महाराष्ट्र में विधान सभा चुनावों में फिर एक बार लहराया बीजेपी घटक का परचम । झारखंड के विधान सभा चुनावों में बीजेपी की स्थिति बेहतर हुई है लेकिन वहाँ सरकार जेकेएमएम घटक जिसमे कांग्रेस भी शामिल है की बनेगी ।
वायनाड में प्रियंका गांधी के भारी वोटों से जीतने एवं झारखंड में इंडी गठबंधन की जीत के बावजूद कांग्रेस मुख्यालय में दिखाई दी एक अजीब सी खामोशी। महाराष्ट्र की जीत को लेकर दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय में जश्न का माहौल था । स्वयं प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी एवं केंद्रीय गृह मंत्री ने आकर कार्यकर्तों का उत्साह बढ़ाया ।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के अनुसार बीजेपी को तीसरी बार जनादेश देने वाला महाराष्ट्र छटा राज्य है यह जीत उनके गवर्नेस मॉडल पर मोहर है। कांग्रेस के नेताओं ने एज युजवल महाराष्ट्र में हार का ठीकरा अंबानी पर फोड़ा ।
झरखंड में इंडी गठबंधन को जीत तो मिली है लेकिन कांग्रेस की प्रफ़ॉर्मेंस औसत स्तर से नीचे रही । शायद मायूसी का एक कारण यह भी हो । झारखंड में 81 विधान सभा सीटों में से जेकेएमएम को 34, बीजेपी 21,कांग्रेस को 16, आरजेडी को 4 एवं सीआई (एमएल) (एल) को 2 सीटों पर जीत हासिल हुई।
यदि बात महाराष्ट्र की की जाए तो 288 विधान सभा सीटों में से बीजेपी को 132, एसएस को 57, एनसीपी को 41, एसएसयूबीटी को 20, कांग्रेस को16, एन सी पी एस पी को 10, एस पी को 2 एवं अन्य को 10 सीटें हासिल हुई। मौजूदा परिणामों के मद्देनजर कहीं ना कहीं बीजेपी के लिए ट्राइबल एरिया में पकड़ एवं कांग्रेस के लिए आत्ममंथन है जरूरी...
अग्निवीर का कारतूस एवं जाति की जलेबी हुई फेल । कांग्रेस द्वारा बिछाई चौसर की बिसात को ताक पर रखकर बिजेपी तीसरी बार हुई हरियाणा में सरकार बनाने के लिए अग्रसर। हाल ही में हुए हरियाणा में विधान सभा चुनावों में बीजेपी ने 90 सीटों में से 48 सीट हासिल करके विजय हासिल की । कांग्रेस को 37, आईएनएलडी 2 एवं अन्य को 3 सीट मिली ।
वहीं जम्मू कश्मीर में 90 में से 29 सीट हासिल करके बीजेपी दूसरे नंबर की पार्टी रही । यहां 49 सीट हासिल कर एनसी+ ने जीत हासिल की ।अन्य उम्मीदवारों की संख्या 12 है । यहां बीजेपी का वोट बैंक बढ़ा है । जहां बीजेपी इस जीत को विकास की जीत मान रही है वहीं कांग्रेस अपनी हार का ठीकरा ईवीएम पर फोड़ रही है ।
जहां हरियाणा की जीत को लेकर दिल्ली स्थिति बीजेपी कार्यालय में जशन का माहौल था वहीं जम्मू कश्मीर में जेकेएन के साथ मिलकर सरकार बनना तय होने के बावजूद भी कांग्रेस मुख्यालय का माहौल फीका रहा । बीजेपी मुख्यालय से भी प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी , गृह मंत्री अमित शाह एवं वरिष्ठ नेताओं के जीत के जशन में शामिल होकर कार्यकर्तों का उत्साह बढ़ाने के समाचार मिले हैं ।
प्रधान मंत्री ने इस जीत को सत्य,सुशासन और विकास की जीत बताया है । अब देखना यह है कि हरियाणा में मिली बीजेपी की यह जीत का दिल्ली में संभावित चुनावों पर क्या रंग लाती है ...
गणेश चतुर्थी के दिन हुई थी देश भर में गणपति की मूर्ति की स्थापना और आज याने कि अनंतचतुर्दशी के दिन आ गई है गणपति की प्रतिमा के विसर्जन की घड़ी । विसर्जन की इस घड़ी में श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता है ।
अक्खा मुंबई के गली कूचों एवं सड़को पर ढोल नगाड़ों के साथ निकलती गणपति की छोटी बड़ी प्रतिमायें और उनके आगे ऑर्धुकेस्ट्रा की धुनों की तर्ज पर युवा एवं बच्चे । बुजुर्ग भी नहीं हैं अछूते ।
हर बार की तरह इस बार भी जेट सिक्युरिटी के साथ निकला अपने शाही अंदाज में लाल बाग का राजा । लाल आग के राजा का अक्खा मुंबई में विशेष दर्जा है । श्रॉफ बिल्डिंग के सामने लाल बैग के राजा का स्वागत कुछ अलग ही अंदाज़ में हुआ । इस बार का आकर्षण रहे l कमाठीपुरा के बप्पा बर्फानी, खटवाड़ी एवं आर्थर रोड जेल वसाहत की छोटी सी गणपति की प्रतिमा एवं अन्य स्थानों की छोटी बड़ी प्रतिमायें। लगातार बारिश में श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है ।
गिरगांव चौपाटी एवं मुंबई के अन्य समुद्र के किनारों पर माकूल सुरक्षा इंतजामात के साथ हो रहा है विसर्जन । हेलीकॉप्टर की मदद से सर्विलेंस जारी है ।
बस मन में एक आस लिए अपनी अपनी टोलियों में बढ़ता जा रहा है श्रद्धालुओं का कारवां गणपति बप्पा मोरया पुढुल बरस तू लोकर आ...
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की करकमलों से भाजपा के “संगठन पर्व” राष्ट्रीय सदस्यता अभियान 2024 के शुभारंभ अवसर पर पार्टी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने आज सोमवार को कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भारतीय जनता पार्टी में कार्यकर्ता सिर्फ सदस्य नहीं है, बल्कि कार्यकर्ता एक जीवंत एकाई है, एक विचारधारा का वाहक है, कार्य संस्कृति का पोषक है तथा सरकार और संगठन के बीच में कड़ी का काम करते है, जिसके कारण सरकार हमेशा जनता से जुड़ी रहती है। भाजपा विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के साथ-साथ सबसे अनूठी पार्टी भी है। केवल भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है, जो हर 6 साल में अपने सदस्यता अभियान को संचालित करती है। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने मिस्ड कॉल के जरिये इस अभियान के तहत सबसे पहले भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। कार्यक्रम के दौरान मंच पर आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित अन्य पार्टी के अन्य नेता व पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।
गृह मंत्री के अनुसार आज का दिन सभी भाजपा कार्यकर्ताओं और देश भर में फैले हुए भारतीय जनता पार्टी के शुभ चिंतकों के लिए शुभ है। आज आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के सदस्यता लेते ही भारतीय जनता पार्टी के 2024 का सदस्यता अभियान एक बार पुनः शुरू हो जाएगा। भारतीय जनता पार्टी विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के साथ-साथ राजनीतिक दलों में सबसे अनूठी पार्टी भी है। आज भारत के राजनीतिक मानचित्र में 1500 से ज्यादा राजनीतिक दल हैं, मगर कोई भी राजनीतिक दल लोकतांत्रिक तरीके खुलेपन और सातत्यपूर्ण तरीके से हर 6 साल में अपने सदस्यता अभियान को संचालित नहीं करती है। केवल भाजपा ही एक ऐसी पार्टी है, जिसने इस परंपरा एवं संस्कृति को लेकर सदैव आगे बढ़ा है। भाजपा के कार्यकर्ता सदस्यता अभियान की शुरुआत से समापन तक फिर से पार्टी की सदस्यता लेंगे। भारतीय जनता पार्टी के कई शुभेक्षक पार्टी के कार्यकर्ता बनेंगे और धीरे-धीरे पार्टी में समाहित होंगे। भाजपा में कार्यकर्ता सदस्यता का अंग नहीं है, यहाँ कार्यकर्ता एक जीवंत एकाई है, एक विचारधारा का वाहक है, कार्य संस्कृति का पोषक है तथा सरकार और संगठन के बीच में कड़ी का काम करते है, जिसके कारण सरकार हमेशा जनता से जुड़ी रह पाती है।
भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं के जनता के जुड़ाव के कारण ही सशक्त और समृद्ध भारत के निर्माण का सपना पूर्ण किया जाएगा। 1950 में इस कारवें की शुरुआत हुई, भाजपा उस समय एक छोटी इकाई थी। एक छोटी इकाई से लेकर राष्ट्र की सबसे बड़ी पार्टी बनने तक, हर चुनाव में भाजपा ने भारत माता की जय के जयकारे के साथ, विरोधियों को हमेशा ललकारा है। यह उत्साह एक जीवंत संगठन से ही आता है। सदस्यता अभियान की शुरुआत में एक कार्यशाला आयोजित की गई थी, तब मैंने कहा था कि भाजपा का सदस्यता अभियान सर्वस्पर्शी और सर्वसमावेशी होना चाहिए। सदस्यता अभियान से कोई बूथ अछूता नहीं रहना चाहिए। सर्व-समावेशी का मतलब है कि हर उम्र, समूह, जाति, मजहब के प्रत्येक व्यक्ति को भाजपा में सम्मिलित करने के लिए सदस्यता अभियान आगे बढ़ना चाहिए। सदस्यता अभियान के लिए कार्य योजना बनाई गई है और 2014 की भांति, भाजपा सदस्यता अभियान के लक्ष्य को पूरा करेगी।
78 वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के उद्बोधन का केंद्र बिंदु विकास के साथ महिला उत्पीड़न से संबंधित अपराधों के साथ बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के साथ हिंसा रहा । प्रधान मंत्री ने सबंधित कानूनों का सख्ती से अनुपालन के लिए राज्य सरकारों के सहयोग पर बल दिया ।
दिल्ली के लाल किले से लेकर देश के हर कोनों से स्वतंत्रता दिवस मनाए जाने के समाचार मिले हैं । विशिष्ट एवं अति विशिष्ट द्वारा लालकिले पर ध्वजारोहण समारोह देखकर तो आम ने टेलीविजन पर ध्वजारोहण समारोह देखकर एवं घर की छतों से पतंग उड़ाकर स्वतंत्रता दिवस का आनंद उठाया ।
राज्य सरकारों, सरकारी निकाओं एवं राजनीतिक दलों के मुख्यालय से भी ध्वजारोहण कर स्वतंत्रता दिवस मनाए जाने के समाचार मिले हैं । सीमांत इलाके भी नहीं थे अछूते । वहां पर भी सेना एवं अर्ध सैनिक बलों के जवानों ने ध्वजारोहण किया ।
जहां पूरा देश जश्न के माहौल में डूबा हुआ था वही पश्चिम बंगाल की राजधानी आर जी कर अस्पताल में हिंसक वारदातों के समाचार मिले । महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार एवं हत्या के लिए इंसाफ मांगते डॉक्टर एवं चिकित्सा कर्मी और उसी अस्पताल में उपद्रवियों द्वारा जमकर तोड़ फोड़ l कहीं न कहीं सोचने को मजबूर कर देता है कि देश किस और बढ़ रहा है ।
२०२४-२५ के बजट को लेकर मिली जुली प्रतिक्रियायें हैं l सत्ता पक्ष के लिए यह बजट एतिहासिक बजट है तो विपक्ष ने इसे कुर्सी बचाओ बजट की संज्ञा दी है I वित मंत्री निर्मला सीतारामन के २०४७ के विकसित भारत की परिकल्पना पर आधारित इस बजट की रूपरेखा में अनुसंधान,टिकाऊ खेती को बढ़ावा देने, तिलहन दलहन उत्पादन को बढ़ाने एवं कृषि परिदृश्य में प्रद्योगकी को एकीकृत करने की व्यापक योजना शामिल है l २०२५ में कुल व्यय ४८.२१ लाख करोड़ रुपए अनुमानित है l शुद्ध कर प्राप्तियाँ २५.८३ लाख करोड़ रुपए अनुमानित है l सकल बाज़ार उधारी १४.०१ लाख करोड़ रुपए अनुमानित है l
इस बार का बजट ४८.२० लाख करोड़ रुपए है l जहाँ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बजट को विकसित एवं भारत आत्मनिर्भर भारत के निर्माण का आर्थिक दस्तावेज़ बताया है वहीं पूर्व वित मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदम्बरम के अनुसार यह बजट कांग्रेस पार्टी के मेनेफ़ेस्टो का कट पेस्ट है l बजट को सदन के पटल पर रखे जाने से ३ घंटे पहले अपलोड किया गया I यह बजट कुर्सी बचने के लिए है l कोई राहत दिखाई नहीं दे रही I प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी इस बजट को हर वर्ग को समृद्ध करने वाला बताया है तो गृह मंत्री अमित शाह ने रोजगार एवं अवसरों के एक नए युग की शुरूवात बताया है l
दिल्ली सरकार की वित मंत्री आतिशी सिंह में बजट को लेकर ख़ासा रोष है l उन्होंने इसे दिल्ली वालों को धोखा देने वाले बजट की संज्ञा तक दे डाली I उनका मानना है कि दिल्ली वालों को उनका हक़ नहीं मिला l उनका कहना है कि दिल्ली सरकार द्वारा केंद्र को दिया गये टेक्स रेवेन्यू का ५ फ़ीसदी हिस्सा दिल्ली को डेवलपमेंट ऐक्टिविटी के लिए मिलना चाहिए l दिल्ली से एकत्रित २.७ लाख करोड़ रुपया का इनकम टेक्स रेवेन्यू एवं २.३२ लाख करोड़ रुपया सीजीएसटी केंद्र के पास जाता है l उनकी माँग केवल २० हज़ार करोड़ रुपया थी l १.२४ लाख करोड़ अन्य राज्यों को एवं ८२२०७ करोड़ का बजट लोकल बॉडीज़ को एलोकेट करने का प्रावधान है l यदि उनकी सुनी जाए तो इस बजट में दिल्ली सरकार एवं एमसीडी को कुछ भी एलोकेट नहीं हुआ है I उन्होंने इस बजट को युवा विरोधी किसान विरोधी बताया है I
हक़ीक़त तो बजट का गहराई से अवलोकन करने के बाद ही पता चलेगी ....
फिर एक बार देश में कमल की सरकार संभावित । प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी का तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना लगभग तय । 18 वीं लोकसभा की 543 सीटों पे हाल ही में हुए चुनावों में बीजेपी को 240, कांग्रेस को 99 , समाजवादी पार्टी को 37, टीएमसी को 29 , डीएमके 22, जेडीयू को 12, वाईएसआआरसीपी को 4,आरजेडी को 4, आप को 3 एवं अन्य को 90 सीटें हासिल हुई ।
और यदि बात दिल्ली की जाए तो दिल्ली की सातों लोक सभा सीटें बीजेपी के पाले में गई । बीजेपी एवं कांग्रेस दोनो ही के दिल्ली स्थित मुख्यालयों में जशन का माहौल दिखाई दिया ।
कांग्रेस मुख्यालय में राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे एवं पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से कार्यकर्ताओं का आभार प्रकट किया ।
बीजपी मुख्यालय में प्रधान मंत्री नरेंद्र भाई मोदी ने गृह मंत्री अमित भाई शाह , राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा एवं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में कार्यकर्ताओं एवं देश के नागरिकों का आभार प्रकट किया ।
आंकड़ों के इस खेल में जहां बिजेपी एवं उसके घटकों को सत्ता हासिल हुई वहीं इंडिया गठबंधन को भी कहीं ना कहीं मजबूती मिली है...
सुप्रीम कोर्ट से मिली केजरीवाल को मिली बड़ी राहत। हुए चुनाव प्रचार के लिए 1जून तक जमानत पर रिहा 2 जून को होना पड़ेगा अदालत में सरेंडर। साथ ही लगाई जमानत के दौरान सियासी मामलों में दखलंदाजी पर रोक । यानि कि इस दौरान नहीं निभा पायेंगे मुख्यमंत्री का दायित्व ।
केजरीवाल के जमानत पर बाहर आने के साथ ही राजनीति गलियारों में सरगर्मियां सक्रिय हैं ।इंडिया गठबंधन को मिल सकती है राहत वहीं आम आदमी पार्टी को चुनाव प्रचार में मिलेगी नई ऊर्जा । हालांकि भाजपा का मानना है चुनाव प्रचार भर के लिए ही तो जमानत पर रिहा हुए हैं अभियोग अभी भी बरकरार है ।
केजरीवाल गत 23 मार्च से दिल्ली शराब घोटाले के मुख्य आरोपी के रूप में तिहाड़ जेल में बंद हैं एवं ईडी की मामले पर तहकीकात जारी है एवं मामला राउज एवेन्यू कोर्ट में लंबित है।
सात चरण में लोक सभा चुनाव होने से देश भर में चुनावी माहौल है । दिल्ली में मतदान की तारीख 25 मई है । कल केजरीवाल करेंगे पार्टी के मुख्यालय में प्रेस वार्ता। अब देखना यह है सत्ता के इस महायज्ञ में केजरीवाल की आहुति क्या रंग लाती है...
सत्ता के इस महाभोज की अग्नि आखिर धीमी क्यों हो गई है ? ना पहले वाला उत्साह राजनीतिक दलों में दिखाई दे रहा है ऑर ना ही मतदाता घर से निकलकर वोट डालने के लिए तैयार है I पहले दो चरण याने कि 190 सीटों पर मतदान गिरा है लेकिन मतदान की दर पिछली दफा से कम यानि की 62 फीसदी रही है I जो कि मौजूदा परिवेश के मद्देनजर विचारणीय है I
मतदाता का उदासीन रवैये के पीछे आखिर माजरा क्या है ? कहीं न कही उसने अपने जेहन में बैठा लिया है कि सत्ता में जो भी आए हालत बदलने वाले नहीं I विकल्प की संभावना नहीं है इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता I
ऐसा नहीं है कि मामला बिलकुल ठंडा पड़ गया है I चरणानुसार राजनीतिक दलों द्वारा चुनाव प्रचार के लिए महा रैलियों के आयोजन के समाचार भी कालांतर मिल ही रहे हैं I व्यक्तिगत सम्पर्क का अभाव साफ झलकता है I सियासत में बदलाव के आसार ना के बराबर हैं I
कड़वा करेला खाया है तो मुँह का स्वाद तो बिगड़ेगा ही साथ ही खून भी साफ होगा I कहीं कहीं छाले पड़ने की सम्भावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता ।
मौजूदा परिस्थितियों के मद्देनजर मतदाताओं के लिये कहीं ना कहीं जरुरी है अपने अधिकारों का इस्तेमाल....
आखिर क्यूं नहीं देना चाहते केजरीवाल दिल्ली के मुख्य मंत्री पद से इस्तीफा । चलाना चाहते हैं जेल से ही सरकार? राजनीति की बारीकियों एवं तथ्यों का विश्लेषण कर फूक फूक कर कदम रखने वाले केजरीवाल के दिमाग क्या खिचड़ी पर रही है का खुलासा तो समय के साथ हो ही जायेगा।
केजरीवाल को दिल्ली के 2873 करोड़ के शराब घोटाले में मुख्य आरोपी मान तथ्यों की पुष्टि के लिए दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद किया गया है। दिल्ली उच्च ने न्यायालय ने उनकी जमानत की अर्जी खारिज कर दी है। इस बाबत उनके द्वारा दाखिल की गई अपील्र की सुनवाई की तारीख सर्वोच्च न्यायालय द्वारा 15 अप्रैल तय की गई है ।
दिल्ली में जल्द ही लोकसभा चुनाव संभावित हैं एवं विधान सभा चुनाव भी निकट भविष्य होने वाले हैं । ऐसे में जेल में रहकर सियासत चलाना चौसर की बिसात पर राजनीति की गोट तो नहीं।
यह तो तय है कि आने वाले चुनावों में आम आदमी पार्टी एवं उनके समर्थन में इंडिया गठबंधन के अन्य घटक इसे चिनावीर मुद्दा बनाकर केश करवाने की कोशिश करेंगे। खमियाजा थोड़ा सही भुगतना पड़ सकता है भारतीय जनता पार्टी को ।
चुनाव परिणाम जो भी हो फिलहाल दिल्ली प्रशासनिक अनियमितताओं से जूझ रही है । आरोपों एवं प्रत्यारोपों के सिलसिले के साथ केजरीवाल के इस्तीफे की मांग जोर पकड़ती जा रही है ।
X प्लेटफॉर्म पर पोस्ट्स की श्रृंखला में श्री अमित शाह ने कहा कि वामपंथी उग्रवाद पर मोदी सरकार के कड़े प्रहार के परिणाम स्वरूप आज ये समस्या खत्म होने की कगार पर है। उन्होंने कहा कि वामपंथी उग्रवाद-प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य और शिक्षा संबंधी पर्याप्त इन्फ्रास्ट्रक्चर के निर्माण से मोदी सरकार ने यहां के गरीबों के दिलों को जीता है।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मोदी जी की विज़नरी नीतियों के कारण आज वामपंथी उग्रवाद अपना आधार खो चुका है। श्री शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने वामपंथी उग्रवाद-प्रभावित क्षेत्रों में विकास और सुरक्षा के प्रति होलिस्टिक अप्रोच अपनाते हुए वामपंथी उग्रवाद पर करारा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सर्वांगीण विकास के लिए राज्य सरकारों को साथ लेकर चलते हुए लोगों का विश्वास जीता है।
गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार 2004-14 के मुकाबले 2014-23 के दशक में वामपंथी उग्रवाद-संबंधित हिंसा में 52 प्रतिशत और मृतकों की संख्या 6035 से 69 प्रतिशत कम होकर 1868 हो गई है। इसी प्रकार वामपंथी उग्रवाद की घटनाएं 14,862 से कम होकर 7,128 रह गई हैं। वामपंथी उग्रवाद के कारण सुरक्षाबलों की मृत्यु की संख्या 2004-14 में 1750 से 72 प्रतिशत घटकर 2014-23 के दौरान 485 हो गई है और नागरिकों की मृत्यु की संख्या 68 प्रतिशत घटकर 4285 से 1383 रह गई है। इसी प्रकार, हिंसा वाले ज़िलों की संख्या 2010 में 96 थी, जो 2022 में 53 प्रतिशत घटकर 45 रह गई। इसके साथ-साथ हिंसा रिपोर्ट करने वाले पुलिस स्टेशनों की संख्या 2010 में 465 से घटकर 2022 में 176 रह गई।
७५ वीं गणतंत्र दिवस परेड में इस बार दिखी शौर्य की झलक I परेड के कमांडर थे लेफ़्तिनेंट जनरल भावनीश कुमार एवं उप कमांड संभाली थी मेजर जनरल सुमीत मेहता I शामिल होने वली जयदातर टुकड़ियों की कमांड थी स्त्री शक्ति के हाथ I कर्तव्य पथ से शुरू होकर लाल क़िले पर समाप्त होने वाली इस परेड की सलामी ली थी भारत की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू एवं मुख्य अतिथि थे फ्रांस के राष्ट्रपति इमेनुअल मेक्रोन I
इस बार की गणतंत्र दिवस परेड का मुख्य आकर्षण थे फ्रांस की सेन्य टुकड़ी एवं बेंड I साथ ही दिखाई दी बदलते भारत की तस्वीर I हर बार की तरह इस बार भी बीएसएफ के जांबाज सिपाहियों ने दिखाये बुलट पर रोमांचक करतब I यह बात ऑर थी की इस बार यह करतब महिला कर्मियों द्वारा दिखाए गए l परेड की शुरूवात्त महाराष्ट्र से आई टोली द्वारा शंखनाद के साथ हुई I
उत्तर प्रदेश की झांकी दिखी राम लल्ला की झलक। हर बार की तरह इस बार भी दिल्ली पुलिस के २९ पुलिसकर्मियों एवं अधिकारियों को गेलेंटरी, राष्ट्रपति एवं उत्कृष्ट सेवा पदक से संमानित किया गया I दिल्ली पुलिस की रियल हीरोज की इस सूची में शामिल हैं सहायक पुलिस आयुक्त ललित मोहन नेगी एवं सहायक उप निरीक्षक शंभु दयाल l
कर्तव्य पथ से विशिष्ठ एवं अति विशिष्ठ व्यक्ति एवं टेलिविजन के माध्यम से बदलते भारत की इस तस्वीर के साक्षी बने l
विभिन्न राज्यों से भी गणतंत्र दिवस मनाए जाने के समाचार मिले हैं .....
500 साल के संघर्ष के बाद राम लल्ला को उनका आशियाना मिल ही गया । फाइनली वह अपने आशियाने में हो गये हैं विराजमान । आज अयोध्या में गर्भ गृह में आयोजित राम लल्ला की बाल मूर्ति के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का भारत ही नहीं पूरा विश्व साक्षी बना । मुख्य जजमान थे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंचालक डॉ मोहन भागवत, उत्तर प्रडेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ , राज्यपाल आनंदी बेन पटेल एवं राम जन्म भूमि ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गेपालदास ।
सिने जगत से अमिताभ बच्चन , क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेन्दुलकर, उद्योगपति मुकेश एवं नीता अंबानी सहित देश विदेश की जानीमानी हस्तियाँ जिनमें साधु संत भी शामिल हैं कार्यक्रम का हिस्सा बनी ।राम लल्ला के बाल्यकाल की यह मूर्ति कर्नाटक में उपलब्ध काले पत्थर से मैसूर के शिल्पकार हैं मैसूर के अरुण योगिराज । यह वही शिल्पी हैं जिन्होंने केदारनाथ और दिल्ली के इंडिया गेट में प्रतिस्थापित नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा बनाई थी । मंदिर का आर्किटेक्चर कुछ कुछ गुजराती शैली में निर्मित दिल्ली के अक्षरधाम मंदिर से मिलती जुलती है ।
ऑरेंगज़ेब के शासनकाल में तुगलकी फरमान की तहत रामंदिर को तोड़कर बाबरी मस्जिद का निर्माण किया गया । निहंग फक़ीर सिंह एवं उनके 26 निडर साथियों ने 1850 मुगल शासकों से युद्ध में फ़तह हासिल कर बाबरी मस्जिद को अपने क़ब्ज़े में ले लिया एवं वहाँ पर भगवान राम की पूजा एवं हवन किया था । इस बाबत एफ़आईआर भी दर्ज है । उसके बाद समय समय पर यह आंदोलन जोर पकड़ता रहा । सियासतें आई एवं चली गई लेकिन मंदिर के निर्माण का श्रेय प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में शासित सरकार को मिला ।
राजस्थान में हो रहे विधान सभा चुनावों में ऊँट किस छोर करवट लेगा फ़िलहाल यह तय कर पाना असंभव है I यदि इतिहास के पन्नों को खंगाला जाय तो राजस्थान में पाली बदलती है एक बार कांग्रेस तो दूसरी बार भारतीय जनता पार्टी I राजस्थान मे 200 में से 199 विधान सभा सीटों पर आज वोट डाले जा रहे हैं I जिन्मे से 150 सीटों पर सत्ता पर आसीन कांग्रेस एवं भारतीय जनता पार्टी के बीच सीधी टक्कर है I 5.25 करोड़ मतदाता इन वोट डालकर इन विधान सभा सीटों पर उम्मितवारों की भागीदारी सुनिश्चित करेंगे I
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जोधपुर की सरदारपुरा सीट से,पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे झालावाड़ ज़िले की झलरापाटन, पूर्व विधानसभा। अध्यक्ष डॉ सी पी जोशी राजसंसद की नाथद्वारा, पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट टोंक, उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ चुरु ज़िले की तरनगर, उप नेता प्रतिपक्ष डॉ सतीश पुनिया जयपुर की आमेर, कांग्रस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासार सीकर ज़िले की लक्ष्मणगढ़ विधानसभा सीट से चुनाव लड़कर फिर से अपना भाग्य अजमा रहे हैं I
राजस्थान के चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी की नेता डॉ अलका गुर्जर का कहना है कि उनकी पार्टी सुशासन के लिए चुनाव लड़ रही है I यदि उनकी सुनी जाए तो आज यहाँ की सरकार एवं प्रशासन भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है I कानून व्यवस्था की बहाली, महिलाओं के संमान एवं अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए उनकी पार्टी का सत्ता में आना जरुरी है वहीं कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार सचिन पायलट का मानना है कि पिछले १० साल में केंद्र में भारतीय जनता पार्टी के शासन के दौरान महँगाई एवं बेरोजगारी बढ़ी है जिसका फ़ायदा कांग्रेस को मिलेगा I
तमाम अटकलों एवं क़वायदों के बावजूद भी बाज़ी किसके हाथ लगेगी याने कि राजस्थान का ऊँट किस छोर करवट लेगा इसका ख़ुलासा समय आने पर हो ही जाएगा फ़िलहाल दौर है मतदान का आइए जागरूक मतदाता के रूप में अपने अधिकारों का प्रयोग करें...
एक बार फिर गणपति मय हुईं माया नगरी। अनंत चतुर्दशी का दिन हो और धमाल ना होना नामुमकिन है। बप्पा की विदाई याने विसर्जन का दिन धमाल तो बनता है । गिरगाँव चौपाटी हो या फिर भांडूप और या फिर परेल कोलीवाडा सड़क पर गणपति की छोटी - बड़ी प्रतिमा के आगे ढोल नगाड़े की तर्ज पर ठिरकती भक्तों की भीड़।
जेट सिक्यूरिटी के बीच विसर्जन के लिये जाते हुवे दक्षिण मुंबई के लाल बाग,के राजा के कुछ अपने अलग ही अंदाज में दिखाई दिये I उनकी एक झलक के लिये के लिये उमड़ती दर्शनार्थियों की भीड़ ।माया नागरी की तर्ज पर राजधानी दिल्ली भी नहीं रही अछूती । यहाँ से भी गली कूचों से लेकर सार्वजनिक स्थलों पर गणपति की छोटी बड़ी प्रतिमा के सामने डीजे की डीजे की तर्ज पर धमाल मचाये जाने के समाचार मिले हैं।
हर बार की तरह इस बार भी फिर से वापिस लौटकर आने का वायदा करके । तो आइये हम भी शामिल हो जाये इस जश्न का हिस्सा गणपति बप्पा मोरया पुढ़ल बरस तू लोकर आ.....
नैशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट एसोसिएशन(इंडिया) के सार्वजानिक मंच से राष्ट्रीय अध्यक्ष रास बिहारी ने किया ऐलान पत्रकारिता की आड़ में चल रहे फर्जीवाड़े के खिलाफ छेड़ी जायेगी राष्ट्रव्यापी मुहीम। इससे पहले फेक न्यूज के खिलाफ मुहीम चलाई गई थी जिसे अच्छा रिस्पॉन्स मिला।
यूनियन की लड़ाई किसी सरकार विशेष से ना होकर पत्रकारों के अस्तित्व एवं बुनियादी अधिकारों के लिये है। जिसमें आजीविका, सुरक्षा एवं अस्मिता भी शामिल है। साथ ही पत्रकारिता की साख को बनाये रखना भी जरूरी है।
एनयूजे (आई) के बेनर तले जयपुर के NIMS परिसर में आयोजित पत्रकार समागम में देश भर से 1500 से भी अधिक पत्रकार शामिल हुये । केन्द्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत एवं फग्गन सिंह, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय एवं NIMS के चेयरमैन डॉ पंकज सिंह सहित राष्ट्रीय एवं राज्यस्तरीय राजनीतिज्ञ, समाजसेवी एवं पत्रकारों ने शिरकत की।
केंदीय मंत्री गजेंद्र शेखावत ने भारत की संस्कृति को सनातन बनाये रखने में पत्रकारों का बड़ा योगदान बताया। समागम में मीडिया काउंसिल के गठन, पत्रकार का राष्ट्रीय रजिस्टर आदि महत्तवपूर्ण विषयों पर भी चर्चा हुई । वयवस्था की जिम्मेदारी जर्नलिस्ट एसोसिएशन ऑफ राजस्थान ने अपने अध्यक्ष राकेश शर्मा के नेतृत्व में निभाईं ।
इसमें दो राय नहीं कि जब भी सामाजिक मूल्यों का पतन होता है समाज का यह चौथा स्तंभ जिसे पत्रकार के नाम से जाना जाता है अपनी लेखनी के माध्यम से चेतना जगाने के लिये खड़ मिलता है। इनके लिये सियासत की अब कुछ तो जवाबदेही बनती है ....
धूम -धाम से मनाया जा रहा है देश भर में 77 वाँ स्वतंत्रता दिवस I प्रधान मंत्री नरेंद्र भाई मोदी ने लाल किले की प्राचीर से ध्वजारोहण कर की समारोह की शुरुवात I सियसतदानों ने लाल किले पर तो आमो-खास ने टीवी पर देखकर ऑर कई एक छत से पतंग उड़ाकर मना रहे हैं स्वातंत्रता दिवस I
सीमावर्ती इलाकों से अर्ध सैनिक बालों एवं सेना के जवानों द्वारा भी ध्वजारोहण करके स्वतंत्रता दिवस मनाये जाने के समाचार मिले हैं I दिल्ली के मूख्यामंत्री द्वारा अपने आवास पर सीआरपीएफ़ के जवानों एवं स्टाफ के साथ ध्वजारोहण कर मनाया स्वतंत्रता दिवस I
लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी ने अपने 90 मिनट के उद्बोधन में दिया अपने दस साल के कार्यकाल का लेखा-जोखा रखा 2047 तक देश को विकसित करने का लक्ष्य I साथ ही भ्रष्टाचार, तुस्टिकरण एवं परिवारवाद को विकास का दुश्मन बताते हुये खत्म करने की अपील .....
हाल ही में हो रहे पश्चिम बंगाल में पंचायती चुनावों के दौरान हिंसक वारदातों में मरने वालों का आंकड़ा 18 पार I मतदान के दौरान कूच बिहार के बूथ नंबर 6/84 में गुस्साये मतदाताओं द्वारा कथित रूप से मतपेटी जलाये जाने के समाचार मिले हैं I डायमंड हरबर, साऊथ 24 परगना आदि इलाकों से मतपेटी लूटे जाने के समाचार भी मिले हैं I नंदी ग्राम से बीजेपी के एमएलऐ सुवेन्दु द्वारा टीएमसी कार्यकर्ताओं द्वारा बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हिंसक हमले किये जाने के आरोप भी लगाए हैं I इन सबके बीच वहाँ का प्रशासन मौन है I
पश्चिम बंगाल की राजनीति को यूँ ही रक्त रंजित राजनीति नहीं कहा जाता, 70 के दशक से लेकर अब तक सियासतें बदलती रही लेकिन हिंसा का दौर बदस्तूर है I यदि गृह मंत्रालय के आंकड़ों पर गौर फरमाया जाये तो 2018 के पंचायती चुनावों के दौरान पश्चिम बंगाल में 23 राजनीतिक हत्यायेँ हुई I एनसीअरबी द्वारा जारी अकड़ों के अनुसार 2010 से 2019 के मध्य यह आंकड़ा 161 पर पहुच गया I 1971 में सिद्धार्थ शंकर रे के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार के सत्ता में आने के बाद से राजनीतिक हत्याओं का जो दौर शुरू हुआ उसने पहले की तमाम हिंसा को पीछे छोड़ दिया I
70 के दशक में भी वोटरों को आतंकित कर सीपीएम की पकड़ मजबूत करने के लिए यहाँ पर हिंसा होती रही है 1998 में ममता बनर्जी की ओर से टीएमसी के गठन के बाद वर्चस्व की लड़ाई में हिंसा का नया दौर शुरू हुआ ।1988 पंचायत चुनावों के दौरान कई इलाकों में भारी हिंसा हुई। 2021 में विधानसभा चुनावों के दौरान हुई हिंसक वरदातों के दौरान हुई बीजेपी कार्यकर्ताओं की मौत की जांच उच्च न्यायालय ने सीबीआई को सौंपी है I 50 से भी अधिक मामलों में चार्ज शीट अदालत में पेश कर दी है I
यदि मौजूदा चुनावों की बात की जाये तो 73887 सीटों पर हो रहे मतदान में 2.06 लाख उम्मीदवार मैदान में उतरे हैं I इन चुनावों में टीएमसी, बीजेपी ,सीपीआई एवं कांग्रेस के बीच मल्लयुद्ध है I दोपहर एक बजे तक मतदान की दर 36.36 फीसदी थी I रक्त रंजित राजनीति के परिणामों का खुलासा तो समय आने पर हो ही जायेगा.......
कर्नाटक में हाल ही में हुऐ विधानसभा चुनावों में जीत किसी की संभावना कांग्रेस की प्रबल। मौजूदा सरकार पर विपक्ष द्वारा लगाये गये भ्रष्टाचार के आरोपों का कहीं न कहीं न कहीं बीजेपी को भुगतना पड़ सकता है खामियाजा । नहीं होगा आसान कांग्रेस द्वारा रचाये गये चक्रव्यूह को भेद पाना ।
224 विधानसभा सीट एवं 5.3 करोड़ पंजीकृत मतदाता वाले इस कर्नाटक में 72.67 फीसदी मतदान पड़ा जिसपर 3632 उम्मीदवारों का भविष्य निर्भर करता है । चुनावी माहौल में विकास एवं भ्रष्टाचार की लड़ाई अंतिम क्षणों में बजरंगबली एवं राम के बीच मलयुद्ध में तब्दील हो गई ।
परिणाम जो भी हों कांग्रेस शासित राज्यों के दो मुख्यमंत्रियों भूपेश बघेल एवं बोमई का मानना है कि आने वाले परिणामों में बीजेपी को खासा सबक मिलेगा । और यदि बात टीवी चैनल एवं सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर दिखाये जा रहे एक्जिट पोल्स की की जाये तो यहां पर कांग्रेस को आगे एवं बीजेपी को दूसरे नंबर पर बताया जा रहा है ।
इस बार का चुनावी जुमला अगले 60 सालएल मोदी रहा । कर्नाटक में बाजी पंजे की तय है। बीजेपी के लिऐ बहुत कठिन है डगर पनघट की...
कोर्ट में कनविक्शन के बाद लोक सभा सदस्यता रद्द हो जाने के बाद कांग्रेस के बी बहुचर्चित नेता राहुल गांधी ने तोड़ी खामोशी कहा कि वह देश में लोकतंत्र को बचाने के लिऐ लड़ाई लड़ रहे हैं एवं सदस्यता रद्द किये जाने के बावजूद भी बंद नहीं बंद होगी उनकी आवाज । यदि उन्हे संसद में मौका नहीं मिला तो संसद के बाहर से जारी रखेंगे अपना संघर्ष । एक बार फिर पार्टी के सार्वजनिक मंच से उठाये वही सवाल । अदानी एवं मोदी जी के बीच क्या रिश्ता है एवं अदानी की कंपनी में लगाये गये 2000 करोड़ रुपये किसके हैं I उनका आरोप है कि देश के ऐयरपोर्ट अदानी को रूल बदलकर दिये गये I निरस्त सांसद का कहना है कि इस बाबत उनोहने सबूत एवं डॉक्युमेंट्स के साथ पत्रव्यवहार कर जवाब भी मांगे थे I गौर फरमाने की बात यह है कि सूरत कोर्ट द्वारा मोदी सरनेम केस में दो साल की सजा सुनाने के बाद, शुक्रवार लोक सभा स्पीकर ने उनकी सदस्यता रद्द कर दी I
निरस्तीकरण को लेकर देश के राजनीतिक हलकों में मिली जुली प्रतिक्रियाये हैं I जहां कांग्रेस का मानना है कि राहुल के खिलाफ इस एक्शन से देश में लोकतंत्र की दशा को लेकर दुनिया में खराब संदेश जाते हैं वहीं बीजेपी के नेताओं ने कोर्ट के निर्णय का स्वागत किया है I केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा है कि ऐसी स्थितियों में लोकसभा स्पीकर को अयोग्यता घोषित करने का अधिकार है. कोर्ट के फैसले के बाद यह निर्णय लेना बहुत जरूरी था. स्पीकर सही फैसला लिया है I केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि राहुल गांधी की ओर से मोदी सरनेम को लेकर की गई टिप्पणी ओबीसी की छवि खराब करने की कोशिश है. और यह अपमान करने जैसा है I
कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल के अनुसार कल से कांग्रेस छेड़ेगी राष्ट्रव्यापी आंदोलन I देश भर में पार्टी के कार्यकर्ता सभी राज्य मुख्यालयों और गांधी प्रतिमाओं पर संकल्प सत्याग्रह करेंगे I हालांकि विपक्ष के सभी घटक राहुल के पक्ष में हैं लेकिन खुदा ना खस्ता यह निरस्तीकरण जारी रहता है तो फायदा किसको.......