दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव सरदार जगदीप सिंह काहलों ने कमेटी के पूर्व अध्यक्ष और अकाली नेता मंजीत सिंह जी.के. द्वारा गुरुद्वारा डांगमार साहिब के मामले में दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के खिलाफ दिए गए झूठे, बेतुके और भ्रामक बयान के लिए तुरंत माफी मांगने को कहा है, अन्यथा मानहानि का मुकदमा झेलने के लिए तैयार रहने को कहा।
आज यहां जारी एक बयान में सरदार जगदीप सिंह काहलों ने कहा कि सरदार मंजीत सिंह जी.के. गुरुद्वारा डांगमार के मामले में दिए गए बयानों से ऐसा लगता है कि या तो उन्हें मामले के तथ्यों की जानकारी नहीं है या फिर वे झूठ बोलकर दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी को बदनाम करना चाहते हैं और केवल राजनीतिक रोटियां सेक रहे हैं।
मामले के तथ्यों को साझा करते हुए, सरदार काहलों ने कहा कि यह मामला 2017 में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति द्वारा 2017 में गुरुद्वारा सिलीगुड़ी सिंह सभा द्वारा दायर किया गया था, जिसे 2017 की रिट याचिका संख्या 49 में सिक्किम उच्च न्यायालय में दायर किया गया था। उन्होंने कहा कि वह दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के लीगल सेल के अध्यक्ष होने के नाते इस मामले में पेश होते रहे हैं न तो दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी ने मामला दर्ज कराया था और न ही वह इसमें कोई पक्ष था। हम दो सालों तक हाई कोर्ट में पेश होते रहे हैं।