दिल्ली: पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर कर्तव्य की वेदी पर सर्वोच्च बलिदान करने वाले समर्पित पुलिस कर्मियों एवं अधिकारियों को दी गई भावपूर्ण श्रद्धांजलि । दिल्ली पुलिस आयुक्त सतीश गोलछा ने किंग्सवे कैम्प स्थित पुलिस लाइन स्थित स्मृति स्थल पर रखी गई स्मृति पत्रिका पर पुष्पचक्र चढ़ाकर बलिदानी पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि दी ।
1 अक्टूबर 2024 से लेकर 30 सितंबर 2025 तक देश के विभिन्न पुलिस बलों के 186 पुलिसकर्मी एवं अधिकारी कर्तव्य के पथ पर शहीद हुए जिनमें से 8 दिल्ली पुलिस से हैं । 21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख में बॉर्डर पर सुरक्षा की दृष्टि से तैनात पुलिस कर्मियों की टुकड़ी पर पहाड़ों पर छिपे चीनी सिपाहियों ने हमला बोल दिया । जिसमें मुठभेड़ के दौरान 10 पुलिसकर्मी शहीद हुए । उनकी शहादत की स्मृति में आज के दिन को देश भर में तैनात पुलिस बल स्मृति दिवस के रूप में मनाता है । जिसमें साल भर में शहीद पुलिसकर्मियों को याद किया जाता है ।
दिल्ली पुलिस के 8 पुलिसकर्मियों में सराय एनएच काले खां इलाके में गस्त के दौरान एक्सीडेंट में एसआई यशपाल सिंह, बरारी के पास इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात एएसआई सत्यवीर सिंह सड़क दुर्घटना, भजन पूरा में सीएए/एनआरसी प्रोटेस्ट के दौरान एएसआई छत्तरपाल सिंह राघव, पश्चिमी जिले में डाक ड्यूटी पर तैनात रोड एक्सीडेंट में हेड कांस्टेबल शांति पाल, नागलोई में पब्लिक प्लेस पर दारू पी रहे दो व्यक्तियों को रोके जाने पर उनके द्वारा कर से रौंदा जाने वाले कांस्टेबल संदीप, नाईट पेट्रोलिंग पर तैनात कांस्टेबल विक्टर एन ओवरस्पीड व्हीकल से, कुंड रेवाड़ी में कोर्ट के समन देने गये ट्रक कार के बीच टक्कर के दौरान कांस्टेबल अतुल यादव एवं गोविन्दपुरी इलाके में नाईट पेट्रोलिंग के दौरान तीन व्यक्तियों द्वारा चाकुओं से गोदे गए कांस्टेबल किरणपाल सिंह के नाम शामिल हैं ।
स्मृति दिवस समारोह में दिल्ली पुलिस आयुक्त के साथ पूर्व पुलिस आयुक्त रिटायर्ड टी आर कक्कड़ ,किरण बेदी एवं डॉ के के पॉल सहित पुलिस विभाग के आला अफ़सरान एवं आमो-ख़ास शामिल हुए ।