दिल्ली: वृद्ध पेंशन को लेकर हाल ही में की गई आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा की गई घोषणा को लेकर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने साधा निशाना कहा कि दिल्ली की जमीन खिसकती दिखाई दे रही है इसलिए वृद्धों की पेंशन को भी चुनाव में हथियार बना रहे हैं केजरीवाल। पूछा सवाल क्या नई पेंशन पोर्टल में वायदा अनुसार महिलाओं को बकाया देने के लिए भी लिंक है क्या?
5,30,000 बुजुर्गो की पेंशन शुरु करने की घोषणा में कितनी सच्चाई है यह किसी को मालूम नही। विधानसभा चुनाव से पहले वृद्धां को सबसे ज्यादा पेंशन देने का सगूफा फेंक कर अरविन्द केजरीवाल ने दिल्ली के लाखों बुजुर्गों के वोट हासिल करने का षड़यंत्र रचा है। मैं पूछना चाहता हूॅ कि जब वृद्धों, विधवाओं और दिव्यांग लोगों पिछले 10 वर्षों से पेंशन नियमित रुप से नही मिल रही थी और जेल से बाहर आने के बाद स्वयं केजरीवाल ने कहा कि भाजपा ने पेंशन का फंड रोक रखा है, क्या 100 प्रतिशत फंड केन्द्र सरकार से मिलता है, जब सरकार विज्ञापन के लिए दूसरे मदों का फंड इस्तेमाल कर सकती है फिर पेंशन देने के लिए मोहताज क्यों?
वृद्ध,दिव्यांगों और विधवाओं को जितनी संख्या में पेंशन कांग्रेस की शीला दीक्षित सरकार के समय दी जाती थी, पिछले 11 वर्षों में दिल्ली की जनसंख्या 3 करोड़ पहुॅच गई है लेकिन पेंशनरों की गिनती में अप्रत्याशित कटौती हुई है। सरकार पेंशन, राशन, रोटी, रोजगार, शिक्षा और सुरक्षा देने में पूरी तरह से विफल साबित हुई है।