खेतों में उगी पराली को नष्ट करने के लिये पूसा बायो डिकंपोजर के इस्तेमाल के नाम पर खुद की पब्लिसिटी के लिये विज्ञापनों पर करोड़ों के खर्चे को लेकर कांग्रेस ने साधा निशाना दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर । पार्टी का मानना है कि इस योजना के तहत केवल विज्ञापन पर ही सरकार द्वारा 10 करोड़ रूप्या खर्च किया गया ।
75000 रूप्ये से तैयार इस घोल को किसानों तक पहुँचने तक इसकी लागत 2360000 हो गई । तिसपर 48 गाँव 310 किसानों को इसका वितरण किया गया याने कि 25 प्रतिशत लोगों को । हकीकत में खेतों में पराली ज्यों की त्यों हैं ।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी मुख्यालय में आयोजित एक प्रेसवार्ता में पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री पवन खेड़ा ने मामले की गंभीरता के मध्य-नजर सीबीआई जाँच की माँग की है । उनका मानना है कि पिछले 6 सालों से पराली के नाम पर अपनी जिम्मेदारियों से भाग रहे हैं दिल्ली के मुख्य-मंत्री अरविंद केजरीवाल ।