दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा गठित एक टीम ने तकनीकी सर्विलेंस के आधार चक्रवीर चौधरी को गिरफतार कर एक एैसे गेंग का भाँडा फोड़ा जो वायुसेना एवं रेलवे में नौकरी दिलाने का फर्जीवाड़ा चलाता था । गिरफतार अभियुक्त रिठौरा (आगरा) का रहने वाला है एवं एयरफोर्स में कोरपोरल के पद पर तैनात था । अभियुक्त एवं उसका एक और साथी त्रिलोकपुरी निवासी थान सिंह मिलकर फर्जीवाड़े का करोबार चलाते थे ।
नौकरी दिलाने का झाँसा देकर उनके ओरिजनल दस्तावेज अपने पास रख लिये जाते थे । नौकरी तो नहीं मिलती थी लेकिन दस्तावेज वापिस करने के एवज में मोटी रकम जरूर ऐंठ ली जाती थी । देश भर में हजारों युवाओं को अपना शिकार बनाकर लगभग 2.7 करोड़ रूप्ये ऐंठे गये । अभिुक्त हिरासत में है एवं मामले की तहकीकात जारी है ।