इस बार गणतंत्र दिवस का थीम था स्वर्णिम भारत, विरासत और इतिहास । कर्तव्य पथ पर आयोजित शौर्य प्रदर्शन परेड के साक्षी थे महामहिम राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू की अगुवही में मुख्य अतिथि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिएंटो । प्रधान मंत्री नेरेंद्र मोदी सहित केंद्र एवं राज्य स्तर सियासतदानों ने शिरकत की ।
देश के सर्वोच्च सेनापति महामहिम राष्ट्रपति को 21 तोपों की सलामी के साथ शुरू हुई इस शौर्य प्रदर्शन परेड के कमांडर थे लेफ्टिनेंट जर्नल भावनीश कुमार । भारतीय सैन्य एवं अर्ध सैन्य दलों की टुकड़ियों के साथ इस बार शामिल हुई इंडोनेशिया की सैन्य टुकड़ी एवं बैंड ।
उच्च तकनीक के संचार एवं आयुध उपकरणों के प्रदर्शन के साथ विभिन्न राज्यों एवं मंत्रालयों की झांकियों का हिस्सा बनी सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की झांकी। एनसीसी कैडेटस के साथ राष्ट्रिय सेवा योजना से जुड़े हुए छात्रों की टुकड़ी एवं विभिन्न राज्यों से आए सांस्कृतिक कलाकारों का जत्था भी परेड का हिस्सा रहा ।
गौर फरमाने की बात यह है कि आज याने कि 26 जनवरी के दिन सन 1950 को हमारा संविधान संविधान लागू हुआ था । तब से लेकर आज तक इस दिन को देशभर में गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है।