दिल्ली के गुरूद्वारा बाला साहिब में हाल ही में खोले गये गुरू हरकिशन अस्पताल (किडनी सेंटर) को लेकर कुछ सदस्यों के सवालिया घेरे में है मौजूदा प्रबंधन । चुनाव सर पर हैं एवं खुलासों का दौर है ।
हाल ही में हुई एक प्रेसवार्ता में शिरोमणी आकाली दल के राष्ट्रिय उपाध्यक्ष सरदार कुलदीप सिंह भोगल एवं अधिवक्ता प्रसून कुमार द्वारा किये गये एक खुलासे के अनुसार नवंबर 2000 में डीडीए द्वारा गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी को अस्पताल के लिये दी गई 51 बीघा जमीन पर निर्माणाधीन अस्पताल के लिए एक नये ट्रस्ट गुरू हरकिशन प्रबंधक ट्रस्ट बनाकर इसका प्रबंधन मनिपाल हेल्थ सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड को सौपकर करोड़ों रूप्या इधर का उघर हुआ है । क्योंकि ट्रस्ट के आघीन एक और ट्रस्ट का बनाया जाना असंवैधानिक है खामियाजा चुकाना पड़ा दिल्ली गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी को डीडीए को 13,25,00,000 का सेटलमेंट आमाउंट देकर ।
संबंधित थाने में मामला दर्ज एवं कोर्ट में लंबित है । प्रबंधन द्वारा किसी भी प्रकार की अनियमितता से इंकार किये जाने के बावजूद भी मौजूदा अध्यक्ष की भूमिका पर उठाये जा रहे हैं सवालिया निशान ।