अपनी जिम्मेदारियों से बचने के लिए मौजूदा गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी ने दिल्ली उच्च न्यायालय में जीएसपीएस स्कूलों के स्वामित्व से किया किनारा I शिरोमणि अकाली दल दिल्ली के प्रधान सरदार परमजीत सिंह सरना ने कसा तंज अपनी जिम्मेदारियों से बचने के लिये एक ऑर रास्ता खोज निकाला है दिल्ली के गुरद्वारों के मौजूदा प्रबंधन ने I हकीकत में प्रबंधन के आधीन काम कर रहे कर्मचारियों के वेतन एवं सेवानिवृत्त कर्मचारियों की देनदारियाँ बढ़ती जा रहीं हैं I यदि शिरोमणि अकाली दल दिल्ली के प्रधान सरदार परमजीत सिंह सरना की मानी जाये तो उनके नेतृत्व वाले प्रबंधन ने अपने कार्यकाल के दौरान प्रबंधन की ट्रेजरी में 120 करोड़ रुपए थे लेकिन आज प्रबंधन की ट्रेजरी खाली है I प्रबंधन की मनमानियों के चलते देनदारियाँ बढ़ती जा रही हैं I उनका कहना है कि आखिर ऐसा क्या कुछ हुआ कि आज दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी पूर्ण दिवालियापन के कगार पर है I
साथ ही की मामले की कोर्ट द्वारा नियुक्त आयोग द्वारा जाँच एवं दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की माँग I सरना ने बताया कि अदालत ने गुरद्वारा कमेटी को चेतावनी भी दी है कि शीर्ष नेतृत्व पर कोर्ट के अवमानना के 41 मामले हैं, जिनमें से प्रत्येक को कम से कम छह-छह माह की सजा हो सकती है।