बालीवुड अभिनेता सुशांत राजपूत ने क्या आत्महत्या की थी या फिर उनकी हत्या हुई थी, एक सोची-समझी साजिश के तहत । रहस्यों पर से खुलासा अभी बाकी है । सुप्रिम कोर्ट के निर्देशानुसार केंद्रिय अन्वेषण ब्यूरो द्वारा गठित टीम द्वारा तहकीकात जारी है । हाई प्रोफाइल मामला होने के कारण पड़ सकता है जाँच कर रही टीम को आंतरिक एवं बाहरी चुनौतियों का सामना ।
सोशल मीडिया एवं मीडिया में चल रही अटकलों के मध्यनजर यह एक सोची-समझी साजिश के तहत हत्या का मामला है । परिवार वालों ने भी हत्या का मामला मानते हुए कुछ को प्रतिवादी बनाया है । मामले के उलझे हुए पेचों के मध्य सिने एवं राजनीति की कुछ हाई प्रोफाइल हस्तियों की भागीदारी की संभावनाओं से भी इंकार नहीं किया जा सकता ।
यदि सुशांत सिह राजपूत की हाइट एवं कमरे की छत की ऊँचाई को देखा जाये तो पंखे से लटककर आत्महत्या नामुमकिन है । अफरातफरी में परिवार के सदस्यों को भी अस्पताल एवं घर से दूर रखा गया । परिवार के सदस्य शमशान ने शमशान से ही उन्हें अंतिम विदाई दी । अस्पताल में कड़ी सुरक्षा के बावजूद भी सुशांत की सहयोगी रिया चक्रवर्ती एवं कुछ एक को मोरचरी में शव के पास जाने दिया गया ।
जाँच के लिये आये बिहार पुलिस दल को स्थाननीय पुलिस द्वारा सहयोग के बजाये 14 दिन के लिये क्वारनटाइन किये जाने के कारण, कहीं न कहीं सवाल स्थाननीय पुलिस की जाँच पर भी उठते हैं । क्वारनटाइन होने के बाद इस जाँच दल को खाली हाथ वापिस लौटना पड़ा । गौर फरमाने की बात यह है कि इस दल में भारतीय पुलिस सेवा स्तर के अधिकारी शामिल थे ।
केंद्रिय अन्वेषण ब्यूरो की टीम की मदद एआईआईएमएस के फोरंसिक एक्सपर्ट डाक्टरों की टीम कर रही है । यह टीम जाँच दल को फोरंसिक ऐंगल से जाँच करने में मदद करेगी । फिलहाल संदिग्धों के साथ जवाब तलब का दौर है । जाँच दल की रिपोर्ट का खुलासा तो वक्त आने पर हो ही जायेगा । तमाम कवायदों के बावजूद क्या मिल पायेगा सुशांत को इंसाफ....