दिल्ली: इस बार मानसून आने से पहले ही सरकार के दावे हुए फेल। दो दिन की बारिश ने ही किया दिल्ली हुई जल मगन । दिल्ली की बेहाली को लेकर म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के नेता विपक्ष अंकुश नारंग ने दिल्ली की रेखा गुप्ता सरकार एवं दिल्ली के मेयर राजा इकबाल सिंह को लिया कटघरे में। जलमगन दिल्ली के विभिन्न इलाकों जिनमें धौला कुआँ,नजबगढ़,मुस्तफाबाद,नारायणा,शाहदरा,बसअड्डा,सरिताविहार,मुंडका आदि शामिल है की तस्वीरें दिखाते हुए बताया कि 400 चिंहित पॉइंट पर नोडल ऑफिसरस की जवाबदेही सुनिश्चित किए जाने के बावजूद भी दिल्ली हुई बेहाल । ठीक इसी प्रकार का आश्वासन मेयर राजा इकबाल सिंह की तरफ से भी मिला था। पीडब्ल्यूडी का दावा था कि जून 2025 तक 82 फीसदी डिस्लीटिंग का काम पूरा हो गया था । एमसीडी ने भी अपनी ऑफिसियल रिपोर्ट में भी जिक्र किया था कि सभी प्रकार के नालों के डिस्लीटिंग का काम पूरा हो चुका है । इन सब प्रयासों के बावजूद दिल्ली स्वीमिंग पूल में तब्दील हो गई ।
शिक्षा विभाग द्वारा जारी प्रमोशन सूची पर टिप्पणी करते हुए नेता विपक्ष ने कहा कि निर्धारित मानदंडों को ताक में रखकर तैयार की गई है यह सूची । दलितों के हितों का हनन हुआ है । इस बाबत टीचर वेलफेयर एसोसिएशन ने इस बाबत एससी/एसटी कमीशन को खत लिख कर आपत्ति जताई गई है । सूची का हवाला देते हुए उन्होंने बताया कि केस नंबर् में रुचिका का नाम है जिनकी डेट ऑफ जॉइनिंग मार्च 1998 है उसके नीचे केस नंबर 18591 में सुनीता का नाम है उनकी डेट ऑफ जॉइनिंग फरवरी 1997 है ।