बंगाल की सत्य घटनाओं पर आधारित फिल्म द डायरी ऑफ वेस्ट बंगाल होने जा रही है 30अगस्त को देश भर के सिनेमा हॉलों में होने जा रही है रिलीज । दिल्ली के पीवीआर प्लाजा में मीडिया से रुबरू होकर फिल्म के प्रोड्यूसर वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि पश्चिम बंगाल में फैली हिंदुओं के प्रति हिंसा, लव जिहाद एवं बिगड़ी कानून व्यवस्था । किस तरह से रोहिग्या बांग्लादेश से आते हैं और उन्हें कैसे स्थानीय सरकार से सहोलियत दिलाई जाति है को बाखूबी फिल्माया गया है । उनका मानना है कि भले ही यह स्थानीय सियासत के लिए वोट बैंक हो मगर देश के लिए बड़े खतरे का एहसास है क्योंकि इससे बांग्लादेश के लिए रास्ते खुलते हैं ।
स्वयं वसीम रिजवी इस फिल्म में मौलवी का किरदार अदा कर रहे हैं फिल्म के सहयोगी अदाकार यजुर मारवाह एवं अशीन मेहता के साथ प्रचार के सिलसिले में दिल्ली आए हुए थे। फिल्म का निर्देशन सनोज मिश्रा ने किया है एवं 65 फीसदी शूटिंग पश्चिम बंगाल में हुई है । फिल्म की कहानी बांग्लादेश देश से आई एक हिंदू लड़की जिसके परिवार को वही पर खत्म कर दिया जाता है के इर्दगिर्द घूमती है । अशीन मेहता के अनुसार यह बांग्लादेश से आई हिंदू लड़की की खून से लिखी कहानी है ।
उम्मीद है की जा रही है कि फिल्म दर्शकों की कसौटी पर खरी उतरेगी । कही न कहीं वो यह सोचने को मजबूर हो जाएंगे देश विशेषकर पश्चिम बंगाल किस दिशा की ओर अग्रसर है । आखिर क्यूं जारी हुआ था पकिस्तान से इस फिल्म को बनाने के लिए वसीम रिजवी के नाम का फतवा?अब यह सब जानना है तो सिनेमा हॉल में जाकर फिल्म तो देखनी पड़ेगी ना...