दिल्ली : मेयर राजा इकबाल सिंह ने इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन द्वारा आयोजित धनवंतरी जयंती समारोह में शामिल हुए । दिल्ली के मेयर ने घोषणा की कि एमसीडी शासित क्षेत्रों में आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सा पद्धति के औषधालयों की संख्या बढ़ाई जाएगी । उनका मानना है कि ऐसा कोई भी रोग नहीं हैं जिसका निदान आयुर्वेदिक पद्धति में ना हो । इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन अपनी 49 वीं वर्षगाँठ मना रहा है । मध्य दिल्ली स्थित एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में आयोजित इस समारोह की अध्यक्षता डॉ एम बी गौड (निदेशक चौधरी ब्रह्म प्रकाश चरक संस्थान दिल्ली) ने की। डॉ पी के प्रजापति निदेशक ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद (ए आई आई ए) एवं डॉ के डी पाठक (मुख्य रिपोर्टर दैनिक वीर अर्जुन), डॉ विद्यावती (डीन, एस जी टी, यूनिवर्सिटी,गुरुग्राम) सहित आमों-खास ने समारोह में शिरकत की । चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए डॉ भीमा भट्ट को आयुर्वेद चिकित्सा और प्रो.(डॉ) हकीम मो. मज़ाहिर आलम जी को यूनानी चिकित्सा के लिए एसोसिएशन द्वारा धनवंतरि अवॉर्ड से सम्मानित किया गया । लाइफ़ टाइम अचीवमेंट अवार्ड संस्था के हित में सराहनीय योगदान के लिए डॉ एस पी पाण्डे को मिला ।
संस्था के मीडिया प्रभारी डॉ पंचाल द्वारा मीडिया को दी गई जानकारी के अनुसार आई एम ए आयुष ने पिछले 40 साल में आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के विकास और प्रचार में क्या क्या उपलब्धियां प्राप्त कि और हमारी संस्था एक गैर सरकारी संगठन है लेकिन अपने प्रैक्टिशनर के अधिकारों के लिए लड़ती आ रही है। संस्था ने दिल्ली भारतीय चिकित्सा परिषद के चुनाव के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय से जीत कर चुनाव फिजिकल कराने का आदेश पारित करवाया, सुप्रीम कोर्ट में भारतीय चिकित्सा पद्धति का इंटीग्रेशन अधिकार पर स्टे करवाया, राष्ट्रीय आयोग, भारतीय चिकित्सा पद्धति, भारत सरकार में आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सा पद्धति के चिकित्सकों को इंटीग्रेशन का अधिकार दिलवाया, दिल्ली में आई एस एम के डाक्टरों के मेडिकल सर्टिफिकेट को ड्राइविंग लाइसेंस के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा अनुमोदित करवाया,दिल्ली में आयुर्वेद और यूनानी के चिकित्सकों के लिए राष्ट्रीय सी एम ई का आयोजन करवाया जो हर साल होने वाले रिन्यूअल के लिए आवश्यक है ।