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दिल्ली: अनाधिकृत कॉलोनियों में सीवर लाइन बिछाने की जगह सरकार यमुना स्वच्छता अभियान के तहत इन कॉलोनियों में सेप्टिक टेंको की सफाई 300 सेप्टेज सफाई मशीनों की तैनाती करने की बात क्यों कर रही है। भाजपा दिल्ली वालों को गुमराह करने के लिए अनाधिकृत कॉलोनियों में अनुपचारित कचरे से निपटने के लिए मुफ्त 300 सेप्टेज सफाई मशीनों को तैनात करने की बात कर रही है। पिछले 10 महीनों में सरकार ने यमुना सफाई पर घोषणाओं के अलावा कुछ नही किया और अब सेप्टिक टैंकों की सफाई को यमुना स्वच्छता अभियान से जोड़कर सरकार दिल्ली वालों की सहानुभूति लेने की कोशिश कर रही है। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष ने साधा निशाना, कहा कि भाजपा सरकार सेप्टिक टैंकों की सफाई पर करोड़ों रुपये बर्बाद करने की जगह सीवर लाईन बिछाकर जल निकासी और अपशिष्ट की समस्या का स्थायी हल निकाले।
यमुना सफाई के लिए दिल्ली जल बोर्ड को औखला के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की 124 एमजीडी क्षमता बढ़ाने के लिए जो उद्घाटन किया था, उस पर काम करना चाहिए। सीवर लाईन की कमी वाले क्षेत्रों नजफगढ़, टीकरी कलां में कचरे का स्थानीय स्तर पर उपचार करने और परिवहन संबधी समस्याओं को कम करने के लिए छोटे संयंत्रों का निर्माण करें तथा इंटर सेप्टर सीवर परियोजना के तहत यमुना में प्रवेश करने से पहले कच्चे सीवेज को रोकन के लिए प्रमुख नालों नजफगढ़, सप्लीमेंट्री, शाहदरा के साथ सीवर बिछाने का काम करें।
उन्होंने कहा कि दिल्ली जल बोर्ड पुरानी जर्जर सीवर लाईनों और उनमें होने वाली रुकावटों को तुरंत दुरुस्त करने, सीवेज से वंचित क्षेत्रों, और अनाधिकृत बस्तियों को सीवेज नेटवर्क से जोड़ने पर काम करने पर ध्यान दे। उन्होंने कहा कि दिल्ली में बढ़ती आबादी को देखते हुए सीवेज क्षमता को बढ़ाने, सीवेज उपचार क्षमता पर बढ़ाने पर काम करना चाहिए। सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता और संख्या बढ़ाने से यमुना की सफाई पर ध्यान दिया जा सकता है ।