देश के मुख्य सुरक्षा अधिकारी हुए पंचतत्वों में विलीन I जी हाँ हम बात कर रहे हैं जनरल बिपिन रावत की I गत 8 तारीख को वह ऑर उनकी धर्मपत्नी सुश्री मधुलिका रावत अन्य सेन्य अधिकारियों के साथ वायुसेना के विमान से M-i17V5 में सवार होकर सुलुर ( कोयंबटूर) से डिफेंस स्टाफ कॉलेज वेलिंगटन जा रहे थे I किन्नौर के निकट नीलगिरी के पहाड़ी छेत्र में आग लगने से विमान में क्षतिग्रस्त हो गया I क्षतिग्रस्त विमान में सवार जनरल रावत सहित सभी 13 यात्री की मौत हुई I
62 वर्षीय 1978 बेच के सेन्य अधिकारी जनरल रावत ने भारतीय सेना के उच्च रक्षा संगठन में दूरगामी सुधारों की शुरुआत की। उन्हे भारत के संयुक्त थिएटर कमांड की नींव बनाने और सैन्य उपकरणों के बढ़ते स्वदेशीकरण को प्रोत्साहन देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए हमेशा याद किया जाएगा I उन्होने 30 दिसंबर 2019 को भारत के प्रथम मुख्य सुरक्षा अधिकारी (सीओडी) पद का कार्यभार संभाला था I इस पद के सृजन से पहले सेना की तीनों इकाइयाँ आर्मी नेवी एवं एयरफोर्स अपने अपने छेत्र में स्वातंत्र इकाई के रूप में कार्य करती थी I उनके सेन्य केरियर की शुरुवात ग्यारहवीं गोरखा राइफल की पाँचवीं बटालियन में बतौर कमिशंड अधिकारी के रूप में हुई थी I उनका जन्म 16 मार्च सन 1958 में उत्तराखंड के पौड़ी शहर में हुआ था I
चाहें मामला चीन का हो या पाकिस्तान का या फिर जम्मू कश्मीर की आंतरिक सुरक्षा का उनके नेतृत्व में भारतीय सेना हर चुनौती से निपटने में सक्षम रही है I आंतरिक मामलों एवं पड़ोसी मुल्कों से सीमांत विवादों से निपटने के अलावा उन्होने यूएन मिशन के तहत MONUSCO (कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में एक अध्याय VII मिशन में एक बहुराष्ट्रीय ब्रिगेड) की कमान संभाली। परिचालन अवधि चार महीने तक चली। उन्हें 16 मई 2009 को लंदन के विल्टन पार्क में एक विशेष सम्मेलन में संयुक्त राष्ट्र के सभी मिशनों के महासचिव और फोर्स कमांडरों के विशेष प्रतिनिधियों के लिए शांति प्रवर्तन का संशोधित चार्टर प्रस्तुत करने का भी काम सौंपा गया । उन्हे दो बार फोर्स कमांडर्स कमेंडेशन से सम्मानित किया गया । 43 साल के सेन्य केरियर के दौरान अद्भुद प्रदर्शन के लिए उन्हे परम विशिष्ट सेवा मेडल,युद्ध सेवा मेडल एवं अति विशिष्ट सेवा मेडल आदि से नवाजा गया I
विमान दुर्घटना में मारे गए अन्य सेन्य अधिकारी हैं ब्रिगेडियर लिद्दर ,लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह,विंग कमांडर पी एस चौहान,स्क्वार्डन लीडर के सिंह, जूनियर वारेंट ऑफिसर दास,जूनियर वारेंट ऑफिसर प्रदीप ए, हवलदार सतपाल, नायक जितेन्द्र कुमार , लांस नायक विवेक कुमार एवं लांस नायक साई तेजा I सभी जांबाजों भावभीनी श्रद्धांजलि के साथ हुए अलविदा .....