डेंगू मलेरिया चिकनगुनिया के बढ़ते केसों के विरोध में आप पार्षद मच्छरदानी पहनकर सदन में पहुंचे
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दिल्ली: नगर निगम में आम आदमी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग के नेतृत्व में पार्टी के पार्षदों ने शुक्रवार को सदन के अंदर डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के बढ़ते केस को लेकर भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान पार्षदों ने नारेबाजी कर मौसमी बीमारियों पर काबू पाने में नाकाम भाजपा सरकार पर गंभीर सवाल खड़े किए। अंकुश नारंग ने कहा कि दिल्ली में हर तरफ मच्छरों का प्रकोप है। एमसीडी का सदन भी मच्छरों से अछूता नहीं है। इसीलिए सभी "आप" पार्षद मच्छरदानी ओढ कर सदन के अंदर आए और भाजपा से इन मच्छरों के प्रकोप से बचाने की मांग की।
एमसीडी नेता प्रतिपक्ष का कहना है कि भाजपा की चार इंजन की सरकार ने मौसमी बीमारियों की रोकथाम को लेकर अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया और ना तो कोई जागरूकता अभियान ही चला रही है, जिससे कि लोग जागरूक होकर खुद का बचाव कर सकें। आम आदमी पार्टी इस गंभीर मुद्दे पर सदन के अंदर चर्चा चाहती है लेकिन भाजपा सरकार इसके लिए भी तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी हमेशा दिल्लीवासियों के हक़ और हितों की आवाज़ सड़क से सदन तक मजबूती से उठाती रही है और उठाती रहेगी।
दिल्ली में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। 2025 में अब तक दिल्ली में मलेरिया के 333 मामले आ चुके हैं। इस साल मलेरिया ने पिछले पांच साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। चिकनगुनिया के मामले भी पिछले पांच साल की तुलना में सबसे ज्यादा हैं। यही हाल डेंगू का भी है। दिल्ली में मलेरिया, चिकनगुनिया और डेंगू तेजी से फैल रहे हैं। भाजपा के पास इनसे लड़ने की कोई ठोस कार्य योजना नहीं है।
जब अरविंद केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री थे, तब आम आदमी पार्टी की सरकार 10 सप्ताह, 10 रविवार, सुबह 10 बजे, 10 मिनट का एक कैंपेन चलाती थी। केजरीवाल सरकार के इस सफल कैंपेन का भाजपा के लोग मजाक उड़ाते थे। जबकि उस अभियान के जरिए लोगों के बीच जागरूकता बढ़ती थी। लोगों को पता होता था कि मलेरिया, चिकनगुनिया और डेंगू से कैसे लड़ना है। अगर कहीं पानी एकत्रित है, तो वे उसे साफ करके इन बीमारियों से बच सकते हैं। केजरीवाल का विजन था कि लोग जितना जागरूक होंगे, उतना इन बीमारियों पर काबू पाया जा सकेगा।
सिविल लाइन जोन के जहांगीरपुरी जैसे इलाकों से रोजाना डेंगू-मलेरिया के मामले आ रहे हैं, जिस जोन से महापौर राजा इकबाल सिंह खुद आते हैं। अगर महापौर अपने वार्ड, या अपने जोन में ही मौसमी बीमारियों को नहीं रोक पा रहे हैं, तो उनसे पूरी दिल्ली से डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया के बढ़ते मामलों को रोकने की उम्मीद कैसे की जाए?
भाजपा शासित एमसीडी सड़कों से कूड़ा उठाने में सक्षम ही नहीं है। इनके अपने कमिश्नर खुद कहते हैं कि कंसेशनरी को पैसे नहीं दे पा रहे। उन्हें 90 करोड़ के बजाय 70 करोड़ देना पड़ रहा है। भाजपा की चार इंजन वाली सरकार न कंसेशनरी को पैसे दे पा रही है, न कूड़ा ही उठवा पा रही है। कहने को यह सरकार मोदी जी के जन्मदिवस पर सेवा पखवाड़ा और स्वच्छता अभियान चला रही है। इस सरकार ने दिल्ली के कूड़े को आजादी दिलवा दी है, ताकि वह सड़कों पर फैल सके। भाजपा सरकार में पूरी दिल्ली कूड़ा बन गई है।
07:35 pm 26/09/2025