दिल्ली: प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने आज तीस हजारी कोर्ट में हड़ताल कर रहे वकीलों से मिले और कहा कि दिल्ली के वकीलों की हड़ताल एक मजबूत मुद्दे को लेकर है जिसके हम साथ खड़े है। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों की कोर्ट में बिना मौजूदगी के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के द्वारा पुलिस थानों से गवाही की इजाजत देना कहीं न कहीं न्याय प्रक्रिया में दखलअंदाजी और दोषियों को बचाने की कार्यवाही का अंदेशा हो सकता है। क्योंकि पुलिस के रवैये और कार्यशैली पर हमेशा प्रश्नचिन्ह लगते आए हैं।
तीस हजारी कोर्ट में हड़ताल पर बैठे वकीलों से मिलने के कार्यक्रम आयोजन दिल्ली कांग्रेस के लीगल और ह्यूमन राइट के चेयरमैन एडवोकेट सुनील कुमार ने अपनी टीम के साथ किया था। इस मौके पर कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन एवं पूर्व विधायक श्री अनिल भारद्वाज और आर्ब्जवर त्रिलोक चौधरी, एडवोकेटों में पूर्व सचिव अतुल शर्मा, श्री विरेन्द्र कसाना, ए.वी. शुक्ला, प्रद्यूमन सिंह पेडी, मौ0 रहीस फारुखी, शेख इमरान आलम, दीपक शर्मा, रमित सेहरावत, क्षितिज शर्मा, विक्रम दुआ, लोकेन्द्र चौधरी, सतीश सौलंकी, राजेश टांक, मेघा सेहरा, हिमांशु खारी, आनन्द चौधरी, भी मौजूद थे।