दिल्ली: प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा कि राजधानी दिल्ली में महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराधों पर अरविन्द केजरीवाल की महिला अदालत चुनावी सभा थी। चुनावी सभा में केजरीवाल ने महिलाओं के खिलाफ अपराधों की कहानी, अपनी झूठी बयानबाजी और बिगड़ती कानून व्यवस्था पर अपने को सबके समाने असहाय घोषित करके दिल्ली की महिलाओं को बेसहारा छोड़ने का प्रमाण दे दिया है। निर्भया कांड पर मोमबत्ती जलाकर श्रद्धाजंलि सभा करके सत्ता हासिल करने वाले अरविन्द केजरीवाल एक बार फिर चुनावों से पहले महिलाओं को चुनावी जीत का हथियार बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने दिल्ली वालों विशेषकर महिलाओं को भाजपा और आम आदमी पार्टी के राजनीतिक चुनावी प्रपंचों के बचने की सलाह दी हैं, क्योंकि पिछले 11 वर्षों में भाजपा की केन्द्र सरकार और अरविन्द केजरीवाल सरकार ने महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने की जगह इन पर बढ़ते अपराधों पर सिर्फ कोरी राजनीति करने की भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि अरविन्द केजरीवाल और भाजपा महिलाओं को सुरक्षा और न्याय दिलाने में अब तक नाकाम रहीं हैं।
महिला अदालत में महिलाओं के खिलाफ अपराधों की चर्चा पर जोर न देकर एक बार फिर अरविन्द केजरीवाल सहित मुख्यमंत्री आतिशी और उनकी पार्टी के नेताओं ने मुफ्त रेवड़ियों की चर्चा पर जोर दिया। 2024-25 बजट में अलग से बजट आवंटित होने के बावजूद महिलाओं को प्रतिमाह 1000 रुपये की अनुदान राशि अभी क्यों नही दी गई? क्या केजरीवाल दिल्ली विधानसभा चुनावों का इंतजार कर रहे थे? श्री यादव ने कहा कि फरवरी 2022 में चुनावों से पहले पंजाब की महिलाओं से किए गए 1000 रुपये प्रतिमाह देने के वादे को अभी तक लागू नही किया है।