नैशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट एसोसिएशन(इंडिया) के सार्वजानिक मंच से राष्ट्रीय अध्यक्ष रास बिहारी ने किया ऐलान पत्रकारिता की आड़ में चल रहे फर्जीवाड़े के खिलाफ छेड़ी जायेगी राष्ट्रव्यापी मुहीम। इससे पहले फेक न्यूज के खिलाफ मुहीम चलाई गई थी जिसे अच्छा रिस्पॉन्स मिला।
यूनियन की लड़ाई किसी सरकार विशेष से ना होकर पत्रकारों के अस्तित्व एवं बुनियादी अधिकारों के लिये है। जिसमें आजीविका, सुरक्षा एवं अस्मिता भी शामिल है। साथ ही पत्रकारिता की साख को बनाये रखना भी जरूरी है।
एनयूजे (आई) के बेनर तले जयपुर के NIMS परिसर में आयोजित पत्रकार समागम में देश भर से 1500 से भी अधिक पत्रकार शामिल हुये । केन्द्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत एवं फग्गन सिंह, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय एवं NIMS के चेयरमैन डॉ पंकज सिंह सहित राष्ट्रीय एवं राज्यस्तरीय राजनीतिज्ञ, समाजसेवी एवं पत्रकारों ने शिरकत की।
केंदीय मंत्री गजेंद्र शेखावत ने भारत की संस्कृति को सनातन बनाये रखने में पत्रकारों का बड़ा योगदान बताया। समागम में मीडिया काउंसिल के गठन, पत्रकार का राष्ट्रीय रजिस्टर आदि महत्तवपूर्ण विषयों पर भी चर्चा हुई । वयवस्था की जिम्मेदारी जर्नलिस्ट एसोसिएशन ऑफ राजस्थान ने अपने अध्यक्ष राकेश शर्मा के नेतृत्व में निभाईं ।
इसमें दो राय नहीं कि जब भी सामाजिक मूल्यों का पतन होता है समाज का यह चौथा स्तंभ जिसे पत्रकार के नाम से जाना जाता है अपनी लेखनी के माध्यम से चेतना जगाने के लिये खड़ मिलता है। इनके लिये सियासत की अब कुछ तो जवाबदेही बनती है ....