आखिर क्यूं नहीं देना चाहते केजरीवाल दिल्ली के मुख्य मंत्री पद से इस्तीफा । चलाना चाहते हैं जेल से ही सरकार? राजनीति की बारीकियों एवं तथ्यों का विश्लेषण कर फूक फूक कर कदम रखने वाले केजरीवाल के दिमाग क्या खिचड़ी पर रही है का खुलासा तो समय के साथ हो ही जायेगा।
केजरीवाल को दिल्ली के 2873 करोड़ के शराब घोटाले में मुख्य आरोपी मान तथ्यों की पुष्टि के लिए दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद किया गया है। दिल्ली उच्च ने न्यायालय ने उनकी जमानत की अर्जी खारिज कर दी है। इस बाबत उनके द्वारा दाखिल की गई अपील्र की सुनवाई की तारीख सर्वोच्च न्यायालय द्वारा 15 अप्रैल तय की गई है ।
दिल्ली में जल्द ही लोकसभा चुनाव संभावित हैं एवं विधान सभा चुनाव भी निकट भविष्य होने वाले हैं । ऐसे में जेल में रहकर सियासत चलाना चौसर की बिसात पर राजनीति की गोट तो नहीं।
यह तो तय है कि आने वाले चुनावों में आम आदमी पार्टी एवं उनके समर्थन में इंडिया गठबंधन के अन्य घटक इसे चिनावीर मुद्दा बनाकर केश करवाने की कोशिश करेंगे। खमियाजा थोड़ा सही भुगतना पड़ सकता है भारतीय जनता पार्टी को ।
चुनाव परिणाम जो भी हो फिलहाल दिल्ली प्रशासनिक अनियमितताओं से जूझ रही है । आरोपों एवं प्रत्यारोपों के सिलसिले के साथ केजरीवाल के इस्तीफे की मांग जोर पकड़ती जा रही है ।