दिल्ली: हाल ही में अदालत द्वारा की गई टिप्पणी का हवाला देते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं पटना से लोकसभा सदस्य जो कि भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता भी हैं ने तंज कसते हुए कहा कि चले हैं तेजस्वी बिहार बदलने लगे हैं चार सौ बीसी के आरोप । अपने शासन काल के दौरान लालू परिवार चारा घोटाला, सरकारी जमीन के आवंटन में घोटाला और अंत में जमीन के बदले नौकरी के कारण सुर्खियों में बना रहा है । पूर्व केंद्रीय मंत्री का कहना है कि रांची और पुरी में ब्रिटिश शासन कालीन दो होटलों का आवंटन पटना की एक फर्म सुजाता ऑपरेशनस को कर दिया गया जिसकी एवज में विभिन्न चेनलस से गुजरकर एक 3 एकड़ का लैंड पार्सल जिसकी कीमत 93 करोड़ के लगभग है इन यादव बंधुओं के नाम हो गया ।दिलचस्प बात यह है कि इस डील के दौरान तेजस्वी यादव उप मुख्यमंत्री थे ।
तेजस्वी यादव का जन्म 1990 में हुआ था और 1993 से लेकर 2007 तक उनके नाम पटना एवं गोपाल गंज में खेती की एवं 3 रियायसी जमीनें थी । स्वयं लालू यादव के नाम 14 जमीनें और यदि बात राबड़ी देवी की की जाए तो उनके नाम तीन खेती की 10 रिहायसी एवं व्यवसायिक जमीनें हैं । पूर्व मंत्री ने लालू परिवार को लिया सवालों के घेरे में कहा कि बिहार में नौकरी देने का झाँसा देकर किस बिना पर उनकी ज़मीन पर कब्ज़ा किया जा रहा है ? नौकरी तो मिलेगी नहीं मगर ज़मीन ज़रूर जाएगी । उन्होंने बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी की किताब लालू लीला का हवाला देते हुए कहा कि आखिर 17 सालों में 11 प्रॉपर्टी बढ़ी तो बढ़ी कैसे...