हिंदुओं के लिये कानूनी लड़ाई लड़ने वाले वकील भी नहीं हैं बांग्लादेश में सुरक्षित
बांग्लादेश:हिंदुओं के लिए कानूनी लड़ाई लड़ने वकील भी अब बंगलादेश में सुरक्षित नहीं! । पूज्य स्वामी चिन्मय कृष्ण दास के लिए न्यायालय में पक्ष रखने वाले वकील रमन रॉय पर देखिए किस तरह का जानलेना हमला हुआ कि उन्हें आईसीयू में भर्ती कराना पड़ा।
इस्लामिक जिहादियों ने उनके घर में घुसकर जिस प्रकार की जान से मारने की कोशिश की वह संपूर्ण मानवता को शर्मसार करने वाली कायरता है। बंगलादेश की बार कौंसिल सहित अन्य कथित मानवाधिकार वादी कहां हैं? हमारे यहां तो आतंकियों के लिए भी देर रात्रि 3 बजे तक सर्वोच्च न्यायालय सुनवाई करता है और वहां एक निर्दोष साधु का पक्ष रखने वाले को ही जान से मारने का प्रयास होता है और शासन प्रशासन और सरकार गहरी निद्रा में है लीन । बांग्लादेश में अल्प संख्यकों पर अत्याचार , मंदिरों में तोड़ फोड़ एवं साधु संतों का अपमान आम है । हैरानी की बात यह है कि मानव अधिकार संगठनों ने खामोशी का रुख अख्तियार किया हुआ है ।बस एक विश्व हिंदू परिषद ही है जो अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों के ख़िलाफ़ समय समय पर आवाज उठाने के लिए तत्पर है ।
12:33 pm 04/12/2024