दिल्ली: कलकत्ता के आर जी कार अस्पताल बलात्कार एवं जघन्य हत्या के मामले में मृतक पीड़ित के द्वारा पूछे गए सवालों का हवाले देते हुए भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं सांसद संभित पात्रा ने निष्पक्ष जांच के लिए की पश्चिम बंगाल की मुख्य मंत्री एवं पुलिस कमिश्नर को स्टेप डाउन करने की मांग ।
यह सवाल थे: जब पीड़िता का शव घर पर था क्यूं उसके पिता को डीसी नॉर्थ द्वारा पैसे देने की कोशिश की गई ? पुलिस को सुबह 10.30 पर सूचना मिल गई थी लेकिन एफआईआर दर्ज करने में रात के 11 बज गए देरी का कारण? पीड़िता के माता पिता को अस्पताल में ज्जाहन पीड़िता का शव था क्यूं तीन घंटे बाहर खड़ा रखा गया ? क्यूं उन्हें ब्लेंक पेपर में साइन करने के लिए कहा गया ? पोस्टमार्टम देरी से शुरू करने का कारण? क्यूं पीड़िता के परिजनों की जगह एंबुलेंस में स्थानीय निगम पार्षद को बैठाया गया? शमशान घाट पर पीड़िता के परिजनों को 300 से 400 पुलिस के जवानों ने घेरा हुआ था? देह संस्कार उसी डीसी की देखरेख में हुआ जिसे तीन टीएमसी के निगम पार्षद इंस्ट्रक्ट कर रहे थे ? क्यूंदाह संस्कार का खर्चा भी उन्ही लोगों ने उठाया?
राष्ट्रीय प्रवक्ता ने पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य सचिव के खत का हवाला देते हुए बताया कि इनके निर्देश पर पीडब्ल्यूडी ने अस्पताल के शौचालय को आननफानन में तोड़ा ताकि सबूत नष्ट हो जाए। ऐसे बहुत से सवाल हैं जिनका जवाब अभी बाकि है ।