जेल भेजकर दिल्ली के काम रोक दिए और अब काम न होने के नाम पर वोट मांग रहे हैं : अरविंद केजरीवाल
दिल्ली: विधानसभा के दो दिवसीय विशेष सत्र के पहले दिन AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भाजपा पर जमकर तीखे शब्दों के बाण छोड़े। कहा कि इन्होंने उन्हे जेल भेजकर दिल्ली के काम रोक दिए और अब दिल्ली में काम न होने के नाम पर वोट मांग रहे हैं। इस चुनाव में दिल्ली की जनता को तय करना है कि उसे काम करने वाला चाहिए या रोकने वाला चाहिए। उन्होंने कहा कि उनसे किसी ने इस्तीफा नहीं मांगा था, फिर भी उन्होंने जेल से बाहर आने के बाद मुख्यमंत्री पद से खुद इस्तीफा दे दिया । इनके लिए सत्ता का लालच छोड़ना बहुत मुश्किल है।
सदन में अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज वह भगवान की कृपा और देश के करोड़ों के आशीर्वाद से लोगों के बीच में जेल से छूट कर आये हैं। वह जानते हैं कि उनके विपक्ष के साथी उन्हें और मनीष सिसोदिया को विधानसभा में देखकर दुखी हो रहे होंगे। मोदी जी बहुत ताकतवर हैं और उनके पास अथाह पैसा और संसाधन हैं, लेकिन मोदी जी भगवान नहीं हैं। हालांकि इस दुनिया में कोई तो शक्ति हैं, जिसे कोई भगवान कहता है, तो कोई कुछ कहता है। वह शक्ति हमारे साथ है। वह सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद करते हैं । आज देश में न्याय व्यवस्था तो है।
दिल्ली यूनिवर्सिटी में सड़कें बहुत शानदार हुआ करती थीं। जेल से बाहर आने के बाद मेरे पास कुछ लोग आए और उन्होंने बताया कि यूनिवर्सिटी की सड़कें खराब हो गई हैं। मैंने निरीक्षण में पाया कि सड़कों का बहुत बुरा हाल है। इस सड़क को जल्द ठीक करवाया जाएगा। तीन-चार दिन पहले वह भाजपा के एक बड़े नेता से मिले और उनसे पूछा कि उन्हे गिरफ्तार करके कुछ फायदा हुआ? उन्होंने बड़ी खुशी से मुझे बताया कि आपके पीछे हमने दिल्ली सरकार और दिल्ली ठप कर दी ।
उन्हे जेल भेजकर उनका मकसद आम आदमी पार्टी की सरकार को बदनाम करना था, ताकि उनको वोट मिल जाए। यह लोग पिछले 27 साल से दिल्ली की सत्ता से बाहर हैं। 27 साल से इनका वनवास चल रहा है और दिल्ली की जनता इनको वोट नहीं दे रही है। इसलिए दिल्ली की जनता को परेशान करके वोट लेना चाहते हैं। इनके पास तो केंद्र सरकार है और उसके पास अथाह पैसा है। केजरीवाल दिल्ली में 500 मोहल्ला क्लीनिक बनवाता है, ये लोग 5 हजार मोहल्ला क्लीनिक बनवा दें, कौन मना कर रहा है। मनीष सिसोदिया ने 700 स्कूल बनवाए हैं, ये लोग भी 7 हजार स्कूल बनवा दें, फिर कोई दिल्ली में हमें पूछेगा ही नहीं। अगर आप हमारे 500 मोहल्ला क्लीनिक की दवाइयां बंद कर केजरीवाल को बदनाम करके वोट लेना चाहते हैं तो यह गलत बात है। दिल्ली की जनता भी यह देख रही है। जनता बड़ी समझदार है। जनता सब देखती है लेकिन चुप रहती है और वोट वाले दिन अपना गुस्सा जाहिर करती है।
काम रोकने या काम खराब करने से जनता वोट नहीं देगी, बल्कि अच्छा काम करने से वोट देगी। ये लोग मोदी जी से 5 हजार करोड़ रुपए लाते और दिल्ली सरकार व एमसीडी की सारी सड़कों को बनवा देते। फिर हमारे पास कुछ काम ही नहीं बचता। फिर हर जगह ये लोग ही होते, लेकिन इनकी तो पूरी सोच ही गलत है। कभी तो ये लोग भगवान के सामने हाथ जोड़कर शांति से भी सोचा करें।
बस मार्शल हटा दिए। बस मार्शल गरीब परिवारों से आते हैं। बस मार्शल की नौकरी इनके बच्चे तो नहीं करते हैं और न अमीर लोगों के बच्चे करते हैं। गरीबों के बच्चे ही बस मार्शल की नौकरी करते हैं। बसों में सफर करने वाली महिलाएं गुणगान करती थीं कि अब हमें सुरक्षा मिलती है, लेकिन बस मार्शलों के हटने के बाद फिर उसी हालत में पहुंच गई हैं। इन्होंने बुजुर्गों की पेंशन बंद कर दी। बुजुर्गों के दिल से इनके लिए बद्दुआ ही निकलेगी।
10:56 pm 26/09/2024