दिल्ली: विधान सभा परिसर में सदन के बाहर अध्यक्ष की कुर्सी के सीधे एवं उल्टे छोर बने हुए दो फाँसी घर नहीं लिफ्ट चैम्बर हैं जहाँ से ब्रिटिश शासन काल में सदस्यों को खाना सप्लाई किया जाता था । विधान सभा अध्यक्ष विजेन्द्र गुप्ता ने ब्रिटिश शासन काल के दौरान बनाये गए इस परिसर के मैप का हवाला देते हुए सदन में किया खुलासा कहा कि दिल्ली विधानसभा को लेकर वर्षों तक झूठ चलता रहा कि, यहाँ फाँसी घर और सुरंग है। लेकिन यह पूर्णता असत्य है। गौर फरमाने की बात यह है कि 9 अगस्त 2022 को तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इन दोनों चेंबरों का जिन्हें सलाखें लगाकर फाँसी घर का रूप दे दिया गया था का उद्घाटन किया ।
फाँसी घर के मामले में विपक्ष एवं पक्ष के विधायकों के बीच जमकर विवाद हुआ । आम आदमी पार्टी के विधायक जरनैल सिंह ने मोबाइल पर चैट जीपीटी के डिटेल्स दिखाते हुए कहा कि ये दोनों फाँसी घर ही हैं । पलट में दिल्ली सरकार के मंत्री परवेश साहिब सिंह वर्मा ने उसी चैट जीपीटी का हवाला देते हुए बताया कि यह जानकारी तत्कालीन विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल द्वारा इनिशिएट की गई थी । वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष के अनुसार उन्होंने इतिहास से संबंधित संस्थानों जिनमें नेशनल आर्काइव्स, आईसीएचआर आदि द्वारा गहन परीक्षण के बाद सदन में साँझा की गई है । उन्होंने नेता विपक्ष सुश्री आतिशी जो कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार में मुख्यमंत्री भी रह चुकी हैं को निर्देश दिया है कि वह इस बाबत कल तथ्य के साथ विस्तृत जानकारी सदन को दें ।