
दिल्ली : एमसीडी के शिक्षा विभाग द्वारा जारी अध्यापकों की वरीयता की सूची पर लगाये एमसीडी के नेता विपक्ष एवं आम आदमी पार्टी से निगम पार्षद अंकुश नारंग ने लगाये सवालिया निशान कहा कि मानदंडों को ताक पर रख कर तैयार की गई है यह सूची । यह सूची निगम की वेबसाइट पर उपलब्ध है एवं फाइनलाइजेशन के लिए सुझाव भी मांगे गए हैं । नेता विपक्ष का मानना है कि यह सूची 2002 तक की है एवं इससे पहले वरीयता सूची 1995 में तैयार की गई थी । क्यूंकि वरीयता के आधार पर अध्यापकों का प्रमोशन होता है इसलिए 2002 की लिस्ट में 1995 की लिस्ट को भी मर्ज किया जाना था । एक अध्यापक मुकेश कुमार मीणा जिसने लिखित में दरखास्त की है कि उनकी डेट ऑफ जॉइनिंग 01 अगस्त 2002 है का नाम इस वरीयता सूची में नहीं है । नेता विपक्ष ने सूची में अनियमितताओं का भी खुलासा किया है । एक अध्यापिका जिसका नाम गीता ग्रोवर है जिसकी डेट ऑफ़ जॉइनिंग 14 जुलाई 1995 है का नाम दूसरी अध्यापक विजय कुमार जिनकी डेट ऑफ़ जॉइनिंग 11 जुलाई 1995 है इस वरीयता सूची में ऊपर है । इस प्रकार की बहुत सी अनियमिताओं का खुलासा नेता विपक्ष ने किया । उनका आरोप है कि डाक नंबर के आधार पर सूची बनाई गई है। जिसमें जॉइनिंग की तारीख और जन्म तिथि तो शामिल है, लेकिन डीएसएसबी की मेरिट रैंक नहीं है। अगर किसी की नौकरी 20 तारीख को लगी और जॉइनिंग 21 तारीख को हुई, जबकि किसी अन्य की नौकरी 22 तारीख को मिली और जॉइनिंग 23 तारीख को हुई, लेकिन 23 तारीख को ज्वाइन करने वाली की डाक 24 तारीख को गई और 22 को ज्वाइन करने वाली की डाक 25 तारीख को गई। ऐसे में डाक तारीख के आधार पर वरिष्ठता तय करना गलत है। जॉइनिंग की तारीख के आधार पर वरिष्ठता तय होनी चाहिए, जैसा कि सुप्रीम कोर्ट और डीओपीटी के आदेश में स्पष्ट है। डाक की रैंक से वरिष्ठता सूची बनाई और डीएसएसबी की रैंक नहीं दिखाई। अपने लोगों को वरिष्ठता में शामिल कराने के लिए अधिकारियों से मिलकर यह सब हो रहा है।
इतना ही नहीं एमसीडी ने 46 शिक्षकों का तबादला किया है। यह तबादला ऑनलाइन होना चाहिए। एमसीडी के शिक्षा विभाग ने बीजेपी से मिलकर ट्रांसफर चाहने वाले अपने खास 23 लोगों को सेट करने के लिए उन शिक्षकों को हटा दिया जो तबादले के लिए आवेदन ही नहीं दिए थे। इन हटाए गए शिक्षकों ने स्पष्ट लिखा था कि उन्होंने तबादले के लिए कोई आवेदन नहीं दिया। बीजेपी ने अपने लोगों को सेट करने के लिए कैंसर से पीड़ित एक शिक्षक का तबादला कर दिया। शिक्षक दर्शना वर्मा स्पॉन्डिलाइटिस की मरीज हैं। उन्हें ब्लड ट्रांसफ्यूजन की जरूरत पड़ती है। दर्शना वर्मा ने लिखा है कि उनकी रीढ़ लगभग खराब हो चुकी है और 20 जुलाई 2004 को उनके पति का स्वर्गवास हो चुका है, फिर भी उनका तबादला कर दिया गया। यह सब भ्रष्टाचार के लिए और चंद नोटों के लिए किया गया। हाल ही में डिप्टी मेयर ने कहा था कि महिला शिक्षकों का तबादला उनके घर के पास होना चाहिए, लेकिन उन्होंने कैंसर और अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित महिला शिक्षकों का तबादला 30-35 किलोमीटर दूर कर दिया। 15 सितंबर 2023 की मौजूदा तबादला नीति को नजरअंदाज किया गया। उन्होंने पूछा कि 23 शिक्षकों के तबादले का आधार क्या था? क्या तबादला नीति लागू की गई या ऑनलाइन प्रक्रिया दिखाई गई? उन्होंने इसे भाजपा और शिक्षा विभाग की मिलीभगत करार देते हुए कहा कि यह तबादला भ्रष्टाचार और पैसे लेकर अपने लोगों को सेट करने के लिए किया गया। बताया जा रहा है कि इन 23 तबादलों में 13 लोग भाजपा के और 10 लोग शिक्षा विभाग अधिकारियों के हैं। शिक्षक यूनियन ने धरना-प्रदर्शन किया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। नरेला जोन में 6.60 करोड़ रुपए की 60,000 बच्चों की यूनिफॉर्म 10 साल तक गोदाम में धूल फांकती रही। यह यूनिफॉर्म 2013-14 में बीजेपी शासित एमसीडी ने खरीदी थी। इसमें एक जांच कमेटी बनी और उसने 31 मार्च 2025 को शिक्षा निदेशक को अपनी रिपोर्ट सौंपी और 6 जून 2025 को निदेशक ने डिप्टी कमिश्नर को रिपोर्ट भेजी। अभी तक किसी पर कार्रवाई नहीं हुई है। अधिकारियों को बचाया जा रहा है। 6 करोड़ 60 लाख रुपए के आर्थिक नुकसान के लिए जिम्मेदार कौन है। इसका भुगतान कौन करेगा।
दिल्ली : सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी में बढ़ते सरकारी हस्तक्षेप के खिलाफ आज शिरोमणी अकाली दल के कार्यकर्ताओं ने गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब में अरदास की। अकाली दल दफ्तर से सैकड़ों की संख्या में आईं संगतों ने दरबार हाल में गुरू चरणों में माथा टेकने के बाद निशान साहिब के आगे बरामदें में पंथ की चड़दीकला के लिए अरदास की। गुरुद्वारा बंगला साहिब में अरदास की पिछले हफ्ते शुरू हुई इस श्रृंखला के तहत अब प्रत्येक रविवार को किसी गुरुद्वारा साहिब में अरदास करने का कार्यक्रम शिरोमणी अकाली दल नेतृत्व के द्वारा पिछले हफ्ते दिया गया था।
कमेटी के पूर्व अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने इस मौके संगतों को संबोधित करते हुए कहा कि गूंगी-बहरी सरकार सिखों के धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप करने से बाज नहीं आ रही। पहले हमारे दो निर्वाचित दिल्ली कमेटी सदस्यों की सदस्यता समाप्त की गई। उसके बाद आम चुनावों की जगह कानूनी प्रक्रिया का मज़ाक़ बनाते हुए आंतरिक चुनाव करवाएं गए। सरकार की कार्य प्रणाली ने गुरुद्वारा के स्वतंत्र प्रबंध में अड़चनें खड़ी कर दी है। मौजूदा काबिज पक्ष सरकार को किसी मसले पर बोलने की ताकत तथा इच्छा शक्ति गंवा चुका है। यहीं कारण है कि सिख मसलों के हल की बात तो दूर सरकार की आंख में आंख डालकर बात करने की बातें अब हवा हो गई है। क्योंकि जब सारे दुनियावी रास्ते बंद हो जाए, तो सिख के पास केवल 'अरदास' का विकल्प बचता है। इसलिए हमने गुरू चरणों में विनती की है कि सिख कौम को स्वतंत्र तथा स्वायत्त प्रबंध बख्शें। जीके ने महाराजा रणजीत सिंह की आज बरसी होने का हवाला देते हुए सिख राज के दौरान सभी धर्मों को पूर्ण अधिकार तथा आज़ादी प्राप्त होने का हवाला दिया।
इस मौके दिल्ली कमेटी के सदस्य परमजीत सिंह राणा ने सरकार के आगे दिल्ली कमेटी प्रबंधकों की समर्पणकारी नीतियों की निंदा की। अकाली नेता डॉ परमिंदर पाल सिंह ने अरदास करने की जरूरत तथा मौजूदा पंथक हालातों की समीक्षा की। इस मौके प्रमुख नेताओं में बीबी मनदीप कौर बख्शी, कई दिल्ली कमेटी सदस्य तथा बड़ी संख्या में अकाली दल के पदाधिकारी तथा कार्यकर्ता मौजूद थे।


दिल्ली : आम आदमी पार्टी द्वारा जंतर-मंतर में आयोजित रैली में दिखा जनसैलाब । पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के अनुसार अब दिल्ली चुप नहीं बैठेगी। गरीबों का हर उजड़ा घर, हर टूटी दीवार चीख-चीखकर कह रही है - उन्हें इंसाफ़ चाहिए।माओं की रसोई उजाड़ी गई, बुज़ुर्गों की छत छीनी गई, गरीब परिवारों को सड़कों पर ला दिया गया। ये केवल घरों का नहीं, गरीबों की उम्मीदों का भी विनाश है। उनकी पार्टी द्वारा उठाई गरीब की आवाज है और अब ये आवाज़ हर गली, हर मोहल्ले से उठेगी, BJP के बुलडोज़र के सामने दीवार बनकर खड़ी होगी।

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बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा ने आम आदमी पार्टी की दिल्ली के झुग्गी झोपड़ी निवासियों के लिए आयोजित इस रैली को फ्लॉप शो बताते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल वो दोहरे चेहरे वाले नेता हैं जो आज गरीब झुगगीवालों के नाम पर घड़ियाली आंसू बहा रहे हैं पर कोविड़काल में इन्ही झुग्गीवासी गरीबों को संरक्षण देने की जगह गांव भगाया था । इनकी पार्टी का नेतृत्व लगभग एक माह से भ्रम फैला रहा था पर दिल्ली के झुग्गी ने "आप" के इस झूठे अभियान को ना सिर्फ नाकार दिया बल्कि झुग्गीवासी "आप" नेताओं से सवाल पूछ रहे हैं की दस साल की सरकार ने झुग्गी वासियों को बेहतर जीवन देने के लिए क्या किया ? 5 माह पूर्व चुनाव हारी आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल, गोपाल राय आदि जब झुग्गी वालों के नाम पर एकत्र अपने कार्यकर्ताओं को प्रधान मंत्री आवास में घुसने के लिए भड़का रहे थे उस वक्त दिल्ली का आम झुग्गीवासी पूछ रहा था की केजरीवाल बतायें उन्होने दस साल में खुद के लिए शीशमहल बनाया पर गरीबों को नरेला बवाना में बने फ्लैट्स आवंटित क्यों नही किए ?
आम आदमी पार्टी और बीजेपी दोनों पर ही कटाक्ष करते हुए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा कि भाजपा और आम आदमी पार्टी एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। भाजपा गरीबों की बस्तियां को उजाड़ने का काम कर रही है और आज उन झुग्गीवासियों के लिए आम आदमी पार्टी घड़ियाली आंसू बहा रही है ।
दिल्ली: ढाई साल बाद हुई एमसीडी की स्टैंडिंग कमेटी की पहली बैठक से जनता से जुड़े जरूरी मुद्दे गायब होने पर आम आदमी पार्टी के नेता प्रतिपक्ष अंकुश नारंग ने बीजेपी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि बीजेपी तो स्टैंडिंग कमेटी बनाने की पक्षधर भी नहीं थी, लेकिन ‘‘आप’’ ने इसे बनवाया। ‘‘आप’’ के प्रयास से ढाई साल बाद शुक्रवार को स्टैंडिंग कमेटी की बैठक हुई, लेकिन बीजेपी स्टैंडिंग कमेटी अध्यक्ष श्रीमती सत्या शर्मा ने जनता के मुद्दे गायब कर दिए। सत्या शर्मा ने सफाई व्यवस्था, कंसेशनरी समेत किसी भी समस्या का एजेंडा शामिल नहीं किया। एमसीडी के चारों जोन में सफाई व्यवस्था बदहाल है। फिर भी बीजेपी टिंपर की संख्या लगातार कम करती जा रही है।
ढाई साल बाद स्टैंडिंग कमेटी की मीटिंग हो रही है। भाजपा नहीं चाहती थी कि स्टैंडिंग कमेटी बने, लेकिन आम आदमी पार्टी ने इसे बनवाया। जब से “आप” विपक्ष में आई है, उसने सकारात्मक भूमिका निभाई है। पहले भाजपा सदन में सिर्फ हंगामा करती थी और ऐसी हरकतें करती थी, जिनका दिल्ली की जनता से कोई लेना-देना नहीं था। उन्होंने हाउस और स्टैंडिंग कमेटी को चलने नहीं दिया, लेकिन “आप” विपक्ष में रहते हुए भी सकारात्मक भूमिका अदा कर रही है।
आज स्टैंडिंग कमेटी की पहली मीटिंग में यह उम्मीद थी कि सैनिटेशन, कंसेशनरी और जोनों में सफाई व्यवस्था की समस्याओं पर चर्चा होगी। लेकिन एजेंडे में न तो सैनिटेशन का मुद्दा शामिल किया गया, न कंसेशनरी का और न ही एजेंसी के कॉन्ट्रैक्ट रिन्यूअल का। सेंट्रल, साउथ और वेस्ट जोन की स्थिति बदहाल है, जहां सड़कों पर कूड़ा ही कूड़ा पड़ा है। कूड़ा उठाने के लिए गाड़ियां नहीं आ रही हैं और सड़कों पर कूड़ा बिखरा हुआ है।
नेता विपक्ष ने कहा कि उन्होंने सदन में सेंट्रल जोन की कूड़े की समस्या उठाई थी और मेयर ने ऑन रिकॉर्ड कहा था कि स्टैंडिंग कमेटी बनने के बाद यह मुद्दा हल हो जाएगा। लेकिन अब स्टैंडिंग कमेटी बनने और पहली मीटिंग होने के बावजूद इस मुद्दे को एजेंडे में शामिल नहीं किया गया। पहले भी चेतावनी दी थी कि अगर स्टैंडिंग कमेटी की पहली मीटिंग में भी यह मुद्दा उठाया गया, तो समाधान में तीन महीने लग सकते हैं। लेकिन इस बार तो एजेंडा में यह मुद्दा लाया ही नहीं गया, जो बहुत शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है।
सेंट्रल, वेस्ट, साउथ और अब सिविल लाइन जोन में टिपर की संख्या दिन- प्रतिदिन कम होती जा रही है। सेंट्रल जोन में जहां पहले 10 टिपर हुआ करते थे, वहां अब केवल दो हैं और जहां 15 टिपर थे, वहां अब सिर्फ तीन हैं। सिल्ट उठाने वाली टाटा 407 गाड़ियां सभी वार्डों से हटा ली गई हैं। नालियों की सफाई के बाद निकलने वाली सिल्ट को उठाने के लिए कोई वाहन या टिपर उपलब्ध नहीं है, जिसके कारण सेंट्रल जोन में सफाई व्यवस्था बदहाल है।
वेस्ट जोन में भी टिपर बहुत पुराने हो चुके हैं। ये टिपर एक-डेढ़ घंटे चलने के बाद खराब होकर खड़े हो जाते हैं। दिल्ली की जनता पार्षदों से सबसे पहले यही अपेक्षा करती है कि सफाई व्यवस्था दुरुस्त हो। चारों जोनों, खासकर सेंट्रल जोन में, जहां दो वर्षों से कोई एजेंसी नहीं है, इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार किया जाए। कमिश्नर से अनुरोध है कि इस समस्या को प्राथमिकता दी जाए। सेंट्रल जोन में 25 में से केवल सात पार्षद “आप” के हैं। इसके अलावा दो कांग्रेस के और बाकी भाजपा के हैं। भाजपा सहित सभी पार्षदों को दिक्कत हो रही है।
जब आम आदमी पार्टी सत्ता में थी, तब उन्होंने हर काउंसलर के लिए 1.55 करोड़ रुपये का बजट पास कराया था, लेकिन अब केवल 25 लाख रुपये दिए जा रहे हैं, जो पर्याप्त नहीं है। काउंसलर जनता के लिए सबसे ज्यादा सुलभ होता है और जनता उनसे ही सड़क, सफाई और अन्य समस्याओं के समाधान की उम्मीद करती है। लेकिन 25 लाख रुपये का बजट इन जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है। दिल्ली, केंद्र, उपराज्यपाल और एमसीडी, सभी भाजपा की है, फिर भी स्वीकृत कॉलोनियां, अनधिकृत कॉलोनियां और जेजे झुग्गियों व कॉलोनियों के लिए कोई बजट नहीं आया।

दिल्ली: कांग्रेस पार्टी पंजाब के अध्यक्ष अमरेंद्र सिंह राजा ने रुस में लापता दो युवकों के भाई बहन की मौजूदगी में 24 लापता युवाओं को वापिस लाने के लिए लगाई केंद्र की मोदी सरकार से गुहार । फरजीवाड़े के तहत दिसंबर 2023 युवाओं को सिंगापुर,मलेशिया एवं इटली में रोजी रोटी दिलाने के नाम पर मॉस्को लेजा कर जबरन रूसी सेना में भर्ती कर दिया गया । पंजाब के लापता युवक मनदीप के भाई जगदीप के अनुसार पंजाब से पाँच लोगों ने पैकेज के तहत कोलकता स्थित एजेंटों को 35 लाख 40 हजार रुपये दिए थे । यूपी के आजमगढ़ से जोगिंदर यादव की बहन खुशबू के अनुसार उन्होंने आजमगढ़ के एक एजेंट को 1 लाख रुपये दिए थे । एजेंट के खुद के पासपोर्ट और अन्य दस्तावेज इनके कब्जे में है वह स्वयं शिकार है ।
दोनों ही परिजनों के अनुसार पिछले एक साल से वे दोनों युवकों के संपर्क में नहीं हैं । वो इनकी तलाश में मॉस्को भी गए एवं लगातार विदेश मंत्रालय एवं पीएमओ के संपर्क में हैं लेकिन कोई समाधान नहीं मिला। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष के अनुसार फिजिकल इंजरी के कारण 126 में से 100 युवकों को वापिस प्रत्यर्पित कर दिया गया । लेकिन 24 अब भी लापता हैं एवं परिजनों के संपर्क में नहीं हैं । प्रदेश अध्यक्ष ने मामले की संवेदशीलता के मद्देनजर केंद्र सरकार के हस्तक्षेप की गुजारिश की । साथ ही साथ कहीं ना कहीं कसी जानी चाहिए पंजाब से हो रही कबूतरबाजी पर नकेल ।
दिल्ली यूनिवर्सिटी में दाखिले के दौरान आने वाली समस्याओं को लेकर छात्रों को अब परेशान नहीं होना पड़ेगा। आम आदमी पार्टी के छात्र संगठन एसैप ने ऐसे छात्रों की मदद के लिए डीयू के ऑर्ट्स फैकल्टी के बाहर एक एडमिशन हेल्प डेस्क लगाया है, जहां छात्रों को उनकी हर समस्या का समाधान कराया जाएगा। इसके अलावा, दिल्ली से बाहर के राज्यों से आकर डीयू के कॉलेजों में एडमिशन लेने वाले छात्रों को भी अपनी आशंकाओं-सवालों के जवाब के लिए कहीं भटकने की जरूरत नहीं है। इनके लिए एसैप ने जोन वार हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। इन नंबरों पर कॉल कर छात्र अपने सवालों के जवाब पा सकते हैं। गुरुवार को ‘‘आप’’ मुख्यालय पर प्रेसवार्ता कर एसैप के सदस्य ईशना गुप्ता और दीपक बंसल ने यह जानकारी दी।
“आप” के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने एसैप को लॉन्च कर देश के छात्रों को एक नया विजन दिया है। एसैप के कर्मठ सदस्य 24 घंटे छात्रों के साथ खड़े हैं। छात्रों का एक-एक दिन कीमती होता है। इसी के मद्देनजर एसैप ने अब तक कई सामाजिक व सांस्कृतिक गतिविधियों का आयोजन किया है। जब भी छात्रों की कोई मुश्किल घड़ी आई, एसैप की इकाइयों ने अन्य कॉलेजों के प्रशासन के खिलाफ आवाज उठाई और जीत हासिल की। यदि छात्रों के साथ अन्याय कोई मुद्दा एसैप के सामने आया, तो हमने उसे राष्ट्रीय स्तर पर उठाया।
ईशना गुप्ता ने बताया कि हाल ही में चौधरी चरण सिंह हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में जो घटना हुई, उस मुश्किल घड़ी में एसैप ने छात्रों का साथ दिया और आर्थिक मदद भी प्रदान की। जब एसैप के छात्रा वहां गए तो देखा कि छात्र साथी कॉलेज के गेट के बाहर धूप, गर्मी और बारिश में संघर्ष कर रहे थे। एसैप को लगा कि छात्रों को खानपान में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए। यह तो बस शुरुआत है। इसी जज्बे को आगे बढ़ाते हुए एसैप ने बुधवार को एक नई पहल लॉन्च की है। इसके तहत एसैप ने दिल्ली यूनिवर्सिटी की आर्ट्स फैकल्टी के बाहर एक एडमिशंस हेल्प डेस्क तैयार किया है, जो छात्रों को यूजी और पीजी के दाखिले में मदद करेगा।
जब एक छात्र 12वीं पास करता है, तो उसके बड़े सपने होते हैं। वह चाहता है कि अच्छी यूनिवर्सिटी और कॉलेज में जाए। लेकिन कई छात्र आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से आते हैं और सही जानकारी के अभाव में पीछे रह जाते हैं। ऐसे छात्रों की मदद के लिए एसैप प्रतिबद्ध है और सभी छात्रों के लिए एक सपोर्ट सिस्टम बनाना चाहती है। कई छात्र हेल्प डेस्क तक नहीं पहुंच सकते, क्योंकि वे दूर दराज के इलाकों से यात्रा नहीं कर सकते। ऐसे छात्रों के लिए संगठन ने अपने विभिन्न सोशल मीडिया पेज के जरिए जोन-वाइज हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि इन हेल्पलाइन नंबरों के जरिए छात्र यूजी और पीजी एडमिशंस के लिए तत्काल सहायता ले सकते हैं, अपने डाउट और क्वेरीज पूछ सकते हैं। इस हेल्प डेस्क और हेल्पलाइन के लॉन्च का मकसद हर छात्र को आत्मनिर्भर महसूस कराना है। उनकी एडमिशन की यात्रा को आसान बनाया जाए। एसैप सभी छात्रों के साथ 24 घंटे खड़ा है, क्योंकि संगठन का मानना है कि जब छात्रों की शुरुआत अच्छी होती है, तभी वे आगे चलकर देश और समाज में बदलाव ला सकते हैं।
एसैप डीयू प्रशासन से मांग करती है कि सभी कॉलेजों में ठंडे पानी के कूलर लगाए जाएं, इंफ्रास्ट्रक्चर सुधारा जाए, फायर सेफ्टी और फायर एग्जिट गेट सुनिश्चित किए जाएं। साथ ही, डीयू और हॉस्टलों में फीस बढ़ोतरी बंद होनी चाहिए। एसैप का मानना है कि सरकारी विश्वविद्यालयों में शिक्षा निशुल्क होनी चाहिए, जैसा कि “आप” के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के स्कूलों में इंफ्रास्ट्रक्चर, पानी, स्विमिंग पूल और खेल परिसर की व्यवस्था करके दिखाया। एसैप ने कहा कि यदि डीयू प्रशासन उनकी मांगों को पूरा नहीं करता, तो वे जल्द ही डीयू के कुलपति को ज्ञापन सौंपेंगे और प्रदर्शन करेंगे।
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पदाधिकारियों के चुनाव में आज सरदार हरमीत सिंह कालका को फिर से अध्यक्ष और सरदार जगदीप सिंह काहलों को दोबारा महासचिव चुना गया। गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब स्थित दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के दफ्तर के कॉन्फ्रेंस हॉल में, श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की हजूरी में और गुरुद्वारा चुनाव निदेशक टीम की निगरानी में यह चुनाव हुआ। इसमें सरदार हरविंदर सिंह के.पी. को उपाध्यक्ष, सरदार आत्मा सिंह लुबाना को जूनियर उपाध्यक्ष और सरदार जसमेंन सिंह नोनी को संयुक्त सचिव चुना गया।
इसके अलावा कार्यकारिणी समिति में अमरजीत सिंह पिंकी, अमरजीत सिंह पप्पू, बीबी रंजीत कौर, सरबजीत सिंह विरक, बलबीर सिंह विवेक विहार, जसबीर सिंह जसी, गुरमीत सिंह भाटिया, सुरजीत सिंह जीतती, रमिंदर सिंह स्वीटा और भूपिंदर सिंह भुल्लर को शामिल किया गया। मौके पर ज्ञानी दिलबाग सिंह, हेड ग्रंथी गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब ने अरदास की और हुकमनामा तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब के जत्थेदार ज्ञानी बलदेव सिंह ने लिया। नई टीम को ज्ञानी बलदेव सिंह और ज्ञानी गुरदयाल सिंह ने सिरोपा देकर सम्मानित किया।
मौके पर बातचीत करते हुए अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका एवं महासचिव जगदीप सिंह काहलो ने कहा कि विरोधी पक्ष के सरदार परमजीत सिंह सरना और सरदार मनजीत सिंह जी के को पहले से पता था कि उनके पास जरूरी संख्या में सदस्य नहीं हैं इसलिए उन्होंने चुनाव का किया बहिष्कार ।
दिल्ली : शिरोमणी अकाली दल से संबंधित दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्यों ने आज हुए कार्यकारिणी चुनावों का बहिष्कार किया। साथ ही अकाली नेताओं ने उक्त चुनाव प्रक्रिया को अवैध और सरकारी संरक्षण में किया गया सरकार प्रायोजित तमाशा भी बताया है। इस संबंध में मीडिया से बात करते हुए दिल्ली कमेटी के पूर्व अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना और मनजीत सिंह जीके ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय को ज्ञापन सौंपकर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा और प्रवेश वर्मा द्वारा गुरुद्वारा प्रशासन में बेशर्मी से हस्तक्षेप करने की जानकारी दी है। सरना ने कहा कि दिल्ली कमेटी के आंतरिक चुनाव पंथ की सेवा के लिए नहीं बल्कि राजनीतिक नियंत्रण को मजबूत करने के लिए रची गई एक धोखाधड़ी प्रक्रिया है।
पिछले तीन वर्षों से पारंपरिक अकाली पक्ष को अस्थिर करने के लिए सिरसा द्वारा एक सुनियोजित अभियान चलाने का आरोप लगाते हुए सरना ने कहा कि विपक्ष को तोड़ने और पारंपरिक अकाली आधार को कमजोर करने के लिए झूठे मामलों, रिश्वत और जबरदस्ती का जहरीला मिश्रण तैयार किया गया है। सरना ने भाजपा का नाम लिए बिना सख्त लहजे में कहा कि आपातकाल की दुहाई देने वाले तो इंदिरा गांधी के भी बाप निकले हैं। जिन्होंने गुरुद्वारा प्रबंध की लोकतांत्रिक हत्या की है। इसलिए इस द्रोह कमाने वाले नेस्तनाबूद जरूर होंगे। मरे हुए जमीर के लोगों को फूलों का हार पहनाकर बधाई देने वाले वास्तव में मरे हुए लोगों की अर्थी पर हार चढ़ा रहे हैं। दलबदल करने वाले कमेटी सदस्यों और सिरसा को चुनाव में तरजीह नहीं मिलने पर व्यंग्य करते हुए सरना ने कहा कि बिकाऊ लोगों को किनारे किया गया हैं। सरना ने सिरसा परिवार पर बीघड़ में दिल्ली कमेटी के संसाधनों की खुलेआम लूट करने का आरोप लगाते हुए जल्द बिघड़ जाने का ऐलान किया।
जीके ने पुराने पदाधिकारियों की पुनर्नियुक्ति पर कटाक्ष करते हुए पूछा कि क्या इस बार नए 5 पदाधिकारियों और 10 कार्यकारिणी सदस्यों के नाम वाला लिफाफा रेखा गुप्ता ने भेजा था या यह लिफाफा भाजपा कार्यालय से आया था? जीके ने कहा कि आपातकाल की पचासवीं वर्षगांठ के अवसर पर एक तरफ सरकार "संविधान हत्या दिवस" मना रही है लेकिन दूसरी तरफ दिल्ली कमेटी के संविधान की मूल भावना की हत्या की जा रही है। इस कारण हमारे सदस्य जनरल हाऊस की मीटिंग में नहीं गए। हालांकि, सुरिंदर सिंह दारा और महिंदर सिंह, जिन्हें दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा वोट देने का अधिकार दिया गया था, बैठक में गए थे। जहां उन्होंने निदेशक गुरुद्वारा चुनाव को एक ज्ञापन सौंप करके मांग की कि हरमीत सिंह कालका और जगदीप सिंह काहलों की अयोग्यता का हवाला देते हुए उन्हें चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं देने की मांग की थी। क्योंकि कालका और काहलों को गुरु हरिक्रिशन पब्लिक स्कूलों के कर्मचारियों के लंबित वेतन के मामले में दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा अदालत के आदेश की अवहेलना करने का दोषी पाया गया था। इस कारण वे दोनों दिल्ली कमेटी एक्ट के अनुसार कमेटी सदस्य बनने के पात्र नहीं हैं। लेकिन रेखा सरकार और डायरेक्टर ने आरोपीयों को पदाधिकारी बनाकर गुरुद्वारा संविधान की हत्या की है। इसीलिए हम मौजूदा भ्रष्ट कमेटी के अवैध चुनाव में हिस्सा लेने नहीं गए। साथ ही इन्होंने दिल्ली हाईकोर्ट के आम चुनाव करवाने के आदेश का भी उल्लंघन किया है। यह भी माना जा रहा है कि सरकारी मशीनरी ने चुनाव को एकतरफा बनाए रखने के लिए ईडी का भी इस्तेमाल किया है। इस मौके पर बड़ी संख्या में दिल्ली कमेटी के सदस्य और अकाली नेता मौजूद थे।

दिल्ली: गुरुद्वारा बंगला साहिब परिसर में किये गए चौपाई साहिब के पाठ को लेकर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका एवं महासचिव जगदीप सिंह काहिलो ने साधा शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना एवं जागो पार्टी के अध्यक्ष मंजीत सिंह जी के पर साधा निशाना कहा कि ना गुरुग्रंथ साहिब के सामने और ना ही निशान साहिब मीडिया के सामने 20-25 लोगों को इकट्ठा करके अरदास करके पंथक को गुमराह करने की हो रही है कोशिश । क्यूंकि यह मामला पंथक की भावनाओं से जुड़ा है वे इस मामले को खत के माध्यम से जत्थेदारों के पास लेकर जायेंगे ।
मीडिया से रूबरू होकर उन्होंने बताया कि संभावित चुनावों पर स्टे लगाने की इन लोगों द्वारा कोर्ट में दाखिल की गई याचिका को दो जजों की बेंच ने आज खारिज कर दिया है । प्रबंधन कमेटी के चुनाव निर्धारित दिन याने की 25 जून को ही होंगे । साथ ही लाटरी सिस्टम के आधार पर 2022 में निष्कासित कमेटी के दो सदस्यों मलकीत सिंह एवं कश्मीर सिंह के बहाली के आदेश जारी हो चुके हैं । वो भी संभावित चुनावों में हिस्सा ले सकेंगे एवं अपना वोट भी डाल पायेंगे । गुरुद्वारा चुनाव निर्देशक एवं दिल्ली के उपराज्यपाल के निर्देश अनुसार आगामी 25 जून को अध्यक्ष, महासचिव एवं कार्यकारी समिति के चुनाव होंगे । यह प्रक्रिया लोकतांत्रिक तरीके से एवं शांतिपूर्ण होगी ।
आज दिल्ली स्थित गुरुद्वारा श्री बंगला साहिब में शिरोमणि अकाली दल की दिल्ली इकाई द्वारा दिल्ली इकाई के अध्यक्ष सरदार परमजीत सिंह सरना की अगुवाई में एकत्र होकर चौपई साहिब का पाठ किया गया। इसके उपरांत दिल्ली के गुरुद्वारों को सरकारी सरपरस्ती में क़ब्ज़ा जमाए हुए गुट से मुक्त कराने हेतु श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के समक्ष बल प्रदान करने की अरदास की गई। दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आज नरैणू महंत के वारिस बनकर कालका और काहलों जैसे भ्रष्ट लोग हमारे ऐतिहासिक स्थलों पर सरकार की मदद से क़ब्ज़ा कर रहे हैं। ये न सिर्फ़ गुरु की गोलक को लूट रहे हैं, बल्कि सिख सिद्धांतों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं और सिखों की संपत्तियों का दुरुपयोग भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों ने कुछ दिन पहले दो सदस्यों की सदस्यता को सरकारी हस्तक्षेप से रद्द करवाया और पैसे व सत्ता के बल पर अन्य सदस्यों को ख़रीदकर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी जैसी क़ौमी इज़्ज़तदार संस्था पर अपनी लूट को जारी रखना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि इन लोगों को सरकारी सरपरस्ती का घमंड है, लेकिन शिरोमणि अकाली दल श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की शरण लेकर गुरुघरों को नरैणू महंत के वारिसों से मुक्त कराने के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ेगा। उन्होंने बताया कि सोमवार को अकाली कार्यकर्ता इस संबंध में प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन देंगे।इस अवसर पर शिरोमणि अकाली दल की कोर कमेटी के सदस्य सरदार मनजीत सिंह जी.के. ने औरंगज़ेब की सोच के साथ श्री गुरु हरकृष्ण साहिब जी के संघर्ष की तुलना की और मौजूदा कमेटी के निज़ाम की तुलना रामराय और धीरमल से की। मौके पर सरदार हरविंदर सिंह सरना, सरदार जतिंदर सिंह साहनी, सरदार परमजीत सिंह राणा, सरदार करतार सिंह चावला, सरदार तजिंदर सिंह गोपा, सरदार अमरीक सिंह विकासपुरी, सरदार जतिंदर सिंह सोनू, सरदार रमंदीप सिंह सोनू, सरदार परमिंदरपाल सिंह एम.एन., सरदार परमजीत सिंह खुराना समेत बड़ी संख्या में अकाली कार्यकर्ता उपस्थित थे।

दिल्ली : क्राइम ब्रांच द्वारा गठित एक टीम ने पाँच अभियुक्तों को गिरफ्तार कर विश्वविद्यालय एवं शिक्षण संस्थानों के कर्मचारियों को साथ में लेकर डिग्री उपलब्ध करवाने के फरजीवाड़े को किया नस्तेनाबूत । फर्जीवाड़ा चलाने वाले गिरोह का सरगना विक्की हरजानी रोहिणी में परमहंस विद्यापीठ चलाता था । फरजीवाड़े को कार्यरूप देने के लिए उसने नेताजी सुभाष प्लेस में एक काल सेंटर भी बनाया हुआ था । उसकी गाड़ी एवं ऑफिस से उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमांचल प्रदेश, राजस्थान, सिक्कम, मेघालय, गुजरात , तमिलनाडु आदि राज्यों के विभिन्न विश्वविद्यालयों के 75 फर्जी दस्तावेज बरामद हुए ।
आरंभिक जाँच से पता चला है कि इन लोगों की शिक्षण संस्थानों के कर्मचारियों के साथ मिली-भगत से फर्जी रिकॉर्ड तैयार किए जाते थे लेकिन डिग्री ओरिजिनल होती थी । एक डिग्री उपलब्ध करवाने के लिए एक से डेढ़ लाख रुपया लिया जाता था । कुल मिलाकर ये लोग लगभग 5000 डिग्रियाँ जिनमें बीएमएस, बीटेक, बीफार्मा भी शामिल हैं मुहैया करवा चुके हैं । इनका नेटवर्क पेन इंडिया में फैला हुआ था । इनके क़ब्ज़े से 228 मार्कशीट, 27 डिग्रीयाँ एवं 20 माइग्रेशन सर्टिफिकेट बरामद हुए । हैरत की बात यह है कि गिरोह का मास्टर माइंड दसवीं पास है एवं विद्यापीठ चलाता था । ये लोग पिछले तीन सालों से फर्जवाड़ा चला रहे थे ।
पांचों अभियुक्त हिरासत में हैं एवं मामले पर तहक़ीक़ात जारी है । कहीं ना कहीं जरूरी है कसी जानी शिक्षा के नाम पर चल रहे फरजीवाड़े पर नकेल ।
दिल्ली: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने बेरोजगारी से जूझ रहे 12वीं पास से लेकर तकनीकी विशेष सहित मास्टर डिग्री प्राप्त दिल्ली के हजारों युवाओं को एक छत के नीचे रोजगार के अवसर देने के लिए नई दिशा के तहत तालकटोरा स्टेडियम में मेगा जॉब फेयर आयोजित किया। युवाओं को रोजगार के अवसर देने के लिए 100 से भी अधिक कम्पनियां को आमंत्रित किया गया । जिन्होंने अपने-अपने स्टॉल लगाकर मौके पर ही युवाओं के साक्षात्कार करके उनकी योग्यता के अनुसार नौकरी दी गई। आज के मेगा जॉब फेयर में 3391 युवाओं को विभिन्न कम्पनियों में नौकरी दी और सैंकड़ों युवाओं को कम्पनियों में दूसरे साक्षात्कार के लिए बुलाया गया है।
नेता प्रतिपक्ष के दलितों, वंचितो, गरीबों, पिछड़ों, न्याय दिलाने, सशक्त भारत बनाने, संविधान एवं लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष, महिलाओं को उचित प्रतिनिधित्व और युवाओं को रोजगार देने के सपने को साकार करने के लिए राष्ट्रीय युवा कांग्रेस और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने संयुक्त रुप से आयोजित रचनात्मक मेगा जॉब फेयर में पंजीकृत 10 हजार अधिक युवाओं के अलावा भी भारी संख्या में युवा एक उम्मीद के साथ तालकटोरा स्टेडियम पहुॅचे। मेगा जॉब फेयर में फ्लिपकार्ट, एयरटेल, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, महिन्द्रा, अमेजन, जेप्टो, टाटा, सैमसंग, हीरो, बजाज, वोल्टास, जस्ट डायल, वोडाफोन, ब्लिंकिट और रेडिसन जैसी प्रमुख कंपनियां सहित लगभग 100 से अधिक कंपनियां के प्रतिनिधि मौजूद थे।
मौके पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव के.सी. वेनुगोपाल, महासचिव सचिन पॉयलट, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कंपनियों द्वारा चयनित किए गए बेरोजगार युवाओं और युवतियों को नियुक्ति पत्र सौंपे। राष्ट्रीय युवा कांग्रेस अध्यक्ष उदय भानू चिब, दिल्ली के पूर्व मंत्री डा नरेन्द्र नाथ, एडमिनिस्ट्रेशन इंचार्ज जतिन शर्मा, दिल्ली युवा कांग्रेस अध्यक्ष अक्षय लाकड़ा आदि ने समारोह में शिरकत की ।
प्रदेश अध्यक्ष के अनुसार दिल्ली कांग्रेस के सभी 258 ब्लाक कांग्रेस कमेटियों ने मेगा जॉब फेयर के लिए लगभग पिछले 10 दिनों से दिल्ली में घर-घर पहुंचकर युवा बेरोजगारों का पंजीकरण ऑन लाईन और आफ लाईन कराया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार बेरोजगार युवा जॉब फेयर में उत्साहित दिखे उससे यह साबित होता है कि केन्द्र की भाजपा सरकार युवाओं को रोजगार देने में असफल रही है, दूसरी ओर केन्द्र और दिल्ली के सरकारी विभागों में पिछले 11 वर्षों से लाखों पद खाली पड़े है और बड़े दुर्भाग्य की बात है कि कई परीक्षाएं पेपर लीक और भ्रष्टाचार के कारण रद्द कर दिए गए, जिससे प्रत्येक वर्ष बेरोजगारी का आंकड़ा बढ़ता गया और युवाओं की उम्र सरकारी नौकरी प्राप्त करने के लिए निकलती गई।
अमृतसर:श्री अकाल तख्त साहिब की छत्रछाया में चल रही सिख धर्म प्रचार लहर "ख़ुआर हुए सब मिलेंगे" के तहत दिल्ली की सिंह सभाओं द्वारा शहर में दो दिन तक विभिन्न गुरमत समागम आयोजित किए गए। इन समागमों में श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार और तख्त श्री केसगढ़ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गरगज ने भाग लिया। इस दौरान उन्होंने गुरुद्वारा श्री सीसगंज साहिब (नौवें पातशाह जी के शहादत स्थल), गुरुद्वारा श्री रकाबगंज साहिब और गुरुद्वारा श्री बांग्ला साहिब में माथा टेका। इन पवित्र स्थलों पर उन्हें दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी और प्रमुख ग्रंथियों द्वारा सिरोपा देकर सम्मानित किया गया। उन्होंने गुरुद्वारा सीसगंज साहिब में जूतों की सेवा और बांग्ला साहिब में छबील सेवा करते हुए संगत को जल भी पिलाया।
जत्थेदार गरगज के दिल्ली आगमन पर विभिन्न गुरुद्वारा समितियों – गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा विकासपुरी, मोती नगर, उधे विहार-चंदर विहार और कलगीधर खालसा सेवक सभा सुभाष नगर – ने मिलकर गुरमत समागम आयोजित किए। ये समागम श्री गुरु हरगोबिंद साहिब जी के प्रकाश पर्व, श्री अकाल तख्त साहिब की स्थापना दिवस और श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी व उनके शहीद साथियों की 350वीं शहादत वर्षगांठ को समर्पित रहे। बड़ी संख्या में स्थानीय संगत ने इसमें भाग लिया और जत्थेदार के विचारों को सुना।
समागमों को संबोधित करते हुए जत्थेदार गरगज ने संगत को एकजुट होकर सिख शक्ति को मजबूत करने और श्री अकाल तख्त साहिब को समर्पित रहने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि सिखों ने हमेशा चुनौतियों को गुरुओं से प्रेरणा लेकर पार किया है, अतः हमें गुरबाणी, श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी और श्री अकाल तख्त साहिब से जुड़े रहना चाहिए। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि खालसा पंथ एक परिवार है, और सभी सिख आनंदपुर साहिब के वासी हैं – इसलिए किसी प्रकार की विभाजन की भावना नहीं होनी चाहिए।
जत्थेदार गरगज ने यह भी अपील की कि सिख परिवार अपने बच्चों के नामों के साथ सिंह और कौर ज़रूर जोड़ें और पूरे नामों को ही प्रचारित करें। उन्होंने चिंता जताई कि दिल्ली में कुछ युवा नशे और नाच-गानों की बार संस्कृति की ओर जा रहे हैं, जो गुरु मर्यादा के विपरीत है। उन्होंने संगत को सिख इतिहास, शहीदियों और मर्यादा की याद दिलाई, विशेषकर दिल्ली की धरती पर हुए महान बलिदानों की।
जत्थेदार ने सिख माता-पिताओं से अपील की कि वे अपने बच्चों को गुर इत्यास और साखियों से परिचित कराएं और धार्मिक प्रतीकों की रक्षा करें। उन्होंने धार्मिक प्रचार को और अधिक तीव्र करने की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि कौम को किसी भी सांसारिक तख्त की ओर नहीं, बल्कि गुरु की ओर मुख करना चाहिए।
उन्होंने संगत को खंडे बाटे की अमृत पान कर सच्चे खालसे बनने की प्रेरणा दी। उन्होंने याद दिलाया कि अंग्रेज सरकार ने गुरुघरों में दखल दिया था, पर सिखों ने चाबियाँ वापिस लेकर अपनी शक्ति सिद्ध की थी। आज भी अगर किसी रूप में गुरुघरों की चाबियाँ छीनी जा रही हैं तो उससे सावधान रहने की आवश्यकता है। गुरुद्वारों का प्रबंधन पंथक भावना के अनुसार होना चाहिए, न कि किसी बाहरी हस्तक्षेप के तहत।

दिल्ली : उड़ीसा में 44000 महिलायें एवं बच्चियाँ लापता । मीडिया क्लिपिंग्स का हवाला देते हुए उड़ीसा की विधायिका सोफिया फिरदौस ने बताया कि पिछले एक साल में उड़ीसा में महिलाओं से संबंधित अपराधों का आंकड़ा 28000 । जून 2024 से लेकर फरवरी तक 1800 मामले दर्ज हुए जिनमे से मात्र 217 निर्णायक स्थिति में । यौन उत्पीड़न के 1700 एवं 79 सामूहिक यौन उत्पीड़न के मामले प्रकाश में आये हैं । गोपाल पुर के टूरिस्ट रिसॉर्ट में अपने मित्र के साथ आई लड़की का 10 लोगों द्वारा सामूहिक यौन उत्पीड़न का मामला मीडिया की सुर्खियों में है । उड़ीसा में मनाये जाने वाले रज उत्सव के दौरान 3 यौन उत्पीड़न के मामले दर्ज हुए । आदिवासी क्षेत्र के स्कूलों में छठी से लेकर दसवीं क्लास की बच्चियां परिसर में बच्चों को जन्म देने का मामला कम चिंताजनक नहीं है ।
महिलाओं एवं बच्चियों के प्रति बढ़ते अपराधों को लेकर विधायिका ने साधा उड़ीसा की माझी सरकार पर साधा निशाना कहा कि माझी सरकार में महिलायें नहीं हैं सुरक्षित ।बढ़ते मामलों के मद्देनजर अबतक हाउस कमेटी का गठन नहीं किया गया है । कांग्रेस नेतृत्व उड़ीसा में आंदोलित है एवं समय समय पर इन मामलों के खिलाफ आवाज उठाता रहा है ।
दिल्ली : सांसद मनोज तिवारी ने किया ले मेडियन होटल में जिद्दी जट्ट का ट्रेलर लॉंच । पंजाब में अवैध रेत खनन पर आधारित और एक्शन थ्रिलर फिल्म जिद्दी जट्ट में रांझा विक्रम सिंह, सिंघा, सारा गुरपाल और बॉलीवुड अभिनेता प्रदीप रावत मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म दर्शकों को एक्शन, ड्रामा और माफिया संस्कृति का तड़का देती है। फिल्म का निर्माण रनिंग हॉर्स फिल्म्स और ग्लोबल टाइटन्स ने किया है और इसका निर्देशन सिमरनजीत सिंह ने किया है। इससे पहले वे 'जट्ट बॉयज पुत्त जट्ट दे', '25 किल्ले, रब्बा रब्बा मिन्ह वर्सा' जैसी कई लोकप्रिय फिल्मों का निर्देशन कर चुके हैं।
रांझा विक्रम सिंह बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता हैं और उन्होंने शाहरुख खान की फिल्म 'डंकी' में भी अहम भूमिका निभाई है। इसके अलावा अभिनेता रांझा विक्रम सिंह ने 'हीरोपंती', 'हीरोपंती' में मुख्य नकारात्मक भूमिका, '25 किल्ले या रब्ब', 'राणा विक्रमा', 'फौजी कॉलिंग' और कई अन्य सफल फिल्मों में भी काम किया है।
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दिल्ली: केजरीवाल सरकार के दौरान सरकारी स्कूलों में क्लास रूम निर्माण की आड़ में हुए बड़े घोटाले की जांच अब अपने निर्णयक दौर में पहुंच रही है और उसी जांच प्रक्रिया के अंतर्गत सम्भवतः आज ई.डी. ने विभिन्न ठेकेदारों एवं सम्बंधित अधिकारियों आदि के 37 ठिकानों पर रेड़ किये।
भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा के अनुसार स्कूल रूम घोटाला एक स्थापित घोटाला है जिसकी शिकायत दिल्ली भाजपा के नेताओं ने लोकायुक्त एवं ए.सी.बी. में की और जिसकी जांच लम्बे समय से जारी थी लेकिन केजरीवाल सरकार के दबाव में शिक्षा एवं लोकनिर्माण विभाग के अधिकारी जांच एंजेसी को मांगी जानकारी उपलब्ध नहीं करते थे।
मामले में पूर्व मंत्री मनीष सिसोदिया एवं सत्येंद्र जैन मुख्य अभियुक्त हैं। सत्ता के दौरान भी यह दोनों जांच से नहीं जुड़े ना सहयोग किया और आज भी जांच एजेंसियों के समक्ष पेश होने से भाग रहे हैं। उन्हें समझना चाहिए कि अब वह कुछ भी कर लें कानून के हाथ अब उनके गिरेबान तक पहुंच चुके हैं और शीघ्र उन्हे जेल जाना होगा।


दिल्ली : लोकसभा में नेता विपक्ष एवं कांग्रेस के शीर्षस्थ नेता राहुल गांधी के जन्मदिन पर कल बांटे जायेंगे महिलाओं को फ्री सेनेट्री पैड्स । गौर फरमाने की बात यह है कि इन सेनेट्री पैड्स को महिला शस्त्रीकरण की एक पहल प्रियदर्शनी उड़ान योजना के तहत दिल्ली के करोल बाग एवं बिहार में समस्तीपुर एवं वैशाली में महिलाओं द्वारा बनाया जा रहा है और ये टोटली हैंडमेड हैं । महिला कांग्रेस की अध्यक्षा अलका लांबा के अनुसार इस प्रोजेक्ट से महिलाओं को मिल रहे हैं रोजगार के अवसर ।
नेता विपक्ष के जन्मदिन के अवसर पर कल याने कि 19 जून को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम पर लगा रही है दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी महा रोजगार मेला । प्रदेश अध्यक्ष देवेन्द्र यादव एवं यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु छिब द्वारा मीडिया को दी गई जानकारी के अनुसार मेले में 100 कंपनियों को आमंत्रित किया गया है कुल मिलाकर अबतक दिल्ली के 20000 युवाओं ने ऑनलाइन एवं ऑफलाइन पंजीकरण करवाया है । महा रोजगार मेला सुबह 10 बजे से लेकर शाम के 4 बजे तक चलेगा ।
प्रदेश अनुसार कि दिल्ली पिछले 40 से 50 सालों से जूझ रही है । रोजगार के अभाव में युवा पीढ़ी का झुकाव नशे की तरफ हो जाता है और अपराधों में भी इजाफा होता है । महा रोजगार मेला उनकी पार्टी की तरफ से एक पहल है । कुछ दिन पहले राजस्थान में भी कांग्रेस पार्टी ने रोजगार मेले का आयोजन किया था । जिसमे आमंत्रित कंपनियों ने 3500 युवाओं के इंटरव्यू लिए जिनमे से 1400 रोजगार के लिए चुने गए ।
खड़िया: भाजपा ने 30 साल के राज में गुजरात को 50 साल पीछे ढकेल दिया है बोले आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल । वह सोमवार को गुजरात के विसावदर सीट पर हो रहे उपचुनाव प्रचार के लिए खड़िया गांव में विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे । भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि आज गुजरात में बिजली, पानी, सड़कें, रोजगार कुछ भी नहीं है। हर तरफ हाहाकार मचा हुआ है। पूरी दुनिया में शानदार सड़कें बन रही हैं, लेकिन भाजपा 30 साल में सड़क तक नहीं बना पाई। उन्होंने कहा कि भले ही गुजरात में भाजपा 30 साल से है, लेकिन 20 साल से विसावदर के लोगों ने उसे जितने नहीं दिया है। विसावदर का चुनाव महाभारत से कम नहीं है। भाजपा के पास अथाह पैसा- पावर है, तो ‘‘आप’’ के पास जनता का प्यार है। जनता ‘‘आप’’ को चुनेगी।
एयर इंडिया विमान हादसे में जान गंवाने वाले लोगों को श्रद्वांजलि देने के पश्चात कहा कि राजकोट से जूनागढ़ का रास्ता सड़क से 125 किलोमीटर का है। राजकोट से जूनागढ़ की सड़क इतनी जर्जर हालत में है कि मुझे आने में साढ़े तीन घंटे लग गए। आज पूरी दुनिया आधुनिक हो रही है, दुनिया भर में शानदार सड़कें बन रही हैं। लेकिन गुजरात में 30 साल राज करने के बाद भी भाजपा सड़कें नहीं बना पाई। गुजरात की सड़कों की हालत यह है कि लोगों को 40 किलोमीटर की गति से गाड़ी चलानी पड़ती है। जबकि दूसरे राज्यों में 100-150 किमी स्पीड से गाड़ियां चल रही हैं। रविवार को सीएस वह जूनागढ़ से कालसारी में जनसभा करने के लिए गये थे । वहां भी सारी सड़कें टूटी हुई थीं। भाजपा ने 30 साल में क्या काम किया?
गुजरात में हर घंटे पावर कट लग रहे हैं। रविवार को कालसारी में गए तो वहां बिजली नहीं थी। गांव से लेकर शहरों में बिजली-सड़कें नहीं हैं। सारी सरकारी नौकरियों के पेपर लीक हो रहे हैं, युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। किसानों को बिजली, पानी, खाद और फसलों के दाम नहीं मिलते हैं। 30 साल राज करने के बाद भी भाजपा ने गुजरात की जनता को कुछ नहीं दिया। 30 साल बहुत होते हैं। सिंगापुर एक छोटा सा शहर है। 1963 में सिंगापुर आजाद हुआ और 1993 तक, 30 साल में सिंगापुर दुनिया का नंबर वन देश बन गया। सबसे अमीर देश बन गया। दूसरे विश्व युद्ध के बाद जापान भी तहस नहस हो गया था, उसने भी तरक्की कर ली। आज सारी दुनिया ने तरक्की कर रही है, लेकिन भाजपा ने 30 साल में गुजरात को 50 साल पीछे ले गई।
गुजरात में भाजपा का 30 साल से शासन है। लेकिन पिछले 20 साल से विसावदर के लोग भाजपा को धक्के मार कर बाहर निकाला हुआ है। 20 साल से बिसावदर में भाजपा का विधायक नहीं बना है। विसावदर की जनता ने पहचान लिया है कि भाजपा एक फर्जी और भ्रष्टाचारी पार्टी है। इसको वोट नहीं देना है। अब भाजपा ने धोखेबाजी करनी चालू कर दी है। विसवदर की जनता ने हर्षद रेबड़िया को जिताया, भाजपा ने उसे तोड़कर अपने में मिला लिया। विसावदर की जनता ने आम आदमी पार्टी के भूपत को जिताया, उसे भी तोड़ दिया। पैसे और डर से किसी को तोड़ना जनता के साथ धोखा है।
उनका मानना है कि विसावदर के लोगों ने भाजपा को वोट नहीं देने की कसम खाई है, लेकिन उनका कहना है कि वह किसे वोट दें। वह जिसको वोट देते हैं, वह टूट कर भाजपा में चला जाता है। इसलिए आम आदमी पार्टी ने गुजरात के अपने सबसे भरोसेमंद और कट्टर ईमानदार गोपाल इटालिया को टिकट दिया। गोपाल इटालिया ने गुजरात में “आप” की नींव रखी। वह एक मजबूत व्यक्तित्व वाले इंसान हैं, जिन्हें दुनिया की कोई ताकत नहीं तोड़ सकती। अगर विसावदर के लोग गोपाल इटालिया को भारी मतों से जिताते हैं, तो वे कभी नहीं टूटेंगे।
गोपाल इटालिया एक साधारण परिवार से आते हैं और पहले गुजरात पुलिस में नौकरी करते थे। लेकिन उन्होंने नौकरी छोड़कर समाज सेवा का रास्ता चुना। इससे उनकी ईमानदारी साबित होती है। अगर वे बेईमान होते, तो पुलिस की नौकरी नहीं छोड़ते, क्योंकि वहां लाखों -करोड़ों कमा सकते थे। गोपाल इटालिया पिछले 15 साल से गुजरात के गांव-गांव में लोगों की सेवा कर रहे हैं। भाजपा ने उन्हें करोड़ों रुपए के ऑफर दिए, फिर भी नहीं टूटे। इसलिए विसावदर के लोगों को गोपाल इटालिया को भारी मतों के अंतर से जिताना चाहिए। विसावदर का यह चुनाव महाभारत से कम नहीं है। एक तरफ भाजपा के पास अथाह सेना, पुलिस, सीबीआई, इनकम टैक्स, प्रशासन और पैसा है और दूसरी तरफ “आप” के पास सिर्फ जनता का प्यार और भगवान श्रीकृष्ण का आशीर्वाद है। विसावदर के लोग ‘‘आप’’ को जिताएंगे तो गोपाल इटालिया विधानसभा में गुजरात की जनता की आवाज बनेंगे।

दिल्ली: कालका जी विधानसभा के गोविंदपुरी में भूमिहीन कैंप के 350 मकानों को डीडीए द्वारा तोड़ा गया। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कांग्रेस नेताओं के साथ बेघर हुए लोगों से मिलकर उन्हें आश्वासन दिया कि कांग्रेस आपकी सहायता के लिए हर संभव कोशिश करेगी, अगर आपके अधिकारों के लिए सरकार से लड़ना भी पड़ा तो लड़ेंगे। श्री यादव ने कहा कि भ्रष्टाचार के कारण 30-40 सालों से झुग्गियों में रह रहे लोगों को मकान नही मिले और इन्हें भी उजाड़ा जा रहा है। भ्रष्टाचार के कारण इनके नामों को छोड़ दिया गया था, दोबारा सर्वे करवाकर इनके नाम को जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट के आदेश पर सरकार की लापरवाही और भ्रष्टाचार के कारण 1984 और 1995 से झुग्गियों में रहने वालों को मकान नही मिला है। दिल्ली सरकार गरीबों के खिलाफ दोहरी नीति पर काम कर रही है, एक तरफ मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता अधिकारिक तौर पर बयान देती हैं कि दिल्ली में किसी भी झुग्गी को बिना वैकल्पिक व्यवस्था दिए उजाड़ा नही जाएगा और दूसरी तरफ सरकार के ही अधिकारी कोर्ट के आदेश का हवाला देकर रातों रात गरीबों के घरों को उजाड़ रहे है। भाजपा गरीबी नही, गरीबो को खत्म करना चाहती है। 2020 के विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस द्वारा शुरु किए जहां झुग्गी वहीं मकान के तहत यहां बने मकानों की चॉबी देकर कहा था कि किसी को उजाड़ा नही जाएगा।
भूमिहीन कैंप के लोगों से मिलने वालों में श्री देवेन्द्र यादव के साथ पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्री सुभाष चौपड़ा, पूर्व विधायक श्री शीशपाल, जिला अध्यक्ष हर्ष चौधरी, निगम में सदन के पूर्व नेता श्री जितेन्द्र कुमार कोचर, वरिष्ट नेता डा0 पीके मिश्रा, दिल्ली प्रदेश महिला अध्यक्ष श्रीमती पुष्पा सिंह, महिला जिला अध्यक्ष कांता शर्मा, गर्वित सिंघवी, जय प्रकाश, सुरेन्द्र गोल्डी और धर्मपाल ठक्कर सहित क्षेत्रीय नेता भी मौजूद थे। 2011 में जब दिल्ली में तोड़ फोड़ की कार्यवाही चल रही थी उस समय कांग्रेस सरकार ने तुरंत कार्यवाही करते हुए दिल्ली में आर्डिनेंस लाकर लाखों लोगों को बेघर होने बचाया था। उन्होंने भाजपा सरकार से मांग की कि कांग्रेस के द्वारा 2011 में लाए गए आर्डिनेंस की तर्ज पर तुरंत आर्डिनेंस लाए ताकि दिल्ली में उजाडे़ जा रहे लाखों झुग्गीवालां को राहत मिल सके। सरकार की तोड़फोड़ की कार्यवाही से दिल्ली के झुग्गी झौपडी निवासियों में अफरा तफरी का माहौल है और वे बुरी तरह डरे हुए है।
प्रदेश अध्यक्ष ने मांग की कि जितने भी मकान उजाड़े गएं है, उन्हें ऐसी जगह रखा जाना चाहिए, ताकि उनकी अजीविका को सुरक्षित रखा जा सके। दोबारा सर्वे कराया जाना चाहिए और 2015 की कट ऑफ डेट को बढ़ाकर 2027 तक तय करके वर्तमान नीति में इस प्रकार बदलाव किए जाए ताकि उन झुग्गीवालों को भी मकान मिल सके, जो छूट गए थे और मौजूदा उजाड़े गए लोगों के लिए भी सरकार वहीं वैकल्पिक व्यवस्था करे। जिस तरह से सुभाष चौपड़ा जी ने विधायक रहते हुए झुग्गियों को तोड़ने से पहले ट्रांजिट कैंप में रखा था और उसके बाद उन्हें मकान दे दिए गए थे। उन्होंने कहा कि सरकार झुग्गी झौपड़ी के संबध में कोर्ट में चल रहे मुकद्मों में हलफनामा देकर सुनिश्चित करें कि नई पॉलिसी आने तक उन्हें उजाड़ा न जाए। हमारी मांग है कि राजीव रत्न आवास योजना के तहत कांग्रेस सरकार द्वारा बनाए गए 45 हजार फ्लैटों को उन झुग्गीवालों को आवंटित किया जाए जिन्हें हाल ही में सरकार बेघर कर रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली को बनाने वाले बिहार, यूपी और अन्य राज्यों के मजदूर जिन्हांने अपना खून पसीना बहाकर यहां महलों को बनाया भाजपा सरकार उन्हीं मजदूरों के आशियानां को उजाड़ने का काम कर रही है, जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।
दिल्ली में भाजपा की सरकार बनते ही 100 दिनों में मोदी गरीब विरोधी नीति पर दिल्ली में 20 जगह बुलडोजर चलाए जिनमें प्रमुख कालकाजी का भूमिहीन कैंप, 70 साल पुराना मद्रासी कैंप, सुल्तानपुरी की 50 साल पुरानी झुग्गियां, शास्त्री पार्क यमुना खादर, बाटला हाउस आदि शामिल है। जबकि भाजपा नेताओ ने चुनाव के दौरान झुग्गी वालों से वोट लेने के लिए पॉलिटीकल टूरिज्म करते हुए वहीं रात बिताकर झुग्गीवालों से विकास के वादे किए थे। उन्होंने कहा कि पिछले 12 वर्षों में आम आदमी पार्टी के राज में भाजपा की केन्द्र सरकार के एजेंडे पर चलकर 9 जगह बुलडोजर चलाकर मयुर विहार में 500 झुग्गियों को उजाड़ा, तुगलकाबाद, सुंदर नगर नर्सरी, संगम विहार, औखला के धोबी घाट के पास, शकूर बस्ती, सराय रोहिल्ला, तुलसी नगर, दया बस्ती रेलवे लाईन के नजदीक झुग्गी, खैबर पास आदि में झुग्गियों को उजाड़कर एक भी झुग्गी वासी को मकान देने का काम नही किया। विधानसभा चुनाव से पहले झुग्गियां को तोड़ने का नोटिस दिया था। दिल्ली में रेलवे लाईन के नजदीक बसी 48000 झुग्गियों को तोड़ने के नोटिस पर हमारे नेता श्री अजय माकन जी ने कोर्ट में झुग्गीवालों का पक्ष रख कर स्टे लिया था, जबकि रेलवे लाईन स्थित झुग्गियों पर बुलडोजर का खतरा मंडरा रहा था। महरौली में घोसिया स्लम कॉलोनी, नवजीवन कैंप, जवाहरलाल नेहरु कैंप, सहित शकूर बस्ती जेजे कलस्टर में जुलाई 2024 में कोर्ट स्टे के बावजूद नोटिस लगाया गया। उन्होंने कहा कि हमने वहां दौरा करके लोगों को जागरुक किया कि अजय माकन जी की याचिका पर रेलवे झुग्गियों को उजाड़ने पर स्टे मिला हुआ है।
गरीब झुग्गीवालों को उजाड़कर 50 किलोमीटर दूर फेंकने की बात कह रही है लेकिन इन्हें अजीविका सुरक्षित करने के लिए 5 किलोमीटर के अंतराल पर बसाया जना चाहिए। कांग्रेस सरकार ने जहां झुग्गी वहीं मकान की पॉलिसी में जहां झुग्गी है वहीं मकान देने की शुरुआत की थी। हमारा कहना है कि अगर कोई 2015 से भी एक ही जगह रह रहा है तो उसको उजाड़ा न जाए। यदि विस्थापित करना है तो पहले उसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की जाए।
दिल्ली : एनआर-1 क्राइम ब्रांच द्वारा गठित पुलिस टीम ने हत्या डकैती जैसे जघन्य अपराधों में शामिल फरार मनोज उर्फ सुखड़ा को उत्तर प्रदेश के शामली से धर दबोचा । वह पिछले चार साल से मुकदमे से बचने के लिए फरार चल रहा था । 13 दिसंबर 2010 को जीटी करनाल रोड, समयपुर, दिल्ली की सर्विस रोड पर सीएनजी पंप के पास एक अज्ञात पुरुष का सिर कटा शव मिला था। मृतक की पहचान छिपाने के इरादे से धारदार हथियार से बेरहमी से सिर काटा गया था। शुरुआती प्रयासों के बावजूद, शव कुछ समय तक अज्ञात रहा। हालांकि, जांच के दौरान, मृतक की पहचान बाद में विशाल के रूप में हुई। व्यापक जांच के बाद मनोज उर्फ सुकड़ा को 26 जून 2018 को गिरफ्तार किया गया और सह-आरोपी संजय को हत्या के सिलसिले में 28 अगस्त 2018 को गिरफ्तार किया गया।
वो 2021 में अंतरिम जमानत पर रिहा हुआ था और उसके बाद पिछले चार वर्षों से मुकदमे से बचता फिर रहा था । 17 सितंबर 2024 को उसे अदालत द्वारा उद्घोषित अपराधी (पीओ) घोषित किया गया।
आरंभिक जाँच से पता चला है कि सह-आरोपी में से एक, पप्पू को पहले भी सशस्त्र डकैती के एक पुराने मामले में उसी मृतक द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर गिरफ्तार किया गया था। उस पहले के मामले में, पप्पू को दोषी ठहराया गया था और उसे सात साल की सजा सुनाई गई थी। अपनी सज़ा पूरी करने के बाद पप्पू ने अपने साथियों संजय, उदय और मनोज उर्फ सुकड़ा के साथ मिलकर कथित तौर पर बदला लेने की कोशिश की। उन्होंने मिलकर साजिश रची और बाद में पीड़ित की हत्या कर दी, पहचान छिपाने या क्रूरता के लिए शव का सिर कलम कर दिया।
अभियुक्त कलंद्रा के तहत धारा 35(1) (डी) बीएनएसएस के तहत हिरासत में है एवं मामले पर तहकीकात जारी है ।