स्वतंत्रता आंदोलन के मद्देनजर ज़रूरी है उदार दृष्टिकोण: सरना
शिरोमणि अकाली दल के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने भारत जैसे विविधतापूर्ण देश के प्रधान मंत्री द्वारा की गई हालिया टिप्पणियों पर चिंता व्यक्त की है और कहा है कि स्वतंत्रता आंदोलन की कदर करते हुए प्रधानमंत्री को अधिक उदार होने की जरूरत है।
यहां जारी एक बयान में सरदार सरना ने कहा कि भारत को औपनिवेशिक शासन से मुक्त कराने के लिए देश के सभी समुदायों के लोगों की परस्पर भागीदीरी रही है। भाषाई विविधता और लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए जाने जाने वाले इस देश में ऐसे बयान, नेताओं के गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार को दर्शाते हैं। भारत की महान सभ्यता का नेतृत्व करने वाले प्रधानमंत्री को ऐसा रूख अपनाना चाहिए जो एक दूसरे को बांटने की बजाए एकजुटता की बात करता हो।
सरना ने कहा कि भारत के संविधान के अनुरूप समावेशन के सिद्धांतों को कायम रखने पर अधिक बल देना चाहिए। हम राजनीतिक संदेश की जटिलताओं को समझते हैं लेकिन यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि प्रत्येक नागरिक मूल्यवान और इस देश के प्रति खुद को जुड़ा हुआ महसूस करे। हम प्रधानमंत्री से एक ऐसे सुधार की आशा करते हैं जो सभी के लिए एकता और प्रगति को बढ़ावा दे।
06:08 pm 23/04/2024