झुग्गियों की तोड़फोड़ को रुकवाने के लिए ऑर्डनेंस लाया जाये ताकि गरीबों के आशियाने उजड़ने से बचें

दिल्ली: कालका जी विधानसभा के गोविंदपुरी में भूमिहीन कैंप के 350 मकानों को डीडीए द्वारा तोड़ा गया। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कांग्रेस नेताओं के साथ बेघर हुए लोगों से मिलकर उन्हें आश्वासन दिया कि कांग्रेस आपकी सहायता के लिए हर संभव कोशिश करेगी, अगर आपके अधिकारों के लिए सरकार से लड़ना भी पड़ा तो लड़ेंगे। श्री यादव ने कहा कि भ्रष्टाचार के कारण 30-40 सालों से झुग्गियों में रह रहे लोगों को मकान नही मिले और इन्हें भी उजाड़ा जा रहा है। भ्रष्टाचार के कारण इनके नामों को छोड़ दिया गया था, दोबारा सर्वे करवाकर इनके नाम को जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट के आदेश पर सरकार की लापरवाही और भ्रष्टाचार के कारण 1984 और 1995 से झुग्गियों में रहने वालों को मकान नही मिला है। दिल्ली सरकार गरीबों के खिलाफ दोहरी नीति पर काम कर रही है, एक तरफ मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता अधिकारिक तौर पर बयान देती हैं कि दिल्ली में किसी भी झुग्गी को बिना वैकल्पिक व्यवस्था दिए उजाड़ा नही जाएगा और दूसरी तरफ सरकार के ही अधिकारी कोर्ट के आदेश का हवाला देकर रातों रात गरीबों के घरों को उजाड़ रहे है। भाजपा गरीबी नही, गरीबो को खत्म करना चाहती है। 2020 के विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस द्वारा शुरु किए जहां झुग्गी वहीं मकान के तहत यहां बने मकानों की चॉबी देकर कहा था कि किसी को उजाड़ा नही जाएगा।
भूमिहीन कैंप के लोगों से मिलने वालों में श्री देवेन्द्र यादव के साथ पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री सुभाष चौपड़ा, पूर्व विधायक श्री शीशपाल, जिला अध्यक्ष हर्ष चौधरी, निगम में सदन के पूर्व नेता श्री जितेन्द्र कुमार कोचर, वरिष्ट नेता डा0 पीके मिश्रा, दिल्ली प्रदेश महिला अध्यक्ष श्रीमती पुष्पा सिंह, महिला जिला अध्यक्ष कांता शर्मा, गर्वित सिंघवी, जय प्रकाश, सुरेन्द्र गोल्डी और धर्मपाल ठक्कर सहित क्षेत्रीय नेता भी मौजूद थे। 2011 में जब दिल्ली में तोड़ फोड़ की कार्यवाही चल रही थी उस समय कांग्रेस सरकार ने तुरंत कार्यवाही करते हुए दिल्ली में आर्डिनेंस लाकर लाखों लोगों को बेघर होने बचाया था। उन्होंने भाजपा सरकार से मांग की कि कांग्रेस के द्वारा 2011 में लाए गए आर्डिनेंस की तर्ज पर तुरंत आर्डिनेंस लाए ताकि दिल्ली में उजाडे़ जा रहे लाखों झुग्गीवालां को राहत मिल सके। सरकार की तोड़फोड़ की कार्यवाही से दिल्ली के झुग्गी झौपडी निवासियों में अफरा तफरी का माहौल है और वे बुरी तरह डरे हुए है।
प्रदेश अध्यक्ष ने मांग की कि जितने भी मकान उजाड़े गएं है, उन्हें ऐसी जगह रखा जाना चाहिए, ताकि उनकी अजीविका को सुरक्षित रखा जा सके। दोबारा सर्वे कराया जाना चाहिए और 2015 की कट ऑफ डेट को बढ़ाकर 2027 तक तय करके वर्तमान नीति में इस प्रकार बदलाव किए जाए ताकि उन झुग्गीवालों को भी मकान मिल सके, जो छूट गए थे और मौजूदा उजाड़े गए लोगों के लिए भी सरकार वहीं वैकल्पिक व्यवस्था करे। जिस तरह से सुभाष चौपड़ा जी ने विधायक रहते हुए झुग्गियों को तोड़ने से पहले ट्रांजिट कैंप में रखा था और उसके बाद उन्हें मकान दे दिए गए थे। उन्होंने कहा कि सरकार झुग्गी झौपड़ी के संबध में कोर्ट में चल रहे मुकद्मों में हलफनामा देकर सुनिश्चित करें कि नई पॉलिसी आने तक उन्हें उजाड़ा न जाए। हमारी मांग है कि राजीव रत्न आवास योजना के तहत कांग्रेस सरकार द्वारा बनाए गए 45 हजार फ्लैटों को उन झुग्गीवालों को आवंटित किया जाए जिन्हें हाल ही में सरकार बेघर कर रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली को बनाने वाले बिहार, यूपी और अन्य राज्यों के मजदूर जिन्हांने अपना खून पसीना बहाकर यहां महलों को बनाया भाजपा सरकार उन्हीं मजदूरों के आशियानां को उजाड़ने का काम कर रही है, जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
दिल्ली में भाजपा की सरकार बनते ही 100 दिनों में मोदी गरीब विरोधी नीति पर दिल्ली में 20 जगह बुलडोजर चलाए जिनमें प्रमुख कालकाजी का भूमिहीन कैंप, 70 साल पुराना मद्रासी कैंप, सुल्तानपुरी की 50 साल पुरानी झुग्गियां, शास्त्री पार्क यमुना खादर, बाटला हाउस आदि शामिल है। जबकि भाजपा नेताओ ने चुनाव के दौरान झुग्गी वालों से वोट लेने के लिए पॉलिटीकल टूरिज्म करते हुए वहीं रात बिताकर झुग्गीवालों से विकास के वादे किए थे। उन्होंने कहा कि पिछले 12 वर्षों में आम आदमी पार्टी के राज में भाजपा की केन्द्र सरकार के एजेंडे पर चलकर 9 जगह बुलडोजर चलाकर मयुर विहार में 500 झुग्गियों को उजाड़ा, तुगलकाबाद, सुंदर नगर नर्सरी, संगम विहार, औखला के धोबी घाट के पास, शकूर बस्ती, सराय रोहिल्ला, तुलसी नगर, दया बस्ती रेलवे लाईन के नजदीक झुग्गी, खैबर पास आदि में झुग्गियों को उजाड़कर एक भी झुग्गी वासी को मकान देने का काम नही किया। विधानसभा चुनाव से पहले झुग्गियां को तोड़ने का नोटिस दिया था। दिल्ली में रेलवे लाईन के नजदीक बसी 48000 झुग्गियों को तोड़ने के नोटिस पर हमारे नेता श्री अजय माकन जी ने कोर्ट में झुग्गीवालों का पक्ष रख कर स्टे लिया था, जबकि रेलवे लाईन स्थित झुग्गियों पर बुलडोजर का खतरा मंडरा रहा था। महरौली में घोसिया स्लम कॉलोनी, नवजीवन कैंप, जवाहरलाल नेहरु कैंप, सहित शकूर बस्ती जेजे कलस्टर में जुलाई 2024 में कोर्ट स्टे के बावजूद नोटिस लगाया गया। उन्होंने कहा कि हमने वहां दौरा करके लोगों को जागरुक किया कि अजय माकन जी की याचिका पर रेलवे झुग्गियों को उजाड़ने पर स्टे मिला हुआ है।
गरीब झुग्गीवालों को उजाड़कर 50 किलोमीटर दूर फेंकने की बात कह रही है लेकिन इन्हें अजीविका सुरक्षित करने के लिए 5 किलोमीटर के अंतराल पर बसाया जना चाहिए। कांग्रेस सरकार ने जहां झुग्गी वहीं मकान की पॉलिसी में जहां झुग्गी है वहीं मकान देने की शुरुआत की थी। हमारा कहना है कि अगर कोई 2015 से भी एक ही जगह रह रहा है तो उसको उजाड़ा न जाए। यदि विस्थापित करना है तो पहले उसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाए।
06:43 pm 16/06/2025