केजरीवाल सरकार की लड़ाई प्रदूषण से नहीं दिवाली से
दिल्ली में पटाखों पर बेन को लेकर भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष कपिल मिश्रा ने साधा निशाना दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर कहा कि पिछले कुछ सालों से अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार प्रदूषण से नहीं बल्कि दिवाली से लड़ रही है। प्रदूषण की दुहाई देकर हर साल पटाखों पर रोक लगाकर व्यापरियों को पहुंचाई जा रही है अर्थिक चोट।

उपाध्यक्ष ने इसे तुष्टिकरण की राजनीति करार देते हुए कहा कि पिछले कुछ सालों से जैसे ही दिवाली नजदीक आती है वैसे ही केजरीवाल सरकार पटाखों पर रोक लगा देती है। आई.आई.टी. दिल्ली की रिपोर्ट के अनुसार पटाखों से सिर्फ 2 फीसदी प्रदूषण फैलता है। इसलिए सबसे पहले अरविंद केजरीवाल 98 फीसदी प्रदूषण से निपटने के लिए उठाए गए कदम का ब्यौरा दिल्ली की जनता को दे ।
पंजाब चुनाव से पहले पराली से प्रदूषण रोकने की मैजिक सोल्यूशन की बात करने वाले केजरीवाल ने आखिर अब तक क्या किया। पराली घोल पर 60 करोड़ रुपये के विज्ञापन का भी अब तक कोई फायदा नहीं हुआ।
आज भी दिल्ली वाले प्रदूषण से घुंट रहे हैं। ऑड-ईवन, डस्ट फ्री सड़के, एयर प्यूरीफायर सहित 16 प्वाइंट्स जो सुप्रीम कोर्ट के एफिडेविड में दिए गए उनका पालन आज तक नहीं किया गया।
पार्टी के दिल्ली प्रदेश मीडिया प्रभारी प्रवीण शंकर कपूर के अनुसार दिल्ली सरकार के पास हर साल कमर्शियल वाहनों के माध्यम से लगभग 500 से 600 करोड़ रुपये पर्यायवरण सेस के रुप में आता है, लेकिन उन पैसो का दिल्ली सरकार ने क्या किया, इसकी आज तक कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि उन पैसों से अगर दिल्ली सरकार हरियाणा और पंजाब के किसानों को मुआवज़ा दे देती तो सम्भवतः वे पराली ना जलाए और प्रदूषण को बहुत हद तक कम किया जा सकता है।
04:38 pm 12/09/2023