तमाम अटकलों एवं मीडिया पर चल रही कवायदों के पलट बिहार विधान-सभा चुनावों में एक बार फिर नरेंद्र भाई मोदी के नेतृत्व में यूपीए गठबंधन को मिला पूर्ण बहुमत । 1977 के लोकसभा चुनावों के बाद शायद यह दूसरा लोकतांत्रिक चुनाव होगा जिसमें चुनाव परिणाम रूझान के पलट रहे । विशेषज्ञ जिसे स्विंग का नाम देते हैं ।
एक बार फिर मोदी की लहर ने बिहार के विधान-सभा की बाजी पलट दी । यूपीए गठबंधन को 125,महा गठबंधन को 106 एवं चिराग पासवान की पार्टी लोक जन शक्ति पार्टी को मात्र एक सीट मिली । इसमें दोराय नहीं कि महागठबंधन एवं यूपीए गठबंधन के बीच काँटे की टक्कर रही लेकिन चुनाव में कांग्रेस की प्रफोरमेंस ने पूरी बाजी ही उलट दी । कांग्रेस को 70 सीटों में से मात्र 19 सीटों में विजय हासिल हुई ।
इस चुनाव में जीत किसी को भी मिली,दो राय नहीं कि तेजस्वी यादव के नेतृत्व आरजेडी एक शक्तिशाली पार्टी के रूप में उभर कर आई है । केंद्रिय गृह मंत्री अमित भाई शाह ने इस जीत को बिहारवासियों की आशाओं एवं आकांक्षाओं की जीत मानते हुए नरेंद्र भाई मोदी एवं नितीश कुमार के डबल इंजन विकास की जीत बताया है....