर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण शिविर में भाजपा के देश की एकता और अखंडता के हानिकारक एजेंडा लागू करने के लिए संवैधानिक पदों पर कब्जा करने की खतरनाक रणनीतियों का मुकाबला करने पर भी विचार-विमर्श किया गया। सभी जिलों में प्रशिक्षण शिविर न केवल कांग्रेस कार्यकर्ताओं को विभिन्न मुद्दों पर पार्टी की नीतियों और विचारधारा को घर-घर जाकर लोगों तक पहुंचाने के लिए आयोजित किए जा रहे है बल्कि प्रत्येक ब्लाक अध्यक्ष अपने-अपने क्षेत्रों में ऐसे शिविर आयोजित करके कार्यकर्ताओं को जागरूक बूथ और जमीनी स्तर मजबूत बनाने में भी मदद मिलेगी।

दिल्ली : एक राजनीतिक पार्टी के रूप में भाजपा का हर कार्यकर्ता डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के विचारो को अनुसरण करता है और भाजपा विचार आधारित पार्टी है। इसलिए उन विचारो को जन जन पहुंचाने के लिए पिछले एक महीने से दिल्ली भाजपा द्वारा तैयारी की जा रही है और कल भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जगत प्रकाश नड्डा जी की उपस्थिति में कमानी ऑडिटोरियम में डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन पर आधारित नाटय मंचन का आयोजन किया गया है भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 8 जुलाई को शाम 4 बजे होने वाले नाटय मंचन में डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जीवन से जुड़े पहलु देखने को मिलेंगे - बाल्या अवस्था में उनका स्वभाव, कॉलेज जीवन से लेकर युवा कुलपति बनने तक का सफर, राजनीतिक प्रवेश से लेकर देश की एकता के लिए नेहरू मंत्रिमंडल से इस्तीफ़ा देना और फिर जम्मू कश्मीर यात्रा और शेख अब्दुल्ला से मिलना है इन सभी विषयों को हमने दिखाने की कोशिश की है। इसमें भाग लेने वाले कलाकार राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय से हैं।
डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने हमेशा सिर्फ ध्येय के लिए काम किया कभी पद के लिए काम नहीं किया इसलिए उन्होंने देश की एकता और अखंडता के लिए अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा कि राष्ट्र सर्वप्रथम के विचार से आगे बढ़ना उनका एक मात्र लक्ष्य था और आज उन्होंने जो बीज लगाया था वह भारतीय जनता पार्टी के रूप में एक वटवृक्ष बनकर विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बनने का सौभाग्य प्राप्त कर चुका है।
दिल्ली: प्रदेश कांग्रेस अनुशासनात्मक कमेटी ने सर्वसम्मति से कृष्णा नगर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गुरचरण सिंह राजू की पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण 6 वर्ष के लिए कांग्रेस पार्टी से निष्कासित किया।दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अनुशासनात्मक कमेटी के चेयरमैन डा नरेन्द्र नाथ के अनुसार पार्टी से बड़ा कोई नही, पार्टी से उपर कोई नही, हम सभी पार्टी के सिपाही है और पार्टी के नीति नियम और आदर्शों को पालन करना हमारा कर्तव्य है। पार्टी विरोधी गतिविधियां बर्दाश्त नही, देश की सबसे पुरानी कांग्रेस पार्टी की परम्परा है।
कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन के अनुसार अनुशासनात्मक कमेटी में सर्वसम्मति से लिए गए निर्णय की सूचना अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की अनुशासनात्मक कमेटी के चेयरमैन तारिक अनवर और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी महासचिव संगठन को भेज दी गई है।
दिल्ली:हरियाणा के फतेहाबाद के पास बिगड़ क्षेत्र में श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी के नाम पर जो तीन सौ एकड़ ज़मीन दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की है, जब दिल्ली की संगत ने हमें दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के ज़रिए सेवा संभालने का मौका दिया, उस समय हमने सिख पंथ के दरवेश नेता शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के तत्कालीन प्रधान, पंथ रत्न जत्थेदार गुरचरण सिंह टोहड़ा जी के हाथों इस ज़मीन का योग्य इस्तेमाल करते हुए, हमारे बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए इस ज़मीन पर श्री गुरु तेग बहादुर इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल की नींव 11 जुलाई 1996 को रखवाई और यहां एक शानदार इमारत तैयार की गई। इस स्कूल के साथ एक इंजीनियरिंग कॉलेज भी सफलतापूर्वक चलाया गया।
शिरोमणि अकाली दल के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना के अनुसार जब वो कल इस संस्था को देखने गए, तो यह देखकर बहुत दुख हुआ कि दिल्ली कमेटी में बैठा भ्रष्टाचारी गिरोह, जिसने दिल्ली की सिख संस्थाओं को बर्बाद किया है, वही हाल इस हरियाणा स्थित संस्था का भी कर दिया है, जो अब खंडहर बनती जा रही है। पहले मनजिंदर सिंह सिरसा जैसे लोगों ने इस संस्था को अपने हितों के लिए बर्बाद किया और अब हरमीत सिंह कालका और उसकी टोली यह काम कर रही है। आज जब पूरी कौम नवें पातशाह श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी की 350वीं शहीदी शताब्दी मना रही है, उस समय दिल्ली कमेटी नवें पातशाह जी के नाम पर बनी ऐतिहासिक संस्थाओं को बर्बाद कर बेचने के रास्ते पर चल पड़ी है। दिल्ली कमेटी को बताना चाहिए कि वह किस मुंह से शहीदी शताब्दी के समागम मना रही है, जब गुरु साहिब के नाम पर बनी संस्थाओं को वह खुद नष्ट कर रही है।
दिल्ली कमेटी के सरकारी सरपरस्ती से बने वर्तमान प्रधान ने कृतघ्नता की सारी सीमाएं पार कर दी हैं। जिस जत्थेदार गुरचरण सिंह टोहड़ा की बदौलत वह राजनीति में आया, उसी टोहड़ा जी के लगाए हुए पौधे को आज वह उजाड़ने पर तुला हुआ है। अगर आज दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का वित्तीय प्रबंधन डगमगा गया है, तो इसके लिए मनजिंदर सिंह सिरसा, हरमीत सिंह कालका और जगदीप सिंह काहलों जैसे लोग जिम्मेदार हैं। इस कारण ज़रूरी है कि इन लोगों ने गुरु की गोलक से जो संपत्तियाँ बनाई हैं, उन्हें नीलाम कर नुकसान की भरपाई की जाए। लेकिन ये लोग गुरु घर की संपत्तियाँ बेचने के रास्ते पर चल चुके हैं।
कमेटी के कुप्रबंधन के कारण जो बकाया केस कमेटी पर खड़े हुए हैं, उनमें यह सारी संपत्ति, जिसकी कीमत कई हजार करोड़ रुपए बनती है, अटैच की जा चुकी है। अब दिल्ली कमेटी इसे अपने चहेतों को कौड़ियों के भाव बेचकर खा जाना चाहती है। लेकिन शिरोमणि अकाली दल किसी भी कीमत पर यह बर्दाश्त नहीं करेगा। यह सारी संपत्ति कौम की पूंजी है और कौम के पास ही रहेगी। यदि दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी इसकी देखरेख नहीं कर सकती, तो वह संगत को लिखकर दे कि वह इसके योग्य नहीं है। दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि वो श्री अकाल तख्त साहिब पर जाकर इस संस्था की देखभाल और प्रबंधन के लिए शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी से सहयोग लेने की अपील करेंगे।

दिल्ली: एमसीडी की विभिन्न जोनों विशेषकर सेंट्रल जोन में फैली गंदगी के मद्देनजर नेता विपक्ष एवं आम आदमी पार्टी से निगम पार्षद अंकुश नारंग के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी के निगम पार्षदों ने दिया मेयर आफिस के सामने धरना प्रदर्शन । हाथों में स्लोगन लिये पार्षद नारे लगा रहे थे भाजपा की 4 इंजन की सरकार फिर भी दिल्ली वासी कचरे के ढेर से बेहाल । स्थिति से निपटने में असफल होने के कारण दिल्ली के मेयर राजा इकबाल सिंह से की इस्तीफे की माँग । स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में भी सफाई के मुद्दे पर चर्चा नहीं हुई । कुछ जोनों में 15 दिन में एक बार टिप्पर आता है जो कि कचरा उठाने में अपर्याप्त है । मेयर ने एक महीने पहले आश्वासन दिया था कि वह दो दिन के अंदर स्थिति को नियंत्रण में ले आयेंगे लेकिन जब एक महीने बाद भी कोई एक्शन नहीं लिया गया तो वे आज अपॉइंटमेंट लेकर मेयर से मिलने आए लेकिन मेयर कार्यालय में उपलब्ध नहीं थे ।
गुस्साये निगम पार्षदों ने मेयर ऑफिस के सामने फैला दिया कचरे का ढेर । इनका कहना था कि राजा इकबाल सिंह भी उसी तरह बदबू झेलें जिस तरह दिल्ली वासी गंदगी की बदबू से बेहाल हैं । नेता विपक्ष का कहना है कि यदि मेयर ने कोई एक्शन नहीं लिया तो सड़क से लेकर सतह तक होगा धरना प्रदर्शन ।

दिल्ली : भारत मंडपम में अयोजित प्रदर्शनी आपराधिक कानूनों की झलक में दिल्ली पुलिस ने किया क्राइम से लेकर न्याय प्रक्रिया का मंचन । आधुनिक तकनीक एवं आईटी से लेस प्रक्रिया के विभिन्न आयामों की बारीकियों को समझाने के लिए सरलीकृत ढंग से किया गया प्रस्तुत । सूचना दर्ज होने के बाद क्राइम स्पॉट पर पड़ताल जिसमें फॉरेंसिक पहलू भी शामिल है से लेकर अदालत में पेश करने तक और अंत में न्यायालय द्वारा मामले का निपटारा यह सारी प्रक्रियायें आईटी टेक्नोलॉजी की मदद से अब ऑनलाइन एवं सरल हो गई हैं ।
संयुक्त पुलिस आयुक्त अपराध सुरेंद्र कुमार ने कानून एवं जाँच प्रक्रिया में आये बदलावों की बारीकियों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि 7 साल से अधिक सजा के प्रावधान वाले आपराधों की जाँच के लिए अपराध स्थल पर फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स की टीम को शामिल किया जाना जरूरी है । जाँच अधिकारी गिरफ्तारी के 60 दिन के अंदर किसी भी समय पुलिस कस्टडी की माँग कर सकता है । अदालत में ऑनलाइन चार्जशीट का दाखिल किया जाना , वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गवाह के बयान एवं जेल से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपराधी की कोर्ट में पेशी समय और खर्चे की बचत के साथ तय मियाद में मामले के निपटारे में सहायक होंगी ।
1 जुलाई से लेकर 6 जुलाई तक भारत मंडपम के हाल नंबर 14 में लगाई गई यह प्रदर्शनी प्रशिक्षु अन्वेषकों, कानून के छात्रों एवं न्याय एवं जाँच प्रक्रिया से जुड़े लोगों को नई प्रक्रिया एवं क़ानून में आये बदलावों की बारीकियों को समझने में सहायक होगी । इन बारीकियों की सतही तौर पर जानकारी सामान्य नागरिकों के लिए भी जरूरी है ।

दिल्ली: म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के 12000 अस्थाई कर्मचारियों को स्थाई किए जाने का प्रस्ताव-फरवरी मार्च के हाउस में पास होने के बावजूद भी नहीं हो पाए हैं स्थाई । हालांकि तत्कालीन आम आदमी पार्टी के कार्यकाल में इनको वेतन देने के लिए 800 करोड़ रुपए के बजट का भी प्रावधान कर दिया गया था। म्युनिसिपल कारपोरेशन के नेता विपक्ष ने आरोप लगाया है कि बीजेपी शासित एमसीडी जानबूझ कर इन कर्मचारियों को पक्का नहीं कर रही है, क्योंकि दलालों की बीजेपी नेताओं और अफसरों से सेटिंग है। ये चाहते हैं कि कर्मचारी मजबूर होकर दलालों के पास जाएं और पक्का होने के लिए लाखों रुपए दें।
एमसीडी के कई जोनों में 1998 में नियुक्त सफाई कर्मचारी अभी तक पक्के नहीं हो पाए, उनको काम करते हुए 27 वर्ष हो गए। जब कर्मचारी को पक्का करने की फाइल जाती है, तो अपनी उपस्थिति दिखाने को कहते हैं। ये कर्मचारी दिल्ली की जनता के लिए रोज सड़कें साफ करते हैं। फिर भी ये लोग उनसे हाजिरी मांग रहे हैं। कर्मचारी अपनी अटेंडेंस रखेगा या नियोक्ता यानी एमसीडी कर्मचारी का अटेंडेंस का रिकॉर्ड अपने पास रखेगी। अगर ये पक्का नहीं होंगे तो रिटायरमेंट के बाद इनको कोई लाभ नहीं मिलेगा। अभी 60 कर्मचारी रिटायर हुए हैं। उनको रिटायरमेंट लाभ, कैशलेस मेडिकल योजना किसी का लाभ नहीं मिला।
नेता विपक्ष के एमअनुसार 2021-22 में 82 कर्मचारियों को पक्का किया गया, जबकि 2004 में पक्का होना था। इन 84 कर्मचारियों का कहना है कि उनके बाद पक्के हुए 94 कर्मचारियों को 2004 से पक्का माना जा रहा है तो उन्हें भी 2004 से पक्का माना जाए। डम्स विभाग ने 25 कर्मचारी लिया और उन्हें कस्तूरबा गांधी अस्पताल में भेज दिया। अब ये कर्मचारी पक्का करने की मांग कर रहे हैं। हेल्थ विभाग इन्हें डम्स भेज रहे हैं, जबकि डम्स वाले उनहें हेल्थ विभाग में भेज रहे हैं। इन कर्मचारियों को समझ ही नहीं आ रहा है कि उन्हें जाना कहां है।सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन है कि अगर किसी कर्मचारी की एक साल में 240 दिन की हाजिरी है, तो उसे पक्का किया जा सकता है। बीजेपी की एमसीडी सुप्रीम कोर्ट की इस गाइडलाइन को भी नहीं मानती है। एमसीडी किस नियम से चलती है और भाजपा इसे किस तरह चलाना चाहती है? 15 साल भाजपा शासन में एमसीडी अंधकार में गई और अब फिर से बीजेपी इसे अंधकार में ले जा रही है।
शिक्षा विभाग में 1995 से 2002 की वरिष्ठता सूची बनाई है। भाजपा सत्ता पर काबिज तो हो गई, लेकिन उसके पास कर्मचारियों के लिए कोई योजना नहीं है। उन्होंने बीजेपी शासित एमसीडी से मांग है कि वह एक सिंगल विंडो सिस्टम बनाए, जहां कर्मचारी पक्का होने का आवेदन दे और सारे दस्तावेजों की जानकारी वहीं मिले।
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दिल्ली: नेशनल प्रेस्टिज अवॉर्ड 2025 का भव्य आयोजन इस वर्ष राजधानी में यूनिवर्सल मीडिया के सौजन्य से किया गया, जहां देशभर की उत्कृष्ट प्रतिभाओं को उनके क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए सम्मानित किया गया। यह अवॉर्ड बॉलीवुड की लोकप्रिय बॉलीवुड अभिनेत्री और विशिष्ट अतिथि ईशा देओल के हाथों प्रदान किया गया। ईशा देओल ने अपने करिश्माई अंदाज़ में मंच पर उपस्थित सभी कलाकारों, उद्यमियों और पेशेवरों को बधाई देते हुए कहा कि यह मंच प्रतिभा और परिश्रम का वास्तविक उत्सव है। उन्होंने 'क्लासी क्लिक्स' की फोटोग्राफी की तारीफ करते हुए कहा कि हर तस्वीर जैसे भावनाओं को जीती हुई प्रतीत होती है।
क्लासी क्लिक ने शादी जैसे विशेष और व्यक्तिगत क्षणों को जिस बारीकी, कलात्मकता और तकनीकी दक्षता से कैमरे में कैद किया है, वह उन्हें इस क्षेत्र में अग्रणी बनाता है। उनकी तस्वीरों में न केवल दृश्य सौंदर्य होता है, बल्कि हर फोटो एक कहानी बयां करती है। उनकी फोटोग्राफी में परंपरा, आधुनिकता और भावनाओं का सुंदर संगम देखा जा सकता है। सम्मान ग्रहण करते हुए क्लासी क्लिक्स के निदेशक सुजान सिंह ने कहा यह सम्मान केवल उनका नहीं, उनकी पूरी टीम का है जो हर समारोह को एक यादगार अनुभव बनाने में जी-जान से जुटती है। यह अवॉर्ड हमें और बेहतर करने की प्रेरणा देगा। नेशनल प्रेस्टीज अवॉर्ड 2025 का यह संस्करण भारतीय रचनात्मकता, कला और व्यावसायिक उत्कृष्टता को मंच देने वाला साबित हुआ। फोटोग्राफी जैसी रचनात्मक विधा को इस तरह सम्मानित करना देश में बढ़ती पेशेवर गुणवत्ता और सौंदर्य बोध का प्रमाण है। यूनिवर्सल मीडिया की ओर से यह घोषणा भी की गई कि अगले वर्ष अवार्ड वितरण समारोह का आयोजन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होगा , जिसमें भारत के साथ-साथ अन्य देशों की प्रतिभाएं भी शामिल होंगी।
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दिल्ली: विपक्ष के शीर्षस्थ नेताओं द्वारा की गई टिप्पणियों पर कटाक्ष करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा कि आज देश के पास दो मॉड्यूल हैं । पहला भ्रष्टाचारी एवं परिवारवादी विपक्ष का हिमांचल प्रदेश एवं कर्नाटक म्ड्यूअल दूसरा विकास । विकास का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि आज विश्व की 50 फीसदी ग्लोबल ऑनलाइन ट्रांजेक्शन भारत में होती है । देश के 95 फीसदी गांव इंटरनेट से कनेक्टेड हैं । कांग्रेस एवं भाजपा शासनकाल का तुलनात्मक विश्लेषण करते हुए उन्होंने बताया कि कांग्रेस शासनकाल में 27 करोड़ लोग इंटरनेट से कनेक्टेड जबकि आज 90 करोड़ लोग इंटरनेट से कनेक्टेड हैं । सियाचिन में भी 5 G नेटवर्क पहुंच गया है ।
कोविड काल में कोविन पोर्टल के माध्यम से 100 करोड़ से भी अधिक लोग वैक्सीनेटेड हुए । भारत की एआई मार्किट का साइज आज 1 ट्रिलियन डॉलर है ।

दिल्ली: स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया इंडिया में कथित 400 करोड़ के घोटाले को लेकर कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता एवं पूर्व सांसद अजोय कुमार ने साधा केंद्र की भाजपा शासित सरकार पर निशाना कहा कि पालिसी के तहत 100 इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों को डिस्काउंटेड रेट पर 1.1 मिलियन टन स्टील सप्लाई किया गया जिसकी वैल्यू 7500 करोड़ के लगभग है । इस मामले को राजीव भाटिया जो कि स्टील अथॉरिटी में महा प्रबंधक के पद पर तैनात थे और कोलकाता में पोस्टेड थे प्रकाश में लाया और उनके द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के आधार पर जाँच एजेंसियों ने संज्ञान लिया । दोषी पाए गए 26 सस्पेंड हुए बाद में उन्हें बहाल कर दिया गया । केवल राजीव भाटिया का सस्पेंशन बर्खास्तगी में तब्दील हुआ ।
इन 100 कंपनियों में से एक कंपनी वेंकटेश इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड जिसकी निर्देशक एकता अग्रवाल हैं का हवाला देते हुए एक्स सांसद ने बताया कि 1 अक्टूबर 2020 में यह कंपनी स्थापित हुई मात्र 10 दिन में याने के 12 अक्टूबर 2020 में स्टील अथॉरिटी द्वारा इस कंपनी को 750 करोड़ मूल्य का स्टील सप्लाई किया गया डिस्काउंटेड रेट पर । इस कंपनी का नाम एपको इंफ्रास्ट्रक्चर ने सितंबर 2020 में स्टील अथॉरिटी को रिकमेंड किया था । पूर्व सांसद का कहना है कि स्टील अथॉरिटी ने वेंकटेश इंफ्रा द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनियों को डायरेक्ट स्टील की सप्लाई कर दी । इस सप्लाई में वेंकटेश इंफ्रा को दलाली के रूप में 90 करोड़ का मुनाफा हुआ । पूर्व सांसद का आरोप है कि एपको इंफ्रा ने सियासी पार्टी को 30 करोड़ की डोनेशन दी थी । इस कंपनी को दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे का ठेका, जम्मू कश्मीर में टनल के निर्माण एवं मुंबई में रोप ब्रिज के निर्माण का ठेका मिला था । राजीव भाटिया ने इस बाबत प्रधान मंत्री को दो खत भी लिखे थे ।
लगाये गए आरोपों के मद्देनजर संबंधित विभाग एवं केंद्र जरूरी है चाहिए कि वह मामले की गहराई में जाकर उचित कार्यवाही करे ...

दिल्ली : एमसीडी के शिक्षा विभाग द्वारा जारी अध्यापकों की वरीयता की सूची पर लगाये एमसीडी के नेता विपक्ष एवं आम आदमी पार्टी से निगम पार्षद अंकुश नारंग ने लगाये सवालिया निशान कहा कि मानदंडों को ताक पर रख कर तैयार की गई है यह सूची । यह सूची निगम की वेबसाइट पर उपलब्ध है एवं फाइनलाइजेशन के लिए सुझाव भी मांगे गए हैं । नेता विपक्ष का मानना है कि यह सूची 2002 तक की है एवं इससे पहले वरीयता सूची 1995 में तैयार की गई थी । क्यूंकि वरीयता के आधार पर अध्यापकों का प्रमोशन होता है इसलिए 2002 की लिस्ट में 1995 की लिस्ट को भी मर्ज किया जाना था । एक अध्यापक मुकेश कुमार मीणा जिसने लिखित में दरखास्त की है कि उनकी डेट ऑफ जॉइनिंग 01 अगस्त 2002 है का नाम इस वरीयता सूची में नहीं है । नेता विपक्ष ने सूची में अनियमितताओं का भी खुलासा किया है । एक अध्यापिका जिसका नाम गीता ग्रोवर है जिसकी डेट ऑफ़ जॉइनिंग 14 जुलाई 1995 है का नाम दूसरी अध्यापक विजय कुमार जिनकी डेट ऑफ़ जॉइनिंग 11 जुलाई 1995 है इस वरीयता सूची में ऊपर है । इस प्रकार की बहुत सी अनियमिताओं का खुलासा नेता विपक्ष ने किया । उनका आरोप है कि डाक नंबर के आधार पर सूची बनाई गई है। जिसमें जॉइनिंग की तारीख और जन्म तिथि तो शामिल है, लेकिन डीएसएसबी की मेरिट रैंक नहीं है। अगर किसी की नौकरी 20 तारीख को लगी और जॉइनिंग 21 तारीख को हुई, जबकि किसी अन्य की नौकरी 22 तारीख को मिली और जॉइनिंग 23 तारीख को हुई, लेकिन 23 तारीख को ज्वाइन करने वाली की डाक 24 तारीख को गई और 22 को ज्वाइन करने वाली की डाक 25 तारीख को गई। ऐसे में डाक तारीख के आधार पर वरिष्ठता तय करना गलत है। जॉइनिंग की तारीख के आधार पर वरिष्ठता तय होनी चाहिए, जैसा कि सुप्रीम कोर्ट और डीओपीटी के आदेश में स्पष्ट है। डाक की रैंक से वरिष्ठता सूची बनाई और डीएसएसबी की रैंक नहीं दिखाई। अपने लोगों को वरिष्ठता में शामिल कराने के लिए अधिकारियों से मिलकर यह सब हो रहा है।
इतना ही नहीं एमसीडी ने 46 शिक्षकों का तबादला किया है। यह तबादला ऑनलाइन होना चाहिए। एमसीडी के शिक्षा विभाग ने बीजेपी से मिलकर ट्रांसफर चाहने वाले अपने खास 23 लोगों को सेट करने के लिए उन शिक्षकों को हटा दिया जो तबादले के लिए आवेदन ही नहीं दिए थे। इन हटाए गए शिक्षकों ने स्पष्ट लिखा था कि उन्होंने तबादले के लिए कोई आवेदन नहीं दिया। बीजेपी ने अपने लोगों को सेट करने के लिए कैंसर से पीड़ित एक शिक्षक का तबादला कर दिया। शिक्षक दर्शना वर्मा स्पॉन्डिलाइटिस की मरीज हैं। उन्हें ब्लड ट्रांसफ्यूजन की जरूरत पड़ती है। दर्शना वर्मा ने लिखा है कि उनकी रीढ़ लगभग खराब हो चुकी है और 20 जुलाई 2004 को उनके पति का स्वर्गवास हो चुका है, फिर भी उनका तबादला कर दिया गया। यह सब भ्रष्टाचार के लिए और चंद नोटों के लिए किया गया। हाल ही में डिप्टी मेयर ने कहा था कि महिला शिक्षकों का तबादला उनके घर के पास होना चाहिए, लेकिन उन्होंने कैंसर और अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित महिला शिक्षकों का तबादला 30-35 किलोमीटर दूर कर दिया। 15 सितंबर 2023 की मौजूदा तबादला नीति को नजरअंदाज किया गया। उन्होंने पूछा कि 23 शिक्षकों के तबादले का आधार क्या था? क्या तबादला नीति लागू की गई या ऑनलाइन प्रक्रिया दिखाई गई? उन्होंने इसे भाजपा और शिक्षा विभाग की मिलीभगत करार देते हुए कहा कि यह तबादला भ्रष्टाचार और पैसे लेकर अपने लोगों को सेट करने के लिए किया गया। बताया जा रहा है कि इन 23 तबादलों में 13 लोग भाजपा के और 10 लोग शिक्षा विभाग अधिकारियों के हैं। शिक्षक यूनियन ने धरना-प्रदर्शन किया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। नरेला जोन में 6.60 करोड़ रुपए की 60,000 बच्चों की यूनिफॉर्म 10 साल तक गोदाम में धूल फांकती रही। यह यूनिफॉर्म 2013-14 में बीजेपी शासित एमसीडी ने खरीदी थी। इसमें एक जांच कमेटी बनी और उसने 31 मार्च 2025 को शिक्षा निदेशक को अपनी रिपोर्ट सौंपी और 6 जून 2025 को निदेशक ने डिप्टी कमिश्नर को रिपोर्ट भेजी। अभी तक किसी पर कार्रवाई नहीं हुई है। अधिकारियों को बचाया जा रहा है। 6 करोड़ 60 लाख रुपए के आर्थिक नुकसान के लिए जिम्मेदार कौन है। इसका भुगतान कौन करेगा।
दिल्ली : सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी में बढ़ते सरकारी हस्तक्षेप के खिलाफ आज शिरोमणी अकाली दल के कार्यकर्ताओं ने गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब में अरदास की। अकाली दल दफ्तर से सैकड़ों की संख्या में आईं संगतों ने दरबार हाल में गुरू चरणों में माथा टेकने के बाद निशान साहिब के आगे बरामदें में पंथ की चड़दीकला के लिए अरदास की। गुरुद्वारा बंगला साहिब में अरदास की पिछले हफ्ते शुरू हुई इस श्रृंखला के तहत अब प्रत्येक रविवार को किसी गुरुद्वारा साहिब में अरदास करने का कार्यक्रम शिरोमणी अकाली दल नेतृत्व के द्वारा पिछले हफ्ते दिया गया था।
कमेटी के पूर्व अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने इस मौके संगतों को संबोधित करते हुए कहा कि गूंगी-बहरी सरकार सिखों के धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप करने से बाज नहीं आ रही। पहले हमारे दो निर्वाचित दिल्ली कमेटी सदस्यों की सदस्यता समाप्त की गई। उसके बाद आम चुनावों की जगह कानूनी प्रक्रिया का मज़ाक़ बनाते हुए आंतरिक चुनाव करवाएं गए। सरकार की कार्य प्रणाली ने गुरुद्वारा के स्वतंत्र प्रबंध में अड़चनें खड़ी कर दी है। मौजूदा काबिज पक्ष सरकार को किसी मसले पर बोलने की ताकत तथा इच्छा शक्ति गंवा चुका है। यहीं कारण है कि सिख मसलों के हल की बात तो दूर सरकार की आंख में आंख डालकर बात करने की बातें अब हवा हो गई है। क्योंकि जब सारे दुनियावी रास्ते बंद हो जाए, तो सिख के पास केवल 'अरदास' का विकल्प बचता है। इसलिए हमने गुरू चरणों में विनती की है कि सिख कौम को स्वतंत्र तथा स्वायत्त प्रबंध बख्शें। जीके ने महाराजा रणजीत सिंह की आज बरसी होने का हवाला देते हुए सिख राज के दौरान सभी धर्मों को पूर्ण अधिकार तथा आज़ादी प्राप्त होने का हवाला दिया।
इस मौके दिल्ली कमेटी के सदस्य परमजीत सिंह राणा ने सरकार के आगे दिल्ली कमेटी प्रबंधकों की समर्पणकारी नीतियों की निंदा की। अकाली नेता डॉ परमिंदर पाल सिंह ने अरदास करने की जरूरत तथा मौजूदा पंथक हालातों की समीक्षा की। इस मौके प्रमुख नेताओं में बीबी मनदीप कौर बख्शी, कई दिल्ली कमेटी सदस्य तथा बड़ी संख्या में अकाली दल के पदाधिकारी तथा कार्यकर्ता मौजूद थे।