दिल्ली: क्राइम ब्रांच को मिली फर्जी दस्तावेज तैयार कर उनके आधार पर पासपोर्ट मुहैया कराने एवं नरेला थाना छेत्र के अंतर्गत दो परिवारों आपसी दुश्मनी में की गई फायरिंग के दौरान एक दस साल के बच्चे की मौत दो अलग - अलग मामलों में बड़ी सफलता । फर्जी डॉक्यूमेंट तैयार करके उनके आधार पर पासपोर्ट दिलवाने में मदद के मामले में पुलिस ने गुप्त सूचना एवं तकनीकी सर्विलांस के आधार पर मास्टर माइंड निशांत कुमार सक्सेना सहित 6 आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है एवं इनके कब्जे से 6 पासपोर्ट, 110 पीवीसी ब्लेंक आधार कार्ड के खाँके , 170 पीवीसी ब्लेंक पैन कार्ड के खाँके एवं अन्य बरामद किये आरंभिक जाँच से पता चला है कि इन्होंने नीरज गैंग से जुड़े हुए मोनू एवं एक अन्य हरपाल सिंह को फर्जीवाड़ा कर पासपोर्ट उपलब्ध करवाने में मदद की थी । फिलहाल सभी अभियुक्त हिरासत में हैं एवं मामले पर तहक़ीक़ात जारी है ।
नरेला फायरिंग के मामले में मुशक्कत एवं मुठभेड़ के बाद पुलिस ने शेरखान को बकवाला गांव के पास से धर दबोचा । पुलिस टीम को दो राउंड फायर करने पड़े एक हवा में दूसरा अभियुक्त पर काबू करने के लिए पाँव पर गोली चलानी पड़ी । शेरखान पिछले 18 19 साल से आपराधिक गतिविधियों में लिप्त था एवं उसके सिर पर 25 मामले हैं । दूसरा अभियुक्त जावेद फरार है एवं विभिन्न स्थानों पर दबिश जारी है । आरंभिक जाँच से पता चला कि दोनों पड़ोसी हैं और आपसी रंजिश के कारण गत दिसंबर दोनों परिवारों के बीच फायरिंग हुई जिसके कारण गोली लगने से एक दस साल के बच्चे की मौत हुई । दोनों ही परिवारों की आपराधिक पृष्ठभूमि है । शेरखान फ़िलहाल हिरासत में है एवं मामले पर कार्यवाही जारी है ।