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दिल्ली: श्री अकाल तख्त साहिब का रुतबा हर सिख के दिल में बहुत ऊंचा है। हर सच्चा सिख श्री अकाल तख्त साहिब के आगे नतमस्तक है और रहेगा। शिरोमणि अकाली दल के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने बताया की 2 दिसम्बर को श्री अकाल तख्त साहिब से जो सेवा श्री अकाली दल के नेताओं को सौंपी गई थी, उन्होंने उस सेवा को पूरा समर्पण भाव से निभाया। इस पर आज श्री हरमंदिर साहिब प्रबंधक कमेटी के जनरल हाउस ने भी मोहर लगाई है इसके साथ ही आज का दिन इस पक्ष से भी अहम है कि जिस तरह पंथ विरोधी ताकतों ने अपनी कुछ कोशिशों के जरिए हमारी परंपरा और हमारे सिरमौर संस्थान, श्री हरमंदिर साहिब प्रबंधक कमेटी की इज्जत को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया, उन्हें पूरे पंथ ने नकारते हुए पंथ विरोधी ताकतों और उनके हाथों में खेलने वालों को करारा जवाब दिया है।
बाबा हरनाम सिंह धूम्मा ने दमदमी टकसाल के नाम पर और क़ौम के सम्मान की परवाह न करते हुए जिस तरह की गतिविधियां शुरू की थीं, वे सिंह साहिबान की नियुक्तियों को बहाना बना कर बाहरी ताकतों के इशारों पर थीं। उसे आज दूसरी बार सिख पंथ ने नकारते हुए इस छिपे हुए हमले को नाकाम कर दिया है। इससे पहले श्री आनंदपुर साहिब में इसी बहाने किए गए आयोजन में न तो दो सौ लोग एकत्र हो पाए थे और न अब पूरे पंजाब में विज्ञापन लगाने के बावजूद दो सौ लोग बाबा हरनाम सिंह और उनके साथियों को एकत्र कर पाए।
इस इकट्ठ में बलजीत सिंह दादूवाल, जिसे हरियाणा की संगत ने कुछ समय पहले बुरी तरह नकारा था, और हरमीत सिंह कालका, जो पिछले तीन साल से दिल्ली कमेटी की चुनावी प्रक्रिया को रोक कर बैठा है, जैसे लोग शामिल हुए थे। परंतु पूरी सिख क़ौम इन सभी के क़िरदार को पहचानती है। इसलिए आज दूसरी बार क़ौम ने इनकी पंथ में फूट डालने की नीति को करारी हार दी है।

दिल्ली: डीटीसी पर सीएजी रिपोर्ट पे विधान सभा में चर्चा के दौरान हुए कई खुलासे । मुख्यमंत्री एवं सत्ता पक्ष के विधायकों ने लगाया पिछली सरकार पर कुप्रबंधन का आरोप । 2015-16 में डीटीसी का घाटा 28263 करोड़ था जो 2021-22 में बढ़कर 65274 करोड़ हो गया । इस दौरान डीटीसी को 14000 करोड़ से भी ज़्यादा परिचालन घटा हुआ है । इस घाटे को पूरा करने के लिए डीटीसी के 39 डीपों में से किसी में भी स्पेस का कमर्शियल यूटिलाइजेशन नहीं हुआ है । पिछले पाँच सालों का आकलन किया जाए तो डीटीसी की देनदारियां 37000 करोड़ हैं । पाँच साल में परिचालन का खर्चा 213 प्रति किलोमीटर से बढ़कर 457 रुपया प्रति किलोमीटर हो गया है । इतना ही नहीं 2015 से लेकर 2023 के बीच बसों की संख्या बढ़ने के बजाय घटी है । 2015 में डीटीसी के पास 4344 बसें थीं जो 2023 में घटकर 3937 रह गई है । केंद्र सरकार से फंड एलोकेशन के बावजूद 2021-22 एवं 2022-23 के दौरान मात्र 300 इलेक्ट्रिक बसें खरीदी गई ।
इतना ही नहीं इलेक्ट्रॉनिक बसों की डिलीवरी समय पर नहीं होने के लिए ऑपरेटर पर 29.86 करोड़ रुपये का जुर्माना लगना चाहिए था नहीं लिया गया । दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता द्वारा डीटीसी के कामकाज पर रिपोर्ट पेश की गई रिपोर्ट में उल्लेखित है कि सार्वजनिक परिवहन को लेकर कोई व्यवसायिक योजना तैयार नहीं की गई ना ही घाटे को कम करने के लिए राज्य सरकार के साथ कोई समझौता ज्ञापन हुआ । पूरी की पूरी रिपोर्ट पार्लियामेंट्री एक्शन के समक्ष पेश करने की गुजारिश की गई है । मुख्यमंत्री ने सदन को आश्वासन दिया है कि वह और उनकी सरकार डीटीसी को फिर से ऊर्जावान करेंगे । सदन के अध्यक्ष विजेंद गुप्ता ने रिपोर्ट को कमेटी फॉर गवर्नमेंट बॉडीज के अवलोकन के लिए भेजे जाने के निर्देश दिये हैं । कमेटी को तीन महीने के अंदर ऑब्जरवेशन रिपोर्ट तैयार करने का समय दिया गया है ।
दिल्ली: विधान सभा में आयोजित एक प्रेस वार्ता में साधा आम आदमी पार्टी से विधायक अनिल झा ने साधा दिल्ली की भाजपा शासित सरकार पर निशाना कहा कि सरकार बनते ही भाजपा अपने चुनावी वादों को पूरा करने से इन्कार करने लगी है। ताजा मामला मंदिरों के पुजारियों और गुरुद्वारों के ग्रंथियों को मानदेय देने का है। चुनाव के दौरान भाजपा ने आम आदमी पार्टी को देखकर अपने घोषणा पत्र में वादा किया था कि वह सरकार बनने पर पुजारियों और ग्रंथियों को 20 हजार रुपए प्रतिमाह मानदेय देगी, लेकिन अब उसकी सरकार ने मानदेय देने से साफ इन्कार कर दिया है। मंत्री प्रवेश वर्मा ने ‘‘आप’’ विधायक जरनैल सिंह के सवाल के जवाब में कहा है कि सरकार की पुजारियों व ग्रंथियों को मानदेय देने की कोई योजना नहीं है।
25 मार्च को भाजपा की दिल्ली सरकार द्वारा बजट लाया गया। बजट में उन्होंने कई तरह के दावे और वादे किए हैं। हम हमेशा इस बात को पक्ष में रहे हैं कि सरकार को बजट या कार्यों का क्रियान्वयन करने के लिए समय मिले। लेकिन नई सरकार द्वारा दिल्ली की जनता के लिए लाए गए बजट को देखकर मुझे हैरानी होती है। भाजपा ने कहा कि दिल्ली में रामराज्य की तरह सरकार चलाएंगे। कई जगहों पर प्रधानमंत्री और भगवान श्रीराम का टीका लगाते हुए भाजपा ने अपना घोषणा पत्र जारी किया था और कहा था कि मंदिरों के पुजारियों और गुरुद्वारों के ग्रंथियों को 20 हजार रुपए प्रतिमाह मानदेय देगी।
सबसे पहले आम आदमी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने घोषणा किया था कि दिल्ली के मंदिरों में पूजा करने वाले पुजारी, गुरुद्वारों में धार्मिक विषयों का संचालन करने करने वाले ग्रंथी और बाल्मिकी व रविदास मंदिरों में व्यवस्था और पूजा-पाठ करने वाले पुजारियों को 18 हजार रुपए प्रतिमाह देने की घोषणा की थी। इस बार आम आदमी पार्टी की सरकार नहीं बन पाई। लेकिन चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी की देखा-देखी भाजपा ने भी यह घोषणा कर दी कि वह सरकार बनने पर पुजारियों और ग्रंथियों को 20 हजार रुपए प्रतिमाह देगी। अब दिल्ली में भाजपा की सरकार है।
आम आदमी पार्टी के विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा जब बजट लाया गया तो उसमें कहीं पर भी यह उल्लेख नहीं है कि दिल्ली के गुरुद्वारों के ग्रंथियों और मंदिरों के पुजारियों को 20 हजार रुपए प्रतिमाह मानदेय देंगे। जब आप सार्वजनिक रूप से घोषणा करते हैं और आपकी राष्ट्रीय पार्टी है, 20-21 राज्यों में आपकी सरकार है। ये लोग केंद्र शासित राज्य दिल्ली में पुजारियों और ग्रंथियों को 20 हजार रुपए प्रतिमाह मानदेय देने की घोषणा करते हैं और सनातन संस्कृति के सबसे बड़े झंडावरदार बनते हैं। लेकिन ग्रंथियों और पुजारियों की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। उनके परिवार भरण पोषण और उनकी शिक्षा को लेकर ‘‘आप’’ की तत्कालीन सरकार ने मानदेय की व्यवस्था करने की बात कही थी। इसी को देखकर भाजपा ने अपने एजेंडे में भी लाया।
मंत्री प्रवेश वर्मा से जब सदन में प्रश्न पूछा गया तो उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की ऐसी कोई योजना नहीं है। सदन में ‘‘आप’’ विधायक जनरैल सिंह ने मंत्री प्रवेश वर्मा से यह सवाल पूछा था। एक माह पहले ही भाजपा की सरकार बनी है और ढाई तीन माह पहले चुनाव के दौरान ग्रंथियों और पुजारियों को मानदेय देने की घोषणा की थी। अब बजट के दो-तीन के अंदर ही भरे सदन में इस घोषणा से इन्कार कर रहे हैं कि हमारी ऐसी कोई योजना नहीं है। यह बड़ा ही अफसोस जनक और निराशाजनक है कि भाजपा को बजट में जो प्रावधान लाना चाहिए था, वह नहीं लाई। हम मंत्री के बयान की कड़ी निंदा करते हैं। दिल्ली के लोगों समझना चाहिए कि भाजपा ने अपने घोषणा पत्रों को पूरा करने से इन्कार करना शुरू कर दिया है।
दिल्ली: पंथ रत्न मास्टर तारा सिंह जी पंथ की वह हस्ती हैं जिन्होंने अपनी पूरी जिंदगी सिख कौम की निरस्वार्थ सेवा में व्यतीत की। वह श्री अकाली दल के लंबे समय तक प्रधान रहे और श्री गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के भी प्रधान रहे। उनके पंथ के प्रति योगदान का कोई मोल नहीं लगाया जा सकता। शिरोमणि अकाली दल के प्रदेश अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने खेद व्यक्त करते हुए कहा कि लेकिन उनकी पोती बीबी किरणजोत कौर ने, जो खुद को मास्टर तारा सिंह जी की वारिस बताती हैं, सिंह साहिबानों की नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए यह दावा किया है कि चालीस मेंबर उनके पक्ष में हैं। वह बीबी जी को यह याद दिलाना चाहता हूं कि जिस विधि के तहत पिछली एक सदी से सिंह साहिबानों की नियुक्ति होती आ रही है, वह मास्टर तारा सिंह जी और उनके जैसे अन्य सिख नेताओं की देन है। इसलिए, जो लोग खुद को मास्टर जी का वारिस मानते हैं, उन्हें इस तरह की बातें नहीं करनी चाहिए। यह बात उस व्यक्ति के लिए है, जो किसी भी रूप में सिंह साहिबान के सम्मानित रुतबे के बिल्कुल योग्य नहीं है।
प्रदेश अध्यक्ष के अनुसार विभिन्न अवसरों पर उन्हें मास्टर जी की याद में कार्यक्रम आयोजित करने का सौभाग्य मिला, लेकिन दोनों बार बीबी जी ने अपने नानाजी की याद में आना उचित नहीं समझा। इनमें से एक अवसर वह था, जब दिल्ली में मास्टर जी की मूर्ति हमारे प्रयासों से श्री मदन लाल खुराना द्वारा स्थापित की गई थी। तो जिस बीबी ने अपने नानाजी की याद में आना उचित नहीं समझा, वह दूसरे की कैसे हो सकती हैं? उन्हें बीबी किरणजोत कौर के सम्माननीय माता जी के साथ भी काम करने का अवसर मिला है और वह दावे के साथ कह सकता हैं कि बीबी जी न तो अपने नानाजी के रास्ते पर चली हैं और न ही अपनी माता जी के। इसलिए, बीबी जी को अपनी राजनीति करने का अधिकार है, लेकिन अपने आप को अपने नानाजी की वारिस कहने का कोई हक नहीं है।
यह बातें वह बहुत समय से साझा करना चाहता थे , और आज बीबी जी के बयान के कारण वह इसे साझा कर रहे हैं , जिसमें बीबी जी ने आपने चालीस मेंबरों का दावा किया है। इसका फैसला समय करेगा कि कितने सदस्य पंथ की चढ़दी कला के लिए खड़े होते हैं और कितने पंथ विरोधी ताकतों के साथ खड़े होंगे। लेकिन एक बात पक्की है कि जीत गुरु साहिब की कृपा से सत्य ही होगी।

दिल्ली : संबंधित विभाग द्वारा विधानसभा के पटल पर पेश किए गए आंकड़ो के अनुसार 2017 से लेकर अब तक 11836 फर्जी जीएसटीआईएन के मामले प्रकाश में आए हैं । जीएसटी वेब पोर्टल पर उपलब्ध आंकड़ो के अनुसार 19 मार्च 2025 तक दिल्ली में 803445 सक्रिय करदाता हैं । 495896 राज्य याने कि दिल्ली सरकार एवं 307569 केंद्र के अधिकार क्षेत्र में आते हैं । आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इस फरजीवाड़े पर नकेल कसने के लिए दोनों ही सरकारों राज्य एवं केंद्र द्वारा संयुक रूप से अभियान चलाया जा रहा है ।
इस संयुक्त अभियान में आईटीसी के अवैध लाभ, जाली ई वे बिल, ई चालान आदि के संबंध में अन्य राज्यों के संदर्भ के माध्यम से पहचान,विभागीय आंतरिक डाटा विश्लेषण एवं फर्जी फर्मों की पहचान जैसे शून्य इनपुट, एक से अधिक फर्मों के साथ एक ही बैंक खाता आदि । विभाग द्वारा पंजीकृत करदाताओं को उनके व्यवसाय के स्थान के सत्यापन के लिए ऑनलाइन मॉड्यूल के माध्यम से सूचना पत्र जारी किए जा रहे हैं । करदाताओं का पता न लगने या स्वागत पत्र न मिलने की स्थिति में उनके खिलाफ कार्यवाही की जा रही है ।
पंजीकृत फर्जी /ग़ैर मौजूदा फ़र्म की पहचान करने और आवश्यक कार्यवाही करने के मानक प्रक्रिया जारी कर दी गई है ।
दिल्ली: राजनीतिक राजधानी में एक शानदार शाम देखने को मिली, जब सैफी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड के दूरदर्शी चेयरमैन फैज सैफी ने अपने जन्मदिन को भव्य अंदाज में मनाया।
यह शाम ग्लैमर, पावर और मनोरंजन का एक बेहतरीन मिश्रण थी, जिसमें अलग-अलग इंडस्ट्री की नामी हस्तियां, मसलन- गिरिराज सिंह, राज भूषण चौधरी, नितिन गडकरी, एकता कपूर, दिव्यांका त्रिपाठी, मुरली मनोहर जोशी जैसी कई अन्य ने फैज सैफी को अपनी हार्दिक शुभकामनाएं देने के लिए एक साथ आईं। इस अवसर पर बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता, निर्देशक, राजनेता और संगीतकार मौजूद थे, जिन्होंने इस उत्सव की शोभा बढ़ाई।
फैज सैफी ने कहा, 'मैं अपने दोस्तों, सहकर्मियों और शुभचिंतकों का आभारी हूं, जिन्होंने मेरा साथ दिया। यह उत्सव सिर्फ मेरे बारे में नहीं है, बल्कि सिनेमा की दुनिया और उससे परे हम सभी ने जो अविश्वसनीय यात्रा साझा की है, उसके बारे में है।'
दिल्ली: सेंट्रल दिल्ली पुलिस की श्रद्धानंद मार्ग एवं हिम्मतगढ़ पुलिस चौकी एवं पहाड़गंज पुलिस थाने द्वारा गठित टीमों ने संयुक्त अभियान के तहत किया सेक्स रैकेट का पर्दाफाश । मानव तस्करी में लिप्त 7 आरोपियों को लिया गिरफ्त में । पश्चिम बंगाल, नेपाल एवं अन्य राज्यों से लाई गई लड़कियों को पहाड़गंज के ठिकाने लाकर अलग अलग होटलों में की जाती थी सेक्स के लिये लड़कियों की सप्लाई ।
आधिकारिक सूत्रों से प्राप्त सूचना के अनुसार 10 नेपाली और 3 नाबालिग सहित कुल 23 लड़कियों को रेस्क्यू किया गया है ।
अभियुक्तों से 3 मोबाइल फ़ोन एवं 2 स्कूटियाँ बरामद हुई । अभियुक्त फ़िलहाल हिरासत में हैं एवं मामले पर तहक़ीक़ात जारी है ।

दिल्ली : प्रदेश कांग्रेस कमेटी के एक प्रतिनिधिमंडल ने किया यमुना बैंक के नजदीक सलीम गढ़ किला, रिंग रोड, नई दिल्ली में स्थित प्राचीन नीली छतरी मंदिर का दौरा किया और भाजपा सरकार, एमसीडी और पीडब्ल्यूडी से अपील की कि वे मंदिर को न गिराएं क्योंकि मंदिर में हजारों लोग पूजा-अर्चना करते हैं और भक्त मंदिर पर किसी भी तरह की मनमानी बर्दाश्त नहीं करेंगे। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि एमसीडी और पीडब्ल्यूडी डीडीए के इशारे पर लोगों के बीच गहरी खाई पैदा करने के लिए इन मंदिरों को गिराने का काम कर रहे हैं। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि इससे पहले नीली छतरी मंदिर के साथ 100 साल पुराने प्राचीन श्री चौमुखा महादेव मंदिर और गणेश मंदिर को तोड़ा गया था और कांग्रेस नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर वाल्मीकि समाज के कुलदेवता मंदिर को तोड़ने की कोई कोशिश की गई तो कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर विरोध करेंगे और लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचने देंगे।
दिल्ली के पूर्व मंत्री राजिंदर पाल गौतम के नेतृत्व में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल में मुदित अग्रवाल, जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष जावेद मिर्जा, एडवोकेट सुनील कुमार, एससी/एसटी विभाग के पूर्व अध्यक्ष सुनील कुमार, हरनाम सिंह पूर्व चेयरमेन सफाई आयोग दिल्ली सरकार, श्री सतीश टांक, श्री मनोज गुप्ता और श्री राहुल डाबला शामिल थे। दिल्ली कांग्रेस नेताओं ने कहा कि यह बहुत चिंता की बात है कि नीली छतरी मंदिर के पास स्थित दो मंदिरों को दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) और पीडब्ल्यूडी द्वारा बिना किसी पूर्व सूचना के बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया है और प्राचीन नीली छतरी मंदिर और वाल्मीकि मंदिर पर भी ध्वस्तीकरण की तलवार लटक रही है। उन्होंने कहा कि करीब 80 झुग्गियों को ध्वस्त कर दिया गया, जबकि लोग पिछले 70-80 वर्षों से वहां रह रहे थे, उन्हें कोई वैकल्पिक आवास दिए बिना। भाजपा सरकार सत्ता में आने के बाद एक-एक करके अपने सभी विधानसभा चुनाव के वादों को तोड़ रही है और खासकर गरीबों को निशाना बना रही है और इस प्रक्रिया में, भक्तों की भावनाओं को गहरी ठेस पहुंचाने के लिए मंदिरों को भी तोड़ा जा रहा है।

दिल्ली को जल्द ही मीडिया का एक विश्व स्तरीय प्रशिक्षण संस्थान मिलने जा रहा है। इसकी तैयारी पूरी हो चुकी है और अब औपचारिक रूप से इसका जल्द ही उद्घाटन होने वाला है। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ क्रिएटिव स्किल्स (IICS) नाम का ये प्रशिक्षण संस्थान फिलहाल मीडिया एंड स्किल्स काउंसिल (MESC) के साथ मिलकर ‘दिल्ली क्रिएटर्स समिट’ का आयोजन कर रहा है। उल्लेखनीय है कि MESC राष्ट्रीय कौशल विकास परिषद (NSDC) से संबद्ध है। 21 से 23 मार्च तक आयोजित होने वाले इस क्रिएटर्स समिट में फिल्म, टेलीविजन, संगीत, सौंदर्य सामग्री निर्माण और मीडिया क्षेत्र से जुड़े कुछ सर्वाधिक प्रभावशाली लोगों को एक मंच पर देखा जा सकेगा। वेद मणि तिवारी ( सीईओ NSDC और प्रबंध निदेशक NSDC International (NSDCI) ) का कहना है की भारत को रचनात्मक उत्कृष्टता के वैश्विक केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए NSDC से संबद्ध भारतीय रचनात्मक कौशल संस्थान (IICS) एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। मीडिया और मनोरंजन कौशल परिषद (MESC) द्वारा NSDC अकादमी के तहत शुरू की गई इस पहल को विश्व स्तरीय कौशल विकास और उद्योग-संरेखित प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। उद्योग-आधारित शिक्षा, लाइव प्रोजेक्ट और पेड प्रशिक्षुता (Apprenticeship) के अनूठे मिश्रण के साथ, यह महत्वाकांक्षी रचनात्मक पेशेवरों के लिए एक लॉन्चपैड के रूप में काम करेगा। मीडिया कर्मियों से बात करते हुए एमईएसी (MESC) के सीईओ डॉ मोहित सोनी ने बताया कि हमलोग मात्र एक प्रशिक्षण संस्थान नहीं बल्कि फिल्म और मीडिया उद्योग में अपना करियर बनाने वालों के लिए एक ग्लोबल लांच पैड मुहैया कराने की तैयारी में हैं।
अभी दिल्ली केंद्र में दो साल को प्रशिक्षण कोर्स चलेगा जिसमें छह महीने किसी प्रोजेक्ट में ऑन जॉब ट्रेनिंग शामिल होगा। फिलहाल ‘दिल्ली क्रिएटर्स समिट’ में शामिल होने वाले लोगों में मीडिया उद्योग के प्रसिद्ध विशेषज्ञ, अभिनेता, अभिनेत्री जैसे केतकी पंडित, मोहन नादर, रितु जेनजानी, विशाल सिंह, एशानिया माहेश्वरी, डॉ. अखिल कुमार, दिशु खन्ना, हनीफ जी, राधा भट्ट, कुणाल और कार्तिक अहलावत, सिद्धार्थ शर्मा, अंकुश बाली, रवि पवार और मोहसिन खान आदि प्रमुख हैं। डॉ. सोनी ने बताया कि 12वीं कक्षा उतीर्ण कोई भी युवक IICS में दाखिला ले सकता है। इसके लिए उसे एक ऑनलाइन टेस्ट देना होगा।
मीडिया एंड स्किल्स काउंसिल (MESC) कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के तहत आता है। ये रचनात्मक क्षेत्र में पेशेवर विशेषज्ञता को बढ़ाने के लिए समर्पित है। IICS जैसे संस्थानों के साथ साझेदारी के माध्यम से, MESC कौशल की कमी के अंतर को पाटने और मीडिया पेशेवरों की अगली पीढ़ी को सशक्त बनाने का काम करेगा। दिल्ली क्रिएटर्स समिट मात्र एक इवेंट नहीं है बल्कि ये रचनात्मकता और नवाचार को एक नई दिशा और ऊंचाई देने वाला कार्यक्रम है जो मीडिया उद्योग से जुड़े लोगों को एक अलग तरह का अनुभव देगा।

दिल्ली : म्युनिसिपल कारपोरेशन के बजट सत्र के अंतिम दिन कांग्रेस,बीजेपी एवं आम आदमी पार्टी के पार्षदों के बीच जमकर हंगामा बरपा । पार्षद मेयर की कुर्सी पर खड़े होकर नारे लगाते दिखाई दिए । मेयर महेश खिची के हाथ से माइक खींचे जाने के भी समाचार मिले हैं ।
हंगामे के बावजूद मेयर महेश खिंची ने 2024-25 के संशोधित बजट एवं 2025-26 के अनुमानित बजट पर सदन के नेता मुकेश गोयल द्वारा की गई विवेचना पर लगाई मोहर । नेता सदन ने कई कट मोशन प्रस्ताव को पास एवं स्थगित किया ।
बजट का सर कुछ इस प्रकार है। एमसीडी में कार्यरत 12000 वेतन भोगी कर्मचारियों को पक्का का प्रावधान। 100 वर्ग गज तक की संपत्तियों का टैक्स माफ एवं 100 से 500 गज को 50 फ़ीसदी की छूट। पार्षद फंड को 75 लाख रूपए से एक करोड़ पचपन लाख । पदों की संख्या बरकरार ।
मेयर मद में 500 करोड़ की कमी कर दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के नियमितिकरण के लिए स्थानांतरित । ऐसे अन्य मसलों का बजट में जिक्र है । नेता प्रतिपक्ष राजा इकबाल सिंह ने लोकतांत्रिक प्रक्रिया के उलंघन का आरोप लगाया । कहा कि जबरन बजट को पास करवाया गया है । कांग्रेस पार्षद भी हाथ में बैनर लिए नारे लगाते दिखाई दिए ।
दिल्ली: न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन की गुरुद्वारा श्री रकाब गंज साहिब फेरी का स्वागत करते हुए शिरोमणि अकाली दल के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना ने इसे एक अच्छा संकेत बताया, जो विश्व स्तर पर सिख मूल्यों की बढ़ती मान्यता को दर्शाता है।
न्यूजीलैंड में सिख समुदाय की शानदार सफलता का श्रेय प्रधानमंत्री लक्सन की यात्रा को दिया, जहां विभिन्न क्षेत्रों में उनके योगदान ने व्यापक प्रशंसा प्राप्त की है। सरना ने कहा कि न्यूजीलैंड में सिख समुदाय ने कठिन मेहनत और निःस्वार्थ सेवा के माध्यम से एक निर्विवाद छाप छोड़ी है। यह यात्रा उनके द्वारा प्राप्त किए गए सम्मान को दर्शाती है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपने न्यूजीलैंड के समकक्ष के साथ ऐतिहासिक गुरुद्वारों की यात्रा के लिए भी सराहना की।
सरना ने टिप्पणी करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को यह कदम उठाते हुए देख कर बहुत खुशी हुई। ऐसे संकेत महाद्वीपों में सिख इतिहास और सिद्धांतों की बेहतर समझ बनाने में मदद करते हैं। किसी सरकार के प्रमुख का श्री रकाब गंज साहिब का दौरा सिखी के न्याय और कुर्बानी के वैश्विक मूल्यों की याद दिलाता है, जो दुनिया भर के लोगों को प्रेरित करते रहते हैं।
दिल्ली : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा एवं मुख्य मंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता की उपस्थिती में दिल्ली भाजपा के विधायक दल की आज दिल्ली विधानसभा परिसर में हुई बैठक में विधानसभा दल की गतिविधियाँ सुचारू रूप से चलाने के लिए मुख्य सचेतक की नियुक्ति को लेकर चर्चा हुई और सभी विधायकों ने निर्णय बैठक में उपस्थित प्रदेश अध्यक्ष पर छोड़ दिया गया । प्रदेश अध्यक्ष ने विधानसभा दल की अध्यक्ष एवं मुख्य मंत्री से चर्चा कर लक्ष्मी नगर से दूसरी बार विधायक चुने गये श्री अभय वर्मा को विधायक दल का मुख्य सचेतक नियुक्त किए जाने की घोषणा की।
विधायक श्री अभय वर्मा दिल्ली की राजनीति में पूर्वांचल का एक पहचाना हुआ चेहरा हैं और उनके पास विधायक होने के अनुभव के साथ ही कानून की समझ भी है अतः हम उम्मीद करते हैं की वह कुशलतापूर्वक मुख्य सचेतक का दायित्व निर्वहण कर सकेंगे।
अभय वर्मा वर्तमान में 2021 से दिल्ली भाजपा के मुख्य प्रवक्ता हैं। वह प्रदेश भाजपा पूर्वांचल मोर्चा के अध्यक्ष के आलावा चार कार्यकाल दिल्ली प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष भी रहे है विद्यार्थिकाल से भाजपा विचार परिवार से जुड़े रहे हैं। दिल्ली विश्वविद्यालय की ला फैकल्टी छात्र संघ के अध्यक्ष रहे। दिल्ली बार एसोसिएशन के दो बार सदस्य भी चुने गये और एक बार अवैतनिक सचिव रहे।

दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में मैन्यूल सीवर की सफाई होना सरकार की सबसे बड़ी विफलता है प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने साधा निशाना कहा कि न्यू फ्रेंडस कालोनी में मैन्यूल सीवर सफाई करते हुए पंथ लाल की मौत हुई और राम किशन व शिवदास की हालत गंभीर है परंतु दिल्ली जल बोर्ड द्वारा यह कह कर पल्ला झाड़ना कि यह अनाधिकृत तौर पर मैनहोल में उतरे और यह दिल्ली जल बोर्ड के स्थाई और संविदा कर्मचारी नही है, पूरी तरह असंवेदनशील और मानवता के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि दिल्ली कांग्रेस मांग करती है कि पंथ लाल की मौत और गंभीर रुप से घायल कर्मचारियों को मुआवजा देने के लिए मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता स्वयं हस्तक्षेप करें।
यह चिंताजनक है कि करोड़ों रुपये मशीनों द्वारा सीवर सफाई के नाम पर खर्च होने के बावजूद राजधानी में सीवर की मैन्यूल सफाई होती है जिसमें निर्दोष लोगों की मौत होती है। जबकि सीवरों की मशीनीकृत सफाई के लिए पेशेवर प्रशिक्षित लोगों द्वारा की जानी चाहिए जो नगर पालिका और संबधित विभाग की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि दिल्ली जल बोर्ड के अनुबंधित कांट्रेक्टर द्वारा सीवर सफाई का काम किया जा रहा था, जिसकी पूरी जिम्मेदारी दिल्ली जल बोर्ड की है। यह अत्यंत गंभीर है कि बिना सुरक्षा उपकरणों के यह लोग सीवर की सफाई करने उतरे। जब काम का ठेका दिल्ली जल बोर्ड ने दिया तो यह जिम्मेदारी भी दिल्ली जल बोर्ड की है कि कैसे बिना सुरक्षा उपकरणों के लोग सीवर में सफाई के लिए उतरे?
उनका कहना है कि 15 वर्ष निगम की सत्ता में रही, 11 वर्षों से केन्द्र में है और दिल्ली में भाजपा की नवनिर्मित सरकार बनाई है। भाजपा हमेशा गरीबों, दलितों और वंचितों के हितों का संरक्षण करने के मामले में कभी संवेदनशील नही रही है। यह सर्वमान्य है कि सफाई के काम में अधिकतर गरीब, दलित और वंचित वर्ग जुड़ा हुआ है और भाजपा हमेशा गरीब विरोधी नीति पर काम करती है। राजधानी में पिछले 15 वर्षों में मैन्यूल सीवर सफाई करने वाले 94 लोगों की मृत्यु होना बहुत गंभीर है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता कर्मचारियों प्रतिषेध अधिनियम 2013 को लागू करने और उनका पुनर्वास करने में दोनों ही पार्टियां असफल रही हैं।
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दिल्ली : आठवीं विधानसभा में नव निर्वाचित विधायकों को संबोधित करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि जनप्रतिनिधि के तौर पर हमारी जिम्मेदारी है कि जनता के हितों को सर्वोपरि रखते हुए लोकतांत्रिक मूल्यों को और सदन की गरिमा बनाये रखें । वह नव निर्वाचित विधायकों के लिए द्वि दिवसीय ओरिएंटेशन प्रोग्राम के उद्घाटन सत्र में सदन की कार्यवाही को लेकर विधायकों मार्गदर्शन कर रहे थे । विधान सभा के नियम-प्रक्रिया की सदस्यों को जितनी अधिक जानकारी होगी, विधान सभा का उतना ही श्रेष्ठ उपयोग हो पाएगा। सदस्य प्रश्नकाल सहित अन्य प्रक्रियागत साधनों द्वारा सदन में व्यापक दृष्टिकोण के साथ बेहतर तरीके से अपनी बात रख पाएंगे।
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के अनुसार हमारा एक ही लक्ष्य है दिल्ली की प्रगति, समृद्धि और विकास । इस सदन का उपयोग करते हुए हम पक्ष- विपक्ष को साथ लेकर चलेंगे । सभी का सहयोग लेते हुए सकारात्मक माहौल में चर्चा करेंगे और दिल्ली का विकास और प्रगति सुनिश्चित करेंगे । नेता प्रतिपक्ष आतिशी सिंह ने सभी विधायकों से उम्मीद जताई है कि वे सदन में दिल्लीवालों की उम्मीदों पर खरा उतर कर अपनी ।उन्होंने कहा। कि हमें सदन में इस जिम्मेदारी के साथ बैठना चाहिए कि जो हम जनता की बात रखते हैं, उसे लोग आज ही नहीं, बल्कि सैकड़ो साल तक पढ़ेंगे और देखेंगे। अंग्रेजों ने हमें वोट का अधिकार तो दिया, लेकिन निर्णय लेने का नहीं दिया था। इसके लिए देश के लाखों लोगों ने अपनी कुर्बानियां दी, तब जाकर हमें आजादी मिली। बाबा साहब डॉ. अंबेडकर के संविधान से मिली निर्णय लेने की ताकत के साथ हम सभी दिल्ली के लाखों लोगों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और लोग बड़ी उम्मीद भरी निगाहों से हमारी ओर देख रहे हैं।
दिल्ली की जनता ने 70 लोगों पर अपना भरोसा दिखाया और इस विधानसभा में अपना प्रतिनिधित्व करने के लिए भेजा है। इस सदन में बैठना सिर्फ एक गरिमा और गर्व की बात नहीं है, बल्कि इस सदन में बैठना एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता और लोकसभा के सेक्रेटरी जनरल उत्पल कुमार सिंह ने सभी को इस जिम्मेदारी को याद करवाया और सदन का इतिहास हमारे सामने रखा।
विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त मंच, जो शक्तिशाली और विचारोत्तेजक सिनेमा का जश्न मनाता है, प्रतिष्ठित 'आई व्यू वर्ल्ड अंतर्राष्ट्रीय फिल्मोत्सव' में हाल ही में प्रसिद्ध अभिनेत्री रितुपर्णा सेनगुप्ता की आकर्षक उपस्थिति देखी गई, जिनकी फिल्मों ने दर्शकों और आलोचकों दोनों पर अमिट छाप छोड़ी। बोल्ड नैरेटिव और सामाजिक रूप से प्रासंगिक कहानी कहने के लिए मशहूर इस अंतर्राष्ट्रीय फिल्मोत्सव में रितुपर्णा द्वारा अभिनीत चार फिल्मों की शानदार लाइनअप दिखाई गई।
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इनमें से एक मुख्य आकर्षण 'अजोग्यो' थी, जो कौशिक गांगुली द्वारा निर्देशित 2024 की एक मंत्रमुग्ध कर देने वाली बंगाली रोमांटिक थ्रिलर थी, जिसमें प्रोसेनजीत चटर्जी और रितुपर्णा सेनगुप्ता ने स्क्रीन पर जादू बिखेरने के लिए फिर से साथ काम किया। इस अंतर्राष्ट्रीय फिल्मोत्सव में 'डिस्टेंस' नामक एक मार्मिक लघु फिल्म भी प्रदर्शित की गई, जिसने दर्शकों को बहुत प्रभावित किया। इसके साथ ही दूरदर्शी सुजॉय प्रसाद चटर्जी द्वारा निर्देशित 'होम' जैसी आत्मा को झकझोर देने वाली फिल्म भी प्रदर्शित की गई। महोत्सव की भव्यता में 'पुरातन' का प्रीमियर भी शामिल था, जिसने रितुपर्णा सेनगुप्ता की एक ऐसी अभिनेत्री के रूप में पहचान को और मजबूत किया, जो लगातार कलात्मक सीमाओं को आगे बढ़ाती हैं। स्क्रीनिंग के बाद, रितुपर्णा सेनगुप्ता, प्रतिष्ठित शिक्षाविद् और फिल्म समीक्षक डॉ. अनुज्ञान नाग, फिल्म निर्माता सुजॉय प्रसाद चटर्जी और महोत्सव के निदेशक मैना मुखर्जी के साथ एक आकर्षक प्रश्नोत्तर सत्र ने दर्शकों को इन सिनेमाई उत्कृष्ट कृतियों के पीछे की रचनात्मक प्रक्रियाओं में एक गहन अंतर्दृष्टि प्रदान की।
कार्यक्रम में रितुपर्णा सेनगुप्ता ने अपना आभार और उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, 'आई व्यू वर्ल्ड अंतर्राष्ट्रीय फिल्मोत्सव का हिस्सा बनना मेरे लिए सम्मान की बात है। सिनेमा में भावनाओं को जगाने, धारणाओं को चुनौती देने और बदलाव लाने की शक्ति है। मैं इन फिल्मों को ऐसे प्रतिष्ठित मंच पर अपने दर्शक पाते हुए देखकर रोमांचित हूं।'

दिल्ली : विश्व हिंदू परिषद ( विहिप) ने कहा है कि दिल्ली समेत पूरे भारत की पवित्र भूमि पर इस्लामिक आक्रांताओं के कब्र, स्मारक को हटाने और और ऐसे आक्रांताओं के नाम पर बने मार्गों और इमारतों के नामों को तुरंत बदलने का आदेश जारी होना चाहिए। विहिप दिल्ली प्रांत मंत्री सुरेंद्र गुप्ता कहा कि सोमवार, 17 मार्च से को महाराष्ट्र के सम्भाजी नगर में एक आन्दोलन शुरू होने वाला है जिसमें सरकार से विधर्मी आक्रांताओं के चिन्हों और नामवली से संबंधित इमारतें, स्मारकों, मार्गों की समूल सफाई की मांग की जाएगी। अब जब हिन्दुत्व के गौरव का पुनर्जागरण काल चल रहा है तो इन सब चीजों का समूल सफाई होनी चाहिए।
विहिप दिल्ली प्रांत के पदाधिकारियों की इसी संबंध में एक बैठक हुई है जिसमें सभी कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने विचार प्रकट किये और सबने एक मत से निर्णय किया कि दिल्ली के अन्दर भी इस प्रकार के स्थान हैं मार्ग हैं, मजारे हैं और स्मारक बनाये गये हैं, इन सबको खतम करना चाहिए और जहां नाम का परिवर्तन की जरूरत है वहां नामों को बदला जाना चाहिए। मुस्लिम आक्रांताओं के जो स्मारक बने हैं जिनको ऐतिहासिक स्मारक बोल के संरक्षण दिया जा रहा है जबकि होना ये चाहिए कि हमारे महापुरूष है जो इनसे संघर्ष करते - करते बलिदान हुए उनके स्मारक उस स्थान पर बनने चाहिए।
उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप, झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, वीर सावरकर , गुरू गोविन्द सिंह , गुरू तेग बहादुर , गुरूओं के गुरू पुत्र। ऐस सभी महापुरूष जो एक हजार साल लम्बे कालखण्ड में कहीं न कहीं इन विधर्मियों से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए उन सभी के स्मारक बनना चाहिए और आक्रांताओं के स्मारक समाप्त करना चाहिए। दिल्ली के उपराज्यपाल श्री विनय कुमार सक्सेना, और मुख्यमंत्री श्रीमती रेखा गुप्ता से विहिप का आग्रह है कि जल्दी से जल्दी इस पर प्रभावी कानूनी और प्रशासनिक कार्रवाई करे ताकि परिवर्तन पूरे दिल्ली में दिखे। अब समय आ गया है कि दिल्ली पुनः इन्द्रप्रस्थ के गौरव को प्राप्त करे और दिल्ली का नाम इन्दप्र्रस्थ रखा जाये।
उन्होंने कहा कि दिल्ली के सभी व्यापारिक और सामाजिक संस्थाओं ,आरडब्लूए और हर हिन्दू से आग्रह है कि अपने आसपास में ऐसे स्थान, मार्ग, स्मारक या प्रतीक चिन्ह देखें तो कृपया उसके विरोध में आवाज उठायें। सरकार को पत्र लिखें और जल्द से जल्द उसको वहां से हटाने के लिए कानूनी मार्ग पर चलकर उसे साफ करवाने का प्रयास करें।
इन दिनों फिल्म नगरी में जहां इंडस्ट्री के टॉप बैनर कुछ अलग प्रयोग कर रहे है वहीं ऐसे युवा मेकर्स की भी कमी नहीं जो सिनेमा को एक नई सकारात्मक राह पर अपने दम पर ले जाने में लगे है, इसी कड़ी में अब एक और नाम जुड़ गया है फिल्म ‘अनारकली ऑफ आरा’ से चर्चा में आए निर्देशक अविनाश दास का जिनकी नई फिल्म ‘इन गलियों में’ इन दिनों दर्शको की एक खास क्लास और सोशल मीडिया में इन दिनों चर्चा में है । यह फिल्म एक पुत्र की अपने पिता जाने माने राइटर वसु मालवीय को श्रद्धा सुमन है। वसु के पुत्र पुनर्वसु ने ही इस फिल्म की पटकथा पुनर्वसु ने लिखी है तो फिल्म के अधिकांश गीत भी उन्होंने ही लिखे है। मुझे याद आता है संजय लीला भंसाली की हिट फिल्म हम दिल दे चुके सनम के गीतों की मिठास भी इस फिल्म के गीतों में है यह गीत इस फिल्म को आम मुंबईया चालू मसाला फिल्मों से पूरी तरह अलग करते है । इन गीतों की शुरुआती धुन भी पुनर्वसु ने ही तैयार की है। मेरी नजर में यह फिल्म बेहतरीन हिंदी साहित्य को एक उपहार है। यदुनाथ फिल्म्स के बैनर तले बनी इस फिल्म की ज्यादातर शूटिंग लखनऊ के आस पास हुई है
स्टोरी प्लॉट
फिल्म की कहानी तीन किरदारों के करीब घूमती है दो छोटी सी तंग गलियों राम और रहीम गली की इस सीधी सादी कहानी में हिंदू मुस्लिम के बीच टोटली भाईचारे और होली के दिन दोनों गलियों के लोगों द्वारा एक साथ मिलजुल कर होली खेलने की प्यार भरी कहानी है इसी गली ने हरि राम और शब्बो रेहड़ी लगाकर सब्जी बेचते है, शब्बो के मां बाप नहीं है तो हरि अपनी मां के साथ रहता है इसी गली में मिर्जा साहिब जावेद जाफरी की चाय और कबाब की दुकान है जहां राम और रहीम गली के सभी लोग एक साथ मिलते है मिर्ज़ा साहिब शायर है और सभी को मुहब्बत का पैगाम देते है गली में रहने वालो के बीच तकरार और नफ़रत का बीज बोता है यहां से विधायक का चुनाव लड़ रहे नेता जी जो भारत पाक के बीच होने वाले मैच को गली में बड़ी स्क्रीन लगवाकर दिखाने का प्लान बनाते है ताकि इस मैच के रिज़ल्ट के बीच वो राम और रहीम गली में दंगा करवा सके क्या नेताजी का यह प्लान सफल होता है या नहीं , यह जानने के लिए इन गलियों मे आए।
जावेद जाफरी, इश्तियाक खान, सुशांत सिंह, अवंतिका दसानी, विवान शाह, राजीव ध्यानी, हिमांशु वाजपेयी इस फिल्म के प्रमुख कलाकार है लेकिन जावेद जाफरी फिल्म की रीढ़ की हड्डी है उनकी बेहरतीन एक्टिंग टॉप है, अगर आप बेहतरीन फिल्मों के शौकीन है अच्छा गीत संगीत आपको पसंद है और जमीन से जुड़ी ऐसी कहानी पर बनी फिल्म देखना चाहते है तो आप इस गली में जरूर जाए दो घंटे से भी कम अवधि की यह फिल्म आपको स्टार्ट टू लास्ट सीट से बांधकर रखेगी, और सिर्फ यूपी ही नहीं हर राज्य की सरकार की चाहिए कि होली के इस सीजन में हिंदू मुस्लिम के बीच मुहब्बत का पैगाम देती इस फिल्म को टैक्स फ्री करे।

दिल्ली: पेपर लीक को लेकर लोकसभा नेता विपक्ष राहुल गांधी ने साधा निशाना कहा कि राज्यों में 85 लाख बच्चों का भविष्य ख़तरे में - पेपर लीक हमारे युवाओं के लिए सबसे ख़तरनाक "पद्मव्यूह" बन गया है। पेपर लीक मेहनती छात्रों और उनके परिवारों को अनिश्चितता और तनाव में धकेल देता है, उनके परिश्रम का फल उनसे छीन लेता है। साथ ही यह अगली पीढ़ी को गलत संदेश देता है कि बेईमानी, मेहनत से बेहतर हो सकती है, जो पूरी तरह से अस्वीकार्य है। अभी एक साल भी नहीं हुआ जब NEET पेपर लीक ने देश को झकझोर दिया था। हमारे विरोध के बाद मोदी सरकार ने नए कानून के पीछे छुप कर उसे समाधान बताया, लेकिन इतने सारे हालिया लीक ने उसे भी विफल साबित कर दिया।
ट्विटर के माध्यम से दिए गए एक संदेश में नेता विपक्ष ने कहा कि यह गंभीर समस्या एक सिस्टेमेटिक फेलियर है। इसका खात्मा सभी राजनीतिक दलों और सरकारों को मतभेद भुलाकर, मिलकर कड़े कदम उठाने से होगा। इन परीक्षाओं की गरिमा बनी रहना हमारे बच्चों का अधिकार है और इसे हर हाल में सुरक्षित रखना होगा।
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दिल्ली: मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता शामिल हुई बीजेपी प्रदेश कार्यालय परिसर में पत्रकारों के लिए आयोजित होली मिलन समारोह में । फूलों से खेली गई इस होली में दिल्ली सरकार के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा एवं केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, केंद्रीय राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा सहित केंद्र एवं राज्य स्तर के पदाधिकारी शामिल हुए । बीजेपी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी एवं सांसद अनिल बलूनी , सांसद प्रवीण खंडेलवाल एवं योगेंद्र चंदेलिया भी मिलन समारोह में दिखाई दिए । कार्यक्रम का आयोजन प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा की अगुवाही में हुआ ।
बीजेपी के सभी वरिष्ठ नेता ढोल की थाप पर भांगड़ा करते दिखाई दिए ।
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दिल्ली: आजादी और देश के निर्माण में पत्रकारों की भूमिका को बड़ा बताते हुए उत्तराखंड के केबिनेट मिनिस्टर गणेश जोशी ने कहा कि यूसीसी को लागू करने वाले राज्य की तरह पत्रकार सुरक्षा कानून को लागू करने वाला उत्तराखंड पहला प्रदेश होगा । वह नेशनल यूनियन ऑफ़ जर्नलिस्ट (इंडिया) के द्वि दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन के उद्घाटन समोरोह में आये 24 राज्यों के प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे । उनका मानना है की बिना पत्रकारिता के राजनीति असंभव है । जो काम पत्रकारिता कर सकती है वो दूसरा कोई नहीं कर सकता । उनकी सरकार पत्रकारों के कल्याण के लिए तत्पर है । 9 पत्रकारों के परिवारों को 5 लाख का मुआवजा । पत्रकार कल्याण कोश की राशि को 5 लाख से 10 लाख रुपये कर दिया गया है । जिला स्तर पर पत्रकारों को मान्यता देने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है । उनका कहना है कि राज्य में कुछ आरटीआई एक्टिविस्ट पत्रकार बन अखबार की 50 प्रतियां निकाल कर अपना मतलब साध रहे हैं संगठन को उनपर नकेल कसने में मदद करनी चाहिए ।
उत्तराखंड के मुख्य मंत्री पुष्कर सिंह धामी व्यस्तता के कारण समारोह में सिरकत नहीं कर पाये । उन्होंने वर्चुअल संदेश के माध्यम से अधिवेशन को लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के प्रतिनिधियों का महासंगम बताते हुए कहा कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है । निष्पक्ष पत्रकारिता समाज की आत्मा है । उम्मीद जताई है कि पत्रकार नई दिशा एवं सार्थक परिवर्तन लाने में मदद करेंगे । संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रास बिहारी एवं राष्ट्रीय महासचिव प्रदीप तिवारी ने मंत्री जी से गुज़ारिश की है कि वह अपने राज्य में प्रेस प्रोटेक्शन एक्ट मीडिया कौंसिल के गठन एवं नेशनल मीडिया रजिस्टर लागू करें ।