राजनीतिक उठल-पुथल एवं तोड़-मरोड़ के बाद आखिर हो ही गया देवेंद्र फडनविस का राजतिलक । भारतीय जनता पार्टी को सरकार बनाने का मौका मिला सरकार बनाने का और एक बार फिर बने फडनविस महाराष्ट्र के मुख्य-मंत्री और भारतीय जनता पार्टी को मौका मिला सरकार बनाने का । कंडिशन यह है कि आठ दिन के अंदर साबित करना होगा बहुमत ।
फडनविस के मुख्य-मंत्री और एनसीपी महाराष्ट्र के विधायक दल के नेता ने अजीत पवार के उप मुख्य-मंत्री पद की शपथ लेते ही राजनीतिक हल्कों में मचा हड़कंप । सितारों के खेल ने बाजी पलट दी । हालांकि मिडिया की सुर्खियों के अनुसार उधव ठाकरे का मुख्य-मंत्री बनना तय था ।
शिव सेना,एनसीपी और कांग्रेस के बीच मिलकर सरकार बनाने की कवायदें जारी थी । ऐन वक्त पर अजीत पवार ने दिया शिवसेना और कांग्रेस को झटका । गुलाटी मारी औैर हो लिये भारतीय जनता के साथ सरकार बनाने को । शिवसेना और कांग्रेस की बौखलाहट के बीच महाराष्ट्र के दिग्गज नेता एवं एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार का रवैया है उदासीन ।
हाल ही में हुए महाराष्ट्र में विधान सभा चुनावों में भरतीय जनता पार्टी एक शक्तिशाली पार्टी के रूप में उभर कर आई है । भारतीय जनता पार्टी का महाराष्ट्र मे गठबंधन था । सरकार बनाने का पहला मौका बीजेपी एलायंस को मिला । मुख्य-मंत्री पद को लेकर पड़ी दरार के चलते शिव सेना के किनार होनेे से हुए फलोप शो के कारण महाराष्ट्र में लागू हुआ था राष्ट्रपति शासन ।
महाराष्ट्र के सत्ता के महाभोज में चाणक्य नीति और इच्च्छा नीति के बीच छिड़ी इस जंग में नहीं होगा मुकाम आसान क्योंकि बहुत कठिन है डगर....