दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई द्वारा गठित टीम ने इंदिरापुरम हेबिटेट सेंटर के तीन इायरेक्टरों को गिरफतार कर 10 करोड़ रूप्ये के गबन की गुथ्थी सुल्झााई । इन पर आरोप है कि इन्होने मनीवाइज फाइनेंशियल सर्विस से गाजियाबाद में हेबिटेट सेंटर के निमार्ण के लिये 2016 में 10करोड़ रूप्ये का मियादी ऋण लिया । जिसे दो साल के अंदर चुकाया जाना था । बतौर रेहन 23 यूनिट रेहन रखी गई । ऋण चुकाना तो दूर अभियुक्तों ने रेहन रखी हुई युनिट को अवैध रूप से निवेशकों से पूरा दाम लेकर बेच दिया । गिरफतार अभियुक्तों के नाम हैं प्रमोद गोयल,कृष्ण कुमार बंसल एवं अनिल गुप्ता । तीनो ही इंदिरापुरम हेबिटेट सेंटर के डायरेक्टर हैं । फिलाहल तीनों अभियुक्त हिरासत में हैं एवं तहकीकात जारी है ।