नई दिल्ली 20, Sep 2024

लेख

1 - श्रॉफ बिल्डिंग के सामने कुछ इस अंदाज से हुआ लाल बाग के राजा का स्वागत

2 - प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के सदस्यता ग्रहण करने के साथ ही शुरू हुआ बीजेपी का सदस्यता अभियान

3 - देश के सीमांत इलाकों में तैनात सैनिकों में भी दिखा 78 वें स्वतंत्रता दिवस का जज्बा

4 - २०२४-२५ के बजट को लेकर सियासत विपक्ष आमने सामने

5 - एक बार फिर तीसरी पारी खेलेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी

6 - केजरिवाल के जमानत पर रिहा होने पर शुरु हुई नई कवायदें

7 - मतदान की दर धीमी आखिर माजरा क्या

8 - क्यूं चलाना चाहते हैं केजरीवाल जेल से सरकार

9 - 2004-14 के मुकाबले 2014-23 में वामपंथी उग्रवाद-संबंधित हिंसा में 52 प्रतिशत और मृतकों की संख्या में 69 % कमी

10 - कर्तव्य पथ दिखी शौर्य की झलक

11 - फ़ाइनली राम लल्ला अपने आशियाने में हो गये हैं विराजमान

12 - राजस्थान का ऊँट किस छोर करवट लेगा

13 - एक बार फिर गणपति मय हुई माया नगरी मुंबई

14 - पत्रकारिता की आड़ में फर्जीवाड़े के खिलाफ एनयूजे(आई) छेड़ेगी राष्ट्रव्यापी मुहीम

15 - भ्रष्टाचार, तुस्टिकरण एवं परिवारवाद विकास के दुश्मन

16 - एक बार फिर शुरू हुई पश्चिम बंगाल में रक्त रंजित राजनीति

17 - नहीं होगा बीजेपी के लिऐ आसान कर्नाटक में कांग्रेस के चक्रव्यूह को भेद पाना

18 - रद्द करने के बाद भी नहीं खामोश कर पायेंगे मेरी जुबान

19 - उत्तर-पूर्वी राज्यों के अल्पसंख्यकों ने एक बार फिर बीजेपी पर जताया भरोसा

20 - 7 लाख तक की आमदनी टैक्स फ्री

21 - गुजरात में फिर एक बार लहराया बीजेपी का परचम

22 - बीजेपी आप में काँटे की टक्कर

23 - सीमित व्यवस्था के बावजूद धूम-धाम से हो रही है छट माइय्या की पूजा

24 - जहाँ आज भी पुजा जाता है रावण

25 - एक बार फिर माया नगरी हुई गणपतिमय

26 - एक बार फिर लहराया तिरंगा लाल किले की प्राचीर पर

27 - बलवाइयों एवं जिहादियों के प्रति पनपता सहनभूतिक रुख

28 - आजादी के अमृत महोत्सव की कड़ी के रूप में मनाया जा रहा है 8 वाँ विश्व योग दिवस

29 - अपने दिग्गज नेताओं को नहीं संभाल पाई कांग्रेस पार्टी

30 - ज्ञान व्यापी मस्जिद के वजु घर में शिवलिंग मिलने से विवाद गहराया

31 - आखिर क्यूँ मंजूर है इन्हे फिर से वही बंदिशें.....

32 - पाँच में से चार राज्यों में लहराया कमल का परचम

33 - पेट्रोलियम, फर्टिलाइजर एवं खाद्य सामाग्री पर मिलने वाली राहत में लगभग 27 फीसदी की कटौती

34 - जे&के पुलिस के सहायक उप निरीक्षक बाबूराम शर्मा मरणोपरांत अशोक चक्र से संमानित

35 - आखिर कौन होंगे सत्ता के इस महाभोज के सिकंदर

36 - ठेके आन फिटनेस सेंटर ऑफ छा गए केजरीवाल जी तुस्सी

37 - मुख्य सुरक्षा अधिकारी हुए पंचतत्वों विलीन

38 - दिल्ली में यमुना का पानी का बीओडी लेवेल 50 के पार

39 - फूक के कदम रखिए वरना हो सकता है आपका भी अगला नंबर

40 - महंत नरेंद्र गिरी की मौत पर लगे सवालिया निशान

41 - अकाली दल बादल ने लगाई हैट्रिक

42 - सबके साथ,सबके विकास,सबके विश्वास एवं सबके प्रयास से ही लक्ष्य प्राप्ति संभव

43 - जबरन कराया गया बच्ची का अंतिम संस्कार

44 - सिने जगत के ट्रेज्डी किंग को देश का आखरी सलाम

45 - कोरोना से जंग मे योग ही एक आशा की किरण

46 - संक्रमण काल का मंत्र फिट रहें दुरूस्त रहें

47 - एक बार फिर लहराया पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस का परचम

48 - हिंसा एवं टकराव की बिसात पर बंगाल की राजनीति

49 - ट्रेक्टर रैली के नाम पर बलवाइयों का तांडव

50 - 72 वें गणतंत्र दिवस का आकर्षण राम मंदिर की झांकी

वेद भौतिक और आध्यात्मिक ज्ञान की निधि व अखिल ब्रह्माण्ड के मूल हैं: डॉ. मोहन भागवत

दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा कि वेद भौतिक और आध्यात्मिक ज्ञान की निधि व अखिल ब्रह्माण्ड के मूल हैं। वे सारी दुनिया को जोडने का काम करते हैं।

अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर में श्रीपाद दामोदर सातवलेकर कृत वेदों के हिंदी भाष्य के तृतीय संस्करण का लोकार्पण करते हुए उन्होंने कहा कि वेद और भारत दोनों एक ही हैं। वे सनातन धर्म का आधार है। वेदों में ज्ञान, विज्ञान, गणित, धर्म, चिकित्सा और संगीत की भी प्रचुरता है। 

 वेदों के मंत्रों में अंक गणित, घन और घनमूल के सिद्धांतों का भी स्पष्ट उल्लेख हैं। वेदों में समस्त विश्व के कल्याण की बात निहित हैं। वेद विश्व की समस्त मानवता को एकाकार होने का मार्ग दिखाते है। सनातन संस्कृति में जीवन जीने के लिए स्पर्धा नहीं करनी पड़ती, यह हमें वेदों ने ही सिखाया है।
 सत्यम् ज्ञानम्  अनन्तम ब्रह्म'। हमारे ऋषियों ने इसी दृष्टि से विश्व कल्याण के लिए वेदों की रचना की थीं। हमारे यहां जब पुत्र का पेट भर जाता है तो माता तृप्त हो जाती है। यह बात विज्ञान चाहे ना माने किंतु यह भौतिक वाद से परे का आनंद है। ज्ञान की समस्त प्रणालियों में वेदों का आधार देखने को मिलता है। वेदों के अध्ययन से समस्त मानवता प्रकाशित होती रहेगी। 
कार्यक्रम में महामंडलेश्वर पू स्वामी बालकानन्द गिरी जी महाराज ने कहा कि अक्रांताओं ने वेद ग्रंथों को और सनातन गुरुकुलों को नष्ट करने का प्रयास किया मगर हमारे ऋषियो की स्मृतियों में रचे- बसे वेदों को वह नष्ट नहीं कर पाए। इसीलिए भारतीय संस्कृति में वेद चिर स्थायी हैं और रहेंगे। 
चारों वेदों के 10 खंडों में हुए हिंदी भाष्य का लोकार्पण संघ प्रमुख के कर-कमलों से सम्पन्न हुआ। विहिप के संरक्षक व केन्द्रीय प्रबंध समिति के सदस्य श्री दिनेश चंद्र ने कार्यक्रम की प्रस्तावना में बताया कि स्वाध्याय मंडल पारडी, गुजरात तथा दिल्ली स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के वेद अध्ययन केंद्र द्वारा श्रीपाद दामोदर सातवलेकर द्वारा भाष्यकृत इन चारों वेदों के 8 हजार पृष्टों के प्रकाशन में 10 वर्षो की अथक मेहनत लगी है। इस पुण्य कार्य में लगे विद्वानों व उनके सहयोगियों को इस अवसर पर सम्मानित भी किया गया।

02:55 pm 19/09/2024

संपादक

डा. अशोक बड़थ्वाल

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समाचार

1 - वेद भौतिक और आध्यात्मिक ज्ञान की निधि व अखिल ब्रह्माण्ड के मूल हैं: डॉ. मोहन भागवत

2 - शालिनी,शगुन और कीर्ति को मिला गृहलक्ष्मी मिसेज इंडिया 2024 का खिताब

3 - दो राज्य मंत्रियों के कर कमलों से संपन्न हुआ लव कुश रामलीला का भूमि पूजन समारोह

4 - ग्लोबल पंजाबी एसोसिएशन ने एमसीडी स्कूल नेहरू नगर में किये बच्चों को बैग वितरित

5 - सड़कों में गंदगी,गड्ढे और अवैध अतिक्रमण अस्वीकार्य तुरंत कार्यवाही अनिवार्य:प्रवीन खंडेलवाल

6 - आखिर कब तोड़ेंगे प्रधानमंत्री मणिपुर पर खामोशी:

7 - सरताज की आवाज पर झूम उठा बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय का सभागार

8 - फ्री बिजली, पानी की मांग को लेकर रामलीला महासंघ का धरना प्रदर्शन

9 - दस लाख में दिल्ली से रोम जाने के लिए उपलब्ध कराया फर्जी वीजा

10 - आरजी अस्पताल बलात्कार एवं जघन्य हत्या की पीड़िता के पिता के सवालों ने घुमाई संदेह की सुइयां

11 - बजरंग पुनिया, विनेश फोगट एवं राजेंद्र पाल गौतम हुए कांग्रेस में शामिल

12 - इमरजेंसी अपने नियोजित दिन याने कि आगामी शुक्रवार को नहीं हो पायेगी रिलीज

13 - यदि पूर्व जत्थेदार स्वयं श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार पर सवाल उठाए तो कौम कहां से दिशा लेगी

14 - अरदास सरबत दे भले दी होगी 13 सितंबर को दुनिया भर में सिनेमा हॉलों पे रिलीज

15 - खेल टुडे के राकेश थपलियाल दिल्ली जर्नलिस्ट एसोसिएशन के र्निविरोध अध्यक्ष निर्वाचित

16 - फिल्मी दुनिया के खलनायक निमाई बाली बनेगें महाबली रावण

17 - बागी धड़े को इतिहास और मर्यादा का अध्ययन करना चाहिए: सरना

18 - बांग्लादेश में हिन्दुओं को निशाना बनाकर उनकी हत्या एवं लूटे जाने से संत समाज उद्वेलित

19 - 1984 के सिख नरसंहार के अन्य मामलों में भी टाइटलर की संलिप्तता आ सकती है सामने: एडवोकेट धामी

20 - दस से साल दिल्ली बदहाल, कहाँ थे विधायक, कहां थी सरकार: देवेन्द्र यादव

21 - 2023 प्रदूषण के मामले दिल्ली के इतिहास का सबसे काला वर्ष : वीरेन्द्र सचदेवा

22 - समय समय पर पंथक का मार्गदर्शन करती आ रही है श्री अकाल तख्त : सरना

23 - इमरजेंसी फिल्म के विरोध में सिख संगठन मैदान में उतरे

24 - डल्लेवाल एवं अन्य किसान नेताओं को तमिलनाडु के एक एयरपोर्ट पर रोकाना सिखों की आजादी पर हमला: सरना

25 - प्रधानमंत्री मोदी की सदस्यता के साथ शुरू होगा 2 सितंबर से बीजेपी का राष्ट्रव्यापी सदस्यता अभियान

26 - परमानेंट मेकअप याने कि माइक्रोपिगमेंटेशन से निखारी जा सकते हैं भवें एवं होंठ: डा शगुन गुप्ता

27 - नामांकन पत्र दाखिल करने के साथ डीजेए की चुनावी प्रक्रिया शुरू

28 - लुभावने ऑफर के माध्यम से दो अलग अलग मामलों में निवेशकों से 37.5 लाख से अधिक की ठगी

29 - अध्यात्म गुरु धीरेंद्र शास्त्री एवं रामभद्राचार्य का द डेयरी ऑफ वेस्ट बंगाल को समर्थन

30 - दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में 30 फीसदी डॉक्टर एवं विशेषज्ञों के पद रिक्त

31 - जेपीसी के गठन की मांग को लेकर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस का प्रर्दशन

32 - 400 से अधिक लोग अंगदान के संकल्प के लिए एक मंच पर

33 - तख्त साहिब से पतित होने के बावजूद भगवंत मान को सिरोपा दिए जाने पर सरना ने जताई आपत्ति