दिल्ली: जाटों को केंद्रीय आरक्षण सूची में शामिल किए जाने के बाबत दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री एवं आम आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल द्वारा लिखे गए प्रधान मंत्री को खत को लेकर भाजपा की सांसद कमलजीत सहरावत एवं एनडीएमसी के डिप्टी चेयरमेन कुलदीप चहर ने साधा निशाना कहा कि असल मुद्दों से भटका कर जाट मतदाताओं को रिझाने की कोशिश ।
कमलजीत सहरावत के अनुसार किसी भी जाति को आरक्षण सूची में शामिल करने के लिए उस राज्य की विधान सभा में प्रस्ताव रखा जाता है और से मंज़ूरी मिलने के बाद केबिनेट के नोट एवं अनुमोदन के साथ सूची में शामिल करने के लिए केंद्र को भेज दिया जाता है । केजरीवाल सरकार में मंत्री रहे कैलाश गहलोत के अनुसार उन्होंने जाट आरक्षण का प्रस्ताव कई बार रखने की कोशिश की लेकिन तत्कालीन दिल्ली के सियासतदानों ने मामले मामले को नज़रंदाज़ कर दिया । याने कि 10 साल के शासनकाल में यह फाइल ठंडे बस्ते में रही ।
दोनों ही नेता जाट बिरादरी से संबंधित हैं । उनका मानना है कि जाट बिरादरी इनके झाँसे में आने वाली नहीं ।