दिल्ली: विगत वर्ष 2024 में दिवाली की रात के अगले दिन 31 अक्टूबर की सुबह रिकार्ड किया गया ए.क्यू. आई. रिकार्ड तोड़ 396 था जबकि आज 21 अक्टूबर को दिल्ली का ओसत ए.कयू.आई. 356 दर्ज किया गया है । इसमें दो राय नहीं है कि प्रदूषण स्तर बढ़ा है पर यह भी सच है की जिस दिन 17 अक्टूबर से प्रदूषण बढ़ रह है उस से दो तीन दिन पूर्व से पंजाब में पराली जलने के समाचार भी सामने आने लगे हैं । भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली दोनों ही सरकारों ने प्रदूषण नियंत्रण या स्थिती सुधार के लिए कोई ठोस काम नही किया और आज जब रेखा गुप्ता सरकार प्रदूषण स्थिती सुधार के लिए योजनाबद्ध काम कर रही है तो ब्यानवीर "आप" नेता स्थिती बिगाड़ने में लगे हैं ।
सौरभ भारद्वाज जैसे नेताओं की मजबूरी है की उनको मुसलिम समाज को खुश रखना है ताकि उनका वोट बैंक सुरक्षित हो सके और इसीलिए वह जनता के बीच किसी ना किसी मुद्दे पर भ्रम फैलाते रहते हैं। आज कल "आप" नेता पटाखों से प्रदूषण वृद्धि पर बोल कर उन पर पुनः प्रतिबंध की मांग उठाने में लगे हैं। निसंदेह सर्दियों में जो ए.क्यू.आई. हर साल बढ़ता है वह इस साल भी थोड़ा बढ़ेगा। यूं तो इस वर्ष पंजाब में किसान बाढ़ से परेशान हुआ है पर अब बाढ़ पानी सूखने के बाद अपने खेत साफ करने में लग रहे हैं और कुछ पराली भी जला रहे हैं। 11 अकटूबर 2025 से 19 अकटूबर 2025 के बीच पंजाब में 309 पराली जलाने के बड़े मामले पंजीकृत हुए हैं।पंजाब की आम आदमी सरकार ने ना पहले कभी पंजाब के किसानों को मदद कर पराली जलने से रूकी ना आज बाढ़ से बर्बाद किसान को ही कोई मदद देकर पराली जलने से रोक रही है।
यह ठीक है की दिल्ली में प्रदूषण स्तर बढ़ा है पर यह भी सच है की जिस दिन 17 अक्टूबर से प्रदूषण बढ़ रह है उस से दो तीन दिन पूर्व से पंजाब में पराली जलने के समाचार भी सामने आने लगे हैं।