एक दशक के बाद दिल्ली में झाड़ू बिखर गया । तमाम राजनीतिक कवायदों के बावजूद 27 साल बाद कमल एक बार फिर से खिला । 70 सीटों वाली विधान सभा में 48 सीटें जीत कर भाजपा को प्रचंड बहुमत मिला । 22 सीटों के साथ गुड गवर्नेंस का नारा लगाने वाली आम आदमी पार्टी है हाशिये में और कांग्रेस का हुआ सूपड़ा साफ ।
जहां भाजपा के प्रदेश एवं मुख्यालय में दिखा जश्न का माहौल वहीं आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के कार्यालयों में दिखी अजीब सी खामोशी । स्वयं प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रचंड बहुमत से मिली जीत के लिए दिल्ली वासियों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि वो दिल्ली के विकास में पूरी ताकत लगा देंगे । जिसने लूटा है उसे लौटना पड़ेगा। पहले दिन ही सदन के पटल पर CAG की रिपोर्ट रखी जायेगी ।भ्रष्टाचार के आरोपी आम आदमी पार्टी के तीन स्तंभ अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया एवं सत्येंद्र जैन को गवानी पड़ी विधान सभा से कुर्सी । दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी की विधायक की कुर्सी सुरक्षित है ।
चुनावी प्रक्रिया खत्म होने के बाद अब देखना यह है कि कौन बनेगा दिल्ली का मुख्यमंत्री..