आगामी लोकसभा एवं विधानसभा चुनावों के मद्देनजर,एमसीडी नतीजे दिल्ली की सत्ता में बैठी आम आदमी पार्टी एवं साल भर चले कृषि आंदोलन के बाद सिख समर्थन वापिस पाने की तलाश में बीजेपी दोनों के लिए खतरे की घंटी है ।
रकाब गंज गुरुद्वारा परिसर में स्थित शिरोमणि अकाली दल के प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों से रूबरू होते हुऐ सरना ब्रदर्स ने दी दोनो ही पार्टियों को दिल्ली के सिख गढ़ों से हुऐ नुकसान पर विचार करने की सलाह । उनका मानना है कि सिखों के हितों को नजरंदाज कर सियासत चलाना असंभव है । बंदी सिखों की रिहाई एवं पाकिस्तान स्थित ननकाना साहिब के लिऐ दर्शनार्थियों के लिऐ वीजा सुविधा को नजरंदाज नहीं किया जा सकता। ये मुद्दे आगामी चुनावों में भी पंथक द्वारा उठाये जाते रहेंगे।