जी हाँ हम बात कर रहे हैं वेस्ट बंगाल की मुख्य-मंत्री ममता बेनर्जी उर्फ दीदी की । उनका जय श्री राम से गुरेज मीडिया वा सोशल मीडिया की सुर्खियों में है । दीदी और उनकी पार्टी ने जय श्री राम बोलने वालों के खिलाफ तानी मोर्चा बंदी ।
बंगाल की दीदी पर जय श्री राम फोबिया इतना हावी है कि रास्ते से गुजर रही ममता बेनर्जी को यदि जय श्री राम सुनाई दे जाये तो वह पिनक जाती हैं । ड्राइवर को गाड़ी रोकने का आदेश और गाड़ी से उतरकर नारे वालों से अभद्र भाषा का प्रयोग और अंदर डालने की धमकी ।
मुख्य-मंत्री का रूख देख त्रृणमूल कांग्रेस के आम कार्यकर्ताओं के रवैये का अनुमान सहज ही लगाया जा सकता है । नफरत की आग में वेस्ट बंगाल सड़कों पर इस कदर हावी हो गई है कि दाह संस्कार के वक्त राम नाम सत्य है बोलने वालों के साथ हाथा-पाई की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता ।
कुलटी में राम नाम सत्य है बोलते हुए दाह संस्कार के लिये जा रहे लोगों की लाठी डंडे से पिटाई की गई । हिंसक वारदात में 12 लोग घायल हुए । स्थाननीय मीडिया के माध्यम से मामले के तूल पकडे़ जाने से स्थाननीय प्रशासन ने न्यायिक जाँच का आदेश दिया है ।
जय श्री राम के विरोध में उनकी पार्टी ने दो विशाल रेलियों का आयोजन किया । चूर हो जाने की धमकी के साथ उनका नारा था जय हिंद । खैर बीजेपी ने ममता बेनर्जी को जय श्री राम लिखे हुए 10 लाख पोस्टकार्ड भेजने का फैसला किया है जिसमें नीचे लिखा होगा गेट वेल सून ।
दीदी के रवैये को देखकर जेहन में बस एक ही सवाल कि नफरत और बौखलाहट का कारण, कहीं हाल ही में हुए वेस्ट बंगाल में लोकसभा चुनाव परिणाम तो नहीं.......