दिल्ली: श्री अकाल तख्त साहिब का रुतबा हर सिख के दिल में बहुत ऊंचा है। हर सच्चा सिख श्री अकाल तख्त साहिब के आगे नतमस्तक है और रहेगा। शिरोमणि अकाली दल के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने बताया की 2 दिसम्बर को श्री अकाल तख्त साहिब से जो सेवा श्री अकाली दल के नेताओं को सौंपी गई थी, उन्होंने उस सेवा को पूरा समर्पण भाव से निभाया। इस पर आज श्री हरमंदिर साहिब प्रबंधक कमेटी के जनरल हाउस ने भी मोहर लगाई है इसके साथ ही आज का दिन इस पक्ष से भी अहम है कि जिस तरह पंथ विरोधी ताकतों ने अपनी कुछ कोशिशों के जरिए हमारी परंपरा और हमारे सिरमौर संस्थान, श्री हरमंदिर साहिब प्रबंधक कमेटी की इज्जत को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया, उन्हें पूरे पंथ ने नकारते हुए पंथ विरोधी ताकतों और उनके हाथों में खेलने वालों को करारा जवाब दिया है।
बाबा हरनाम सिंह धूम्मा ने दमदमी टकसाल के नाम पर और क़ौम के सम्मान की परवाह न करते हुए जिस तरह की गतिविधियां शुरू की थीं, वे सिंह साहिबान की नियुक्तियों को बहाना बना कर बाहरी ताकतों के इशारों पर थीं। उसे आज दूसरी बार सिख पंथ ने नकारते हुए इस छिपे हुए हमले को नाकाम कर दिया है। इससे पहले श्री आनंदपुर साहिब में इसी बहाने किए गए आयोजन में न तो दो सौ लोग एकत्र हो पाए थे और न अब पूरे पंजाब में विज्ञापन लगाने के बावजूद दो सौ लोग बाबा हरनाम सिंह और उनके साथियों को एकत्र कर पाए।
इस इकट्ठ में बलजीत सिंह दादूवाल, जिसे हरियाणा की संगत ने कुछ समय पहले बुरी तरह नकारा था, और हरमीत सिंह कालका, जो पिछले तीन साल से दिल्ली कमेटी की चुनावी प्रक्रिया को रोक कर बैठा है, जैसे लोग शामिल हुए थे। परंतु पूरी सिख क़ौम इन सभी के क़िरदार को पहचानती है। इसलिए आज दूसरी बार क़ौम ने इनकी पंथ में फूट डालने की नीति को करारी हार दी है।