शिरोमणि अकाली दल दिल्ली(शिअदद) के प्रधान सरदार परमजीत सिंह सरना की अगुवाई में चल रहे सदस्यता अभियान के तहत हरगोबिंद इन्क्लेव, सुल्तानपुर, शेख सराय फेस-2,मालवीय नगर, फतेहपुर बेरी, छतरपुर, छतरपुर एक्सटेंशन इत्यादि जगहों से बड़ी संख्या में नौजवानों ने ली दल की सदस्यता । मौके पर सरदार परमजीत सिंह सरना ने नौजवानों से की पंथ से जुड़े मुद्दों को लेकर जागरूक होने अपील । साथ ही साझा किए दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधन कमिटी में होने वाले बदलावों को लेकर अपने विचार । मौजूदा प्रबंधन पर तंज कसते हुए उन्होंने बताया कि आज कर्मचारियों को 8-8 महीनो से तन्ख्वाह नही मिल रही है। हालात ऐसे है कि अध्यापको को कमिटी प्रधान के कार्यालय में घुसकर अपने मेहनत की कमायी माँगनी पड़ रही है और नेता जी के पास अपने ही स्टॉफ से मिलने को समय तक नही है। स्कूल कॉलेज सब खंडहर बन चुके है। जब बच्चो का भविष्य ही नही होगा तो ,पंथ का भविष्य कैसे बचेगा ? अपने विजन को गिनवाते हुए दिल्ली गुरुद्वारा प्रबधंन कमिटी के पूर्व प्रधान सरना ने अध्यापको को फिर से 30 तारीख को तन्ख्वाह जारी करने का वादा किया। बच्चो के लिए नए कौशल केंद्र स्थापित करने का अस्वाशन दिया ।
यूथ विंग प्रधान रमनदीप सिंह सोनू ने पार्टी की उपलब्धियों को गिनवाते हुए कहा कि उनके समय मे जीएचपीएस स्कूलों में एडमिशन लेने के लिए लाइने लगती थी। आज कोई अपने बच्चो को जीएचपीएस में भेजना नही चाहता। संस्थानों की हालत जर्जर है। सरदार परमजीत सिंह सरना जी के समय मे कोई ऐसा क्षेत्र नही था, जिसमे भूतपूर्व कार्य नही हुए। अमृतसर में संगत के लिए सराय, 4-4 कॉलेज, डिग्री कालेज और बीएड कॉलेज भी बनाया। दिल्ली गुरुद्वारा प्रबधंन कमिटी के चुनाव संभावित हैं । और चुनाव से पहले खुद की उपलब्धियाँ गिनाना स्वभाविक है ।