1984 के सिख दंगों के सजायाफ्ता मुलजिम सज्जन को एक मामले में मिली जमानत को लेकर पंथक के विभिन्न घटकों में मचा हड़कंप यह बात और है कि जमानत के बावजूद भी उन्हें रहना पड़ेगा हिरासत में । पंथक के वरिष्ठ नेता एवं दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी में महत्वपूर्ण दायित्व निभा चुके सरदार मंजीत सिंह जीके के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में मौजूदा प्रबंधन एवं उनके वकील सरदार गुरबख्श सिंह पर लगाये गए आरोप कि सज्जन कुमार को मिली बेल का कारण बरती गई लपरवाही है । मामले की सुनवाई के समय पर ना तो वकील साहब मौजूद थे न ही प्रबंधन के पदाधिकारी से मचा पंथक की सियासत में हड़कंप ।
पलट में मौजूद प्रबंधन के प्रधान सरदार हरमीत सिंह कालका, महासचिव सरदार जगदीप सिंह कहलोन एवं वकील गुरबख्श सिंह ने हाल ही में आयोजित प्रेसवार्ता में दी सफाई क्योंकि पीडित परिवार ने वकालतनामा साइन नहीं किया था नहीं लग जज के सामने वकील की अटेंडेंस । अब पीड़ित ने वकालतनामा साइन कर दिया है मामले पर फिर से कार्यवाही होगी । साथ ही की विरोधियों से ताकीद की आयें बयानबाजी से बाज साथ ही दिया विभिन्न मामलों में प्रबंधन की सक्रिय भूमिका का ब्यौरा ।