श्री अकाल तख्त साहिब से धर्म का झंडा सदैव राजनीति से ऊपर रखा जाएगा : सरना
दिल्ली: आज का दिन सिख कौम के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। क्योंकि कौम के भीतर पिछले वर्षों से आपसी एकता की कमी और व्यक्तिगत रंजिशों के कारण जो विभाजन उत्पन्न हुआ था, उन्हें दूर करने के लिए श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी कुलदीप सिंह जी गड़गज्ज की अगुवाई में पाँच सिंह साहिबान द्वारा जो फैसले आज श्री अकाल तख्त साहिब की प्राचीर से किए गए हैं, वे सभी प्रशंसनीय हैं। शिरोमणि अकाली दल के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना के अनुसार सबसे पहले श्री फतेहगढ़ साहिब के हेड ग्रंथी ज्ञानी हरपाल सिंह जी को उनके द्वारा धर्म प्रचार की मुहिम चलाने और सिखी के प्रचार-प्रसार में निभाई जा रही सराहनीय सेवाओं के लिए ‘भाई साहिब’ की उपाधि से सम्मानित किया गया है। यह एक अत्यंत सराहनीय कार्य है क्योंकि ज्ञानी हरपाल सिंह जी पिछले लंबे समय से निःस्वार्थ भाव से धर्म प्रचार कर रहे हैं।
श्री अकाल तख्त साहिब के पूर्व पाँच प्यारे, जिन्होंने लंबे समय तक अमृत संचार की सेवाएं निभाई, गुरपुरब वासी ज्ञानी मलकीत सिंह खंडूर जी की सिंहनी (पत्नी) बीबी हरजिंदर कौर को विशेष सम्मान दिया गया। इसके साथ ही, विभिन्न कारणों से प्रचार कार्य से दूर किए गए भाई रणजीत सिंह ढडरियां, ज्ञानी गुरमुख सिंह और ज्ञानी रणजीत सिंह गौहर आदि के मामलों में उनका पक्ष सुनने के बाद, पंथक परंपरा के अनुसार उन्हें फिर से योग्य सेवा सौंपते हुए गुरु साहिब के आदर-सत्कार को प्रमुख रखते हुए धर्म प्रचार दोबारा शुरू करने के लिए कहा गया है। यह कदम अत्यंत सराहनीय है और समय की आवश्यकता भी, क्योंकि आज हमें धर्म प्रचार में आई कमी को दूर करने की आवश्यकता है।
सरदार हरविंदर सिंह सरना द्वारा क्षमा याचना के बाद, उनकी सेहत को देखते हुए सिंह साहिबानों द्वारा जो भी निर्णय लिया गया है, वह स्वागत योग्य है। इसके साथ ही कनाडा के गुरुद्वारे के प्रबंधकों और दिल्ली कमेटी के प्रबंधन के संबंध में सिंह साहिब द्वारा जो भी निर्देश दिए गए हैं, उनसे कौम की उम्मीद और भी प्रबल हुई है कि श्री अकाल तख्त साहिब से धर्म का झंडा सदैव राजनीति से ऊपर रखा जाएगा और कौम को दरपेश चुनौतियों का डटकर मुकाबला किया जाएगा।
02:24 pm 22/05/2025